*एक मेघवाल का बेटा ने राजपुतों ब्राह्मण पर लेख लिखा*
********** 💞 *राजपूत ब्राह्मण एकता जिंदाबाद*🚩************
मै जाति से मेघवाल हूँ ,मेरा नाम पंकज कमलिया है और मैं मध्यप्रदेश का रहने वाला हूं। मेरा गांव निपानिया पोस्ट मेलखेड़ा तहसील शामगढ़ का हु ,सुवासरा में रहकर JCB...2
2..चलाता हूं। लेकिन आज एक ठाकुरवादी पोस्ट लिख रहा हूं। राजपूतों,ब्राह्मणों के बारे में कहा जाता है.अजी साहब बहुत भेदभाव हुआ दलितों के साथ। उनसे खेतों में काम कराया गया, हरवाही कराई गई, गोबर उठवाया गया, उन्हें शिक्षा से वंचित रखा गया इत्यादि ।
साहब बहुत जुल्म हुआ दलितों पे ...3
3..यह बात बहुत जोरों से सोशल मीडिया, मास मीडिया के माध्मय से लोगों को बताई जा रही है। मगर 1400साल पहले जब मक्का से इंसानी खून की प्यासी इस्लाम की तलवार लपलपाते हुए निकली तो..एक झटके में ही..ईरान,इराक,सीरिया,मिश्र,दमिश्, अफगानिस्तान,कतर, बलूचिस्तान से लेकर मंगोलिया @Dr_Uditraj..4
4..और रूस तक ध्वस्त होते चले गए।स्थानीय धर्मों और परम्पराओं का तलवार के बल पर लुप्त कर दिया गया और सर्वत्र इस्लाम ही इस्लाम हो गया।शान से इस्लाम का झंडा आसमान चूमता हुआ अफगानिस्तान होते हुए सिंध के रास्ते हिंदुस्तान पहुंचा,पर यहां पहुंचते ही इस्लाम की लगाम आगे बढ़ के...5
5..क्षत्रियों ने थाम ली जिसके कारण भीषण रक्तपात हुआ।आठ सौ साल तक क्षत्रिय राजवंशों से लेकर आम क्षत्रियों ने इस्लाम की नकेल ढीली न पड़ने दी। इनका साथ भी दिया ब्राह्मणों ने,जाटों ने, गुज्जरों ने, यादवों ने,वैश्यों ने ...!
पर ये लोग फ्रंट लाइनर नहीं रहे कभी, सिर्फ @Dr_Uditraj...6
6..आत्मरक्षार्थ डटे रहते थे ...!*असली लड़ाई तो राजपूतों ( ब्राह्मणो) ने ही लड़ी ...!*
ब्राह्मणों ने रास्ता दिखाया राजपूतों ने लड़ाई लड़ी जब जरूरत पड़ी तो ब्राह्मणों भी तलवार उठाई,एक समय ऐसा आया जब 18 साल से ऊपर के लड़के ही न रहे क्षत्रियों में। विधवाओं का अंबार @Dr_Uditraj ...7
7..लग गया। इसी वजह से सतीप्रथा,जौहर जैसी व्यवस्थाएं आकार लेने लगीं।क्षत्राणियां खुद आगे बढ़कर अपने पति,बेटों को युद्ध में तिलक लगाकर भेजती थीं और खुद जौहर करती थीं ताकि कोई गैर उनके शरीर को हाथ भी न लगा सके। परिणामतः UP जैसे बड़े राज्य में ये राजपूत घट के 1% से भी नीचे ....8
8..आ गए। जनसंख्या बढ़ने के बाद अब लगभग 8% तक पहुंचे हैं। किसी-किसी राज्य में तो इनकी जड़ ही गायब हो गई। जबकि तथाकथित शोषित वर्ग खुद को 54% बताता है..! जिसका नतीजा यह हुआ कि इस्लाम यहीं फंसकर रह गया और आगे नहीं बढ़ पाया।
परिणामतः-चाइना,कोरिया,जापान,नेपाल जैसे भारत के पूर्वी....9
9..राज्य इस्लाम के हमले से बच गए।
इतना सब कुछ झेलने के बाद भी कहीं किसी इतिहास में ये नही मिलेगा कि इस्लाम के खिलाफ लड़ाई में ब्राह्मण में ऐसी शिक्षा दी, कि क्षत्रियों ने खुद न जा के किसी और जाति को मरने के लिए आगे नहीं किया।बाकी जातियों में जो लड़े वो सिर्फ आत्मरक्षार्थ ...10
10..ही लड़े।राजपूत अपने नाबालिग बेटे कुर्बान करते रहे पर कभी अपने कर्म से विमुख नहीं हुए। सामाजिक जातीय वर्ण व्यवस्था का पूरा ख्याल रखा। जिसके वजह से आज की हिन्दू पीढ़ी मुसलमान होने से बची रह गई। राजपूतो में आपसी मतभेद होने के वजह से मुसलमानों का भारत पर अधिकार तो हो गया...11
11..लेकिन 800सालों में भी भारत को इस्लामिक देश नहीं बना पाया।कुछ को छोड़ कर बाकी पूरा समाज सदा ही इनका ऋणी रहेगा।⚔🚩बाकी तो हर जगह राजपूतों, ब्राह्मण को अत्याचारी ही बताया गया है, रही सही कसर बॉलीवुड ने पूरी कर दी। सभी फिल्मों में इन्हें अत्याचारी ठाकुर, ब्राह्मण दिखा....12
12..दिखा के लोगों के दिमाग में इनकी गलत छवि पेश की गई।
धन्य है वह ब्राह्मण गुरु जिन्होंने ऐसी शिक्षा भी दी और जान देने की बारी आई जान भी दी
लेकिन ये नहीं दिखाया कि जब मुस्लिम तलवारें रक्त मांगती थी तब पहला सिर इन क्षत्राणि माँओं ने अपने पति और बेटों के दिया है। कद्र करो...13
13.. इनकी सभी लोग और अहसानमानों, ये न होते तो आज किसी मस्जिद में नमाज पढ़ रहे होते।
जिनके दादा परदादा राजपूती तलवार के छत्रछाया में न केवल जिंदा रहे बल्कि अपने धर्म को बचाये रखने में कामयाब रहे आज वही लोग राजपूतों, ब्राह्मण, पर जातिवाद का आरोप लगाते हैं। इतिहास पता करो....14
14..राजपूतों, ब्राह्मण को गाली देने से पहले, हिंदुत्व की रक्षा में इस कौम ने अपनी संतानों की बलि चढ़ा दी,धन्य हैं वो राजपूती नारियां।
धन्य धन्य धरा जहां की शक्ति भक्ति और
स्वाभिमान कभी बिका नहीं। धन्य था वो शूरवीर राणा जिसकी ताकत के आगे अकबर तक टिका नहीं।क्या फौलादी सीना था..15
15..उस राणा का टकराकर तीर सीने में टूट जाते थे।हिनहिनाता था जब चेतक तो
मुगलों के छक्के छूट जाते थे।ऐसा भगवा उड़ाया राणा ने हल्दीघाटी में कि सूर्यदेव भी छिप गए गगन परऔर आदमी तो आदमी एक घोड़े ने
जान दे दी वतन पर।
धन्य है ऐसे ब्राह्मण जिन्होंने राजपुताना वीरों को ऐसी...16
16..शिक्षा दी,जिनके शब्दकोष में डर शब्द नहीं था।मेरा हमेशा उनको नमन रहेगा,राजपुतों आपको व आपके वंश को। राजपूतों, ब्राह्मणों,जाट,गुज्जर #मेघवाल भाइयों व बहनों से निवेदन है कि इस पोस्ट को शेयर करके ज्यादा से ज्यादा लोगों तक भेजिये ताकि लोगों को राजपूतों के बलिदान और वीरता से..17
17..अवगत कराया जा सके और जो लोग कहते हैं, ब्राह्मण,राजपूतों ने शोषण किया है उनके मुँह पर तमाचा मारा जा सके।।
और मैं अपने मेघवाल व अन्य जातीय भाईयों एवं बहनों से कहना चाहता हूं कि राजपूतों ब्राह्मण से कभी बैर मत रखो और इनका हमेशा साथ देना, क्योंकि इन्होंने हमारे लिए बहुत...18
18..बलिदान दिए हैं। इसलिए @Dr_Uditraj भैय्या कभी समय निकालकर थोड़ा इतिहास पढ़ लिया करो व मनