#AatmaNirbharKrishi#JaiKisan
इस मानसून सत्र में सरकार द्वारा सबसे अधिक और पहले किसान को समृद्ध बनाने को लेकर कदम उठाए गए हैं। #APMCAct आज़ादी के बाद कृषि सेक्टर में सबसे अधिक परिवर्तनकारी सुधारों में से एक है। @narendramodi
1/10
#AatmaNirbharKrishi#JaiKisan
2 विधेयक लोकसभा में पारित हो गए हैं, जल्द ही यह एक अधिनियम होगा। इसके बाद, किसानों को अपनी फसल को सर्वोत्तम खरीदार को बेचने की अनुमति दी जाएगी।
जो भी सबसे अधिक दर पर फसल खरीदेगा वह सीधे किसान से खरीदेगा। @narendramodi
2/10
#AatmaNirbharKrishi
राजनेता विशेष रूप से अकाली दल राजनीति कर रहे हैं, वे सिर्फ इसलिए हैं क्योंकि उनके पास मंडी और फसल की खरीद में उनका भारी नेक्सस है, ठीक उसी तरह जैसे गन्ना उत्पादक किसानों और महाराष्ट्र में पवार परिवार की हिस्सेदारी है, यादव परिवार का भी रही रोल है।
4/10
#AatmaNirbharKrishi#JaiKisan
मुलायम यादव, बादल परिवार, पवार परिवार जैसे राजनेताओं ने कम दर पर फसल खरीदकर किसानों को सबसे ज्यादा लूटा है।
अब किसान स्वतंत्र हैं। @narendramodi
5/10
#AatmaNirbharKrishi#JaiKisan
कई कृषि आधारित स्टार्ट अप आ रहे हैं और पहले से ही मंडियों को बायपास करके किसानों को सीधे ग्राहकों से जोड़ने का काम कर रहे हैं। @narendramodi
7/10
#AatmaNirbharKrishi#JaiKisan
मंडी राजनीति खत्म हो गई है और 3 साल पहले ही सभी मंडियों को E NAM प्रोजेक्ट द्वारा डिजिटल बनाया गया है और वहाँ भी किसानों को बिडिंग द्वारा उत्पाद बेचने की अनुमति देता है @narendramodi
8/10
#AatmaNirbharKrishi#JaiKisan
पीएम नरेंद्र मोदी 5 साल से किसान सुधार पर काम कर रहे हैं और यह उनका निरंतर और निरंतर प्रयास है कि अब किसान वास्तव में स्वतंत्र हैं और अब उन्हें राजनेताओं की जी हजुरी की जरूरत नहीं है। @narendramodi
9/10
#AatmaNirbharKrishi#JaiKisan
PM बधाई के पात्र है, मेरी केवल सभी को सलाह है, गलत जानकारी न लें और लोगों को समझाएं। मुझे पता है कि ये पॉलिटिकल प्लान ड्रामा करेंगे लेकिन उन्हें ये पता था कि साल भर पहले से की यह होनेवाला है तो अब तक ड्रामा इस्तीफा क्यों? @narendramodi
10/10
(1)अहमदाबाद का नाम क्यों बदला जाना चाहिए?
अहमदाबाद - अर्थात अहमद शाह-बादशाह आबाद रहे, अर्थात जब आप अहमदाबाद बोलते हो , तब एक कु्र इस्लामी शासक की प्रशंसा कर रहे हो। क्या यह अहमद शाह बादशाह प्रशंसा करने लायक योग्य था की ऊसके नाम से हमारे शहर का नाम हो?? #કર્ણાવતી_ક્યારે
(2) असहिष्णुता का प्रतिक
हिजरी संवत ८१८ के दीन अहमदशाह बादशाह सिध्दपुर के रुद्र महल मंदीर पहोच के सबसे पहले मंदीर को नष्ट कीया फिर वही स्वर्ण-हीरे से जडीत मुर्तियो को तोड़ के ऊसे लुंटा था और वहाँ मस्जिद का निर्माण कीया गया था
पृष्ठ क्रमांक २९ -मिरात-ऐ-सिकंदरी #કર્ણાવતી_ક્યારે
(3) ऊस ज़माने मे रुद्र महेल की जो ७ मंज़िला इमारत थी ऊसे अंगरकोरवाट नामक मंदिर के साथ तुलना की जाती थी ऊसे कु्र बादशाह द्वारा ध्वस्त कीया गया था
ऐसे असहिषणुतावादी मुग़ल बादशाह के नाम से हमे अपने शहर क नाम मंजुर नही है.. #કર્ણાવતી_ક્યારે