My Authors
Read all threads
Ancient Indian Chemists !!
🙏

पूर्व काल में भारत में अनेक रसायनज्ञ हुए

नागार्जुन-रसरत्नाकर ,कक्षपुटतंत्र, आरोग्य मंजरी, योग सार, योगाष्टक

वाग्भट्ट - रसरत्न समुच्चय

गोविंदाचार्य - रसार्णव

यशोधर - रस प्रकाश सुधाकर

रामचन्द्र - रसेन्द्र चिंतामणि

सोमदेव- रसेन्द्र चूड़ामणि

1/n
Nagarjuna can be called wizard of Chemistry and Super Metallurgist

सनातन कालीन परिप्रेक्ष्य में रसायन एवं धातु कर्म विज्ञान के सन्दर्भ में नागार्जुन का नाम अमर है

इन्होने विभिन्न धातुओं को सोने में बदलने की विधि का वर्णन किया था. एवं इसका सफलतापूर्वक प्रदर्शन भी किया था

2/n
नागार्जुन ने रसायन शास्त्र और धातु विज्ञान पर बहुत शोध कार्य किया

इन्होंने कई पुस्तकों की रचना की जिनमें ‘रस रत्नाकर’ और ‘रसेन्द्र मंगल’ बहुत प्रसिद्ध हैं

चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में इनकी प्रसिद्ध पुस्तकें ‘कक्षपुटतंत्र’, ‘आरोग्य मंजरी’, ‘योग सार’ और ‘योगाष्टक’ हैं।

3/n
रस रत्नाकर ग्रंथ में मुख्य रस

(१) महारस
(२) उपरस
(३) सामान्यरस
(४) रत्न
(५) धातु
(६) विष
(७) क्षार
(८) अम्ल
(९) लवण
(१०) भस्म

महारस
(१) अभ्रं
(२) वैक्रान्त
(३) भाषिक
(४) विमला
(५) शिलाजतु
(६) सास्यक
(७)चपला
(८) रसक

4/n
उपरस
(१) गंधक
(२) गैरिक
(३) काशिस
(४) सुवरि
(५) लालक
(६) मन: शिला
(७) अंजन
(८) कंकुष्ठ

सामान्य रस
(१) कोयिला
(२) गौरीपाषाण
(३) नवसार
(४) वराटक
(५) अग्निजार
(६) लाजवर्त
(७) गिरि सिंदूर
(८) हिंगुल
(९) मुर्दाड श्रंगकम्‌

इसी प्रकार दस से अधिक प्रकार के विष हैं।

5/n
रस रत्नाकर में रसशाला में ३२ से अधिक यंत्रों का विवरण है

(१) दोल यंत्र
(२) स्वेदनी यंत्र
(३) पाटन यंत्र
(४) अधस्पदन यंत्र
(५) ढेकी यंत्र
(६) बालुक यंत्र
(७) तिर्यक्‌ पाटन यंत्र
(८) विद्याधर यंत्र
(९) धूप यंत्र
(१०) कोष्ठि यंत्र
(११) कच्छप यंत्र
(१२) डमरू यंत्र
अन्य

6/n
प्रयोगशाला में नागार्जुन ने पारे पर बहुत प्रयोग किए। शुद्ध करना और उसके औषधीय प्रयोग की विधियां बताई। विभिन्न धातुओं को स्वर्ण या रजत में परिवर्तित करने की विधि दी।

पारे का प्रयोग शरीर को निरोगी और दीर्घायुष्य बनाने में होता था।

7/n
भारत में पारद आश्रित रसविद्या अपने पूर्ण विकसित रूप में स्त्री-पुरुष प्रतीकवाद से जुड़ी है। पारे को शिव तत्व तथा गन्धक को पार्वती तत्व माना गया और इन दोनों के हिंगुल के साथ जुड़ने पर जो द्रव्य उत्पन्न हुआ, उसे रससिन्दूर कहा गया, जो आयुष्य-वर्धक सार के रूप में माना गया।

