The Institute of World Demographics Research ने भारत का धार्मिक जनगणना का डाटा 1948 से 2017 तक निकाला है और 2041 तक जनसंख्या का अनुमान बताया है।
Year- 1948
Hindu : 88.2 %
Muslim: 6 %
पाण्डव पाँच भाई थे जिनके नाम हैं:
1.युधिष्ठिर
2.भीम
3.अर्जुन
4.नकुल
5.सहदेव
(इन पांचों के अलावा,महाबली कर्ण भी कुंती के ही पुत्र थे,परन्तु उनकी गिनती पांडवों में नहीं की जाती है)
यहाँ ध्यान रखें कि पाण्डु के उपरोक्त पाँचों पुत्रों में से युधिष्ठिर,भीम और अर्जुन की माता कुंती थी
तथा नकुल और सहदेव की माता माद्री थी।
वहीँ धृतराष्ट्र और गांधारी के सौ पुत्र थे।
कौरव कहलाए जिनके नाम हैं:
1.दुर्योधन
2.दुःशासन
3.दुःसह
4.दुःशल
5.जलसंघ
6.सम
7.सह
8.विंद
9.अनुविंद
10.दुर्धर्ष
11.सुबाहु
12.दुषप्रधर्षण
13.दुर्मर्षण
14.दुर्मुख
15.दुष्कर्ण
16.विकर्ण
17.शल
18.सत्वान
1. वीर सावरकर पहले क्रांतिकारी देशभक्त थे जिन्होंने 1901 में ब्रिटेन की रानी विक्टोरिया की मृत्यु पर नासिक में शोकसभा का विरोध किया और कहा कि वो हमारे शत्रु देश की रानी थी, हम शोक क्यूँ करें?
क्या किसी भारतीय महापुरुष के निधन पर ब्रिटेन में शोक सभा हुई?
2. वीर सावरकर पहले देशभक्त थे जिन्होंने एडवर्ड सप्तम के राज्याभिषेक समारोह का उत्सव मनाने वालों को त्र्यम्बकेश्वर में बड़े बड़े पोस्टर लगाकर कहा था कि गुलामी का उत्सव मत मनाओ!
3. विदेशी वस्त्रों की पहली होली पूना में 7 अक्तूबर 1905 को वीर सावरकर ने जलाई थी!
4. वीर सावरकर पहले ऐसे क्रांतिकारी थे जिन्होंने विदेशी वस्त्रों का दहन किया, तब बाल गंगाधर तिलक ने अपने पत्र केसरी में उनको शिवाजी के समान बताकर उनकी प्रशंसा की थी जबकि इस घटना की दक्षिण अफ्रीका के अपने पत्र ‘इन्डियन ओपीनियन’ में गाँधी ने निंदा की थी!
अगर सरकार आसानी से कृषि कानून रद्द कर दे तो ये समंजस में पड़ जाएंगे आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए इसीलिए इनकी दूसरी मांग होगी कि सबसे पहले उग्रवादियों और वामपंथियों को रिहा किया जाए क्योंकि इस आंदोलन में वामपंथी भी शामिल है इसलिए वो अपने नेताओं को छुड़वाएंगे सोचिए अगर सरकार ने ये
मांग भी आसानी से पूरी कर दी तो क्या आंदोलन बंद होगा जवाब नहीं
इसलिए अब इनकी तीसरी मांग होगी कि CAA रद्द हो और उस समय जो दंगे हुए थे उन आरोपियों को रिहा किया जाए और अगर वो मांग भी पूरी हो जाए तो क्या आंदोलन बंद होगा जवाब नहीं
इसलिए अब इनकी चौथी मांग होगी कि धारा 370 वापस लाया
जाए और क्योंकि जो बिल संसद में पास हुआ था कृषि कानून वो वापस हुआ तो इसे वापस लेना पड़ेगा और CAAको भी
और फिर हो सकता है ये आन्दोलन तब तक चले जब तक पंजाब एक अलग खालिस्तान न बन जाए
और फिर मान लीजिए सरकार ने ये सब मान लिया तो हमारा क्या होगा भारत का क्या होगा हो सकता है ये आन्दोलन
1. #लियो_टॉल्स्टॉय (1828 -1910):
"हिन्दू और हिन्दुत्व ही एक दिन दुनियाँ पर राज करेगा, क्योंकि इसी में ज्ञान और बुद्धि का संयोजन है"।
2. #हर्बर्ट_वेल्स (1846 - 1946):
" हिन्दुत्व का प्रभावीकरण फिर होने तक
अनगिनत कितनी पीढ़ियां अत्याचार सहेंगी और जीवन कट जाएगा, तभी एक दिन पूरी दुनियाँ उसकी ओर आकर्षित हो जाएगी, उसी दिन ही दिलशाद होंगे और उसी दिन दुनियाँ आबाद होगी सलाम हो उस दिन को "।
3.#अल्बर्ट_आइंस्टीन (1879 - 1955):
"मैं समझता हूँ कि हिन्दूओ ने अपनी बुद्धि और जागरूकता के
माध्यम से वह किया जो यहूदी न कर सके । हिन्दुत्व मे ही वह शक्ति है जिससे शांति स्थापित हो सकती है"।
4. #हस्टन_स्मिथ (1919):"जो विश्वास हम पर है और इस हम से बेहतर कुछ भी दुनियाँ में है तो वो हिन्दुत्व है । अगर हम अपना दिल और दिमाग इसके लिए खोलें तो उसमें हमारी ही भलाई होगी"।