6 साल पहले रेलवे स्टेशन पर सीढ़ी पर चल कर जाना पड़ता था, आज एक्सीलेटर पर चढ़ कर जाते है।
6 साल पहले 9 subsidized LPG सिलिंडर मिलते थे, आज 12 मिलते हैं। उसमें भी घंटों लाइन में लगा रहना पड़ता था, पहले बुकिंग के लिए फिर सिलेण्डर के लिए
क्या पेट्रोल-डीजल को रो रहे हो?