दद्दाजीकहिन: #कृषि_बिल...नोटबन्दी पार्ट 2
सुखबीर एग्रो को कम से कम 5000 करोड़ सालाना की आय होती थी। वे एफसीआई के और किसानों के बीच के कमिशन एजेंट थे। 2.5% कमिशन मिलता था। बग़ैर सुखबीर एग्रो का ठप्पा लगे कोई किसान एक टन गेहूं एफसीआई को बेच नहीं सकता था।सब बर्बाद हो गया। क्रमशः..
दद्दाजीकहिन: #कृषि_बिल...नोटबन्दी पार्ट 2
शरद पंवार की बेटी सुप्रिया सुले 10000 करोड़ की कृषि आय दिखाती थी। पूरे प्याज, मिर्च और अंगूर के व्यापार पर इसी परिवार का कंट्रोल था। इस बिल ने पंवार को कहीं का नहीं छोड़ा।अकाली दल और एनसीपी को अगले चुनाव में भीख मांगेंगे। क्रमशः ..
दद्दाजीकहिन: #कृषि_बिल...नोटबन्दी पार्ट 2
काँग्रेसी चिद्दूजी गमले में गोभी उगाकर इन्हीं कृषि उपज मंडियों की मिली भगत से करोड़ों की आय दिखाते थे । यही काम बालीबुड के #छेदीलाल जी मुल्लायम की मदद से यूपी में करते थे । लिस्ट लम्बी है..अब इन सबके लोये लग गये । क्रमशः....
दद्दाजीकहिन: #कृषि_बिल...नोटबन्दी पार्ट 2
बाकि, किसानों को MSP के साथ साथ चाहें जिसे और जैसे बेचने का एक और विकल्प देना और वह 3 दिन में पेमेन्ट की गारंटी के साथ, किसान विरोधी कैसे हो गया ? पंजाब की बात न करें..वहाँ किसानी नहीं ज़मीदारी होती है। भैया लोगों से पूँछ लें ।
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