8/n
क्रमेण कृत्वाम्बुधरेण रंजित:।
करोति शुल्वं त्रिपुटेन काञ्चनम्‌॥
सुवर्ण रजतं ताम्रं तीक्ष्णवंग भुजङ्गमा:।
लोहकं षडि्वधं तच्च यथापूर्व तदक्षयम्‌॥(रसरत्नाकार-३-७-८९-१०)

अर्थात्‌ – धातुओं के अक्षय रहने का क्रम निम्न प्रकार से है- सुवर्ण, चांदी, ताम्र, वंग, सीसा, तथा लोहा।

9/n
भस्म
रासायनिक क्रिया द्वारा धातु के हानिकारक गुण दूर कर उन्हें राख में बदलने पर उस धातु की राख को भस्म कहा जाता है
मुख्य औषधि
लौह भस्म (क्ष्द्धदृद)
सुवर्ण भस्म (क्रदृथ्ड्ड)
रजत भस्म (च्त्थ्ध्ड्ढद्ध)
ताम्र भस्म (क्दृद्रद्रड्ढद्ध)
सीस भस्म (ख्र्ड्ढठ्ठड्ड) प्रयोग होता है।

10/n
वज्रसंधात-वराहमिहिर (बृहत्‌ संहिता)
अष्टो सीसक भागा: कांसस्य द्वौ तुरीतिकाभाग:।
मया कथितो योगोऽयं विज्ञेयो वज्रसड्घात:॥

अर्थात्‌ एक यौगिक जिसमें आठ भाग शीशा, दो भाग कांसा और एक भाग लोहा हो उसे मय द्वारा बताई विधि का प्रयोग करने पर वह वज्रसङ्घात बन जाएगा।

11/n

@Dharma_Yoddhaa
चरक के अनुसार ९ प्रकार के आसव बनाने का उल्लेख है।

१. धान्यासव
२. फलासव
३. मूलासव
४. सरासव
५. पुष्पासव
६. पत्रासव
७. काण्डासव
८. त्वगासव
९. शर्करासव

सारे प्रयोग मात्र गुरु से सुनकर या शास्त्र पढ़कर नहीं किए गए। स्वयं प्रत्यक्ष प्रयोग करके सिद्ध करने के बाद कहे गए हैं।

12/n
वेदों में धातुओं के वर्णन के आधार पर हम भारत में रसायन शास्त्र का प्रारंभ हजारों वर्ष पूर्व मान सकते हैं।

छांदोग्य उपनिषद्‌ में धात्विक मिश्रणन का स्पष्ट वर्णन मिलता है। रासायनिक क्रियाओं के ज्ञान के प्रमाण के साथ हम रसायन शास्त्र का प्रारंभ मान सकते हैं

@rightwingchora
Missing some Tweet in this thread? You can try to force a refresh.

Keep Current with पुनरुत्थान Resurgence ॐ

Profile picture

Stay in touch and get notified when new unrolls are available from this author!

Read all threads

This Thread may be Removed Anytime!

Twitter may remove this content at anytime, convert it as a PDF, save and print for later use!

Try unrolling a thread yourself!

how to unroll video

1) Follow Thread Reader App on Twitter so you can easily mention us!

2) Go to a Twitter thread (series of Tweets by the same owner) and mention us with a keyword "unroll" @threadreaderapp unroll

You can practice here first or read more on our help page!

Follow Us on Twitter!

Did Thread Reader help you today?

Support us! We are indie developers!


This site is made by just two indie developers on a laptop doing marketing, support and development! Read more about the story.

Become a Premium Member ($3.00/month or $30.00/year) and get exclusive features!

Become Premium

Too expensive? Make a small donation by buying us coffee ($5) or help with server cost ($10)

Donate via Paypal Become our Patreon

Thank you for your support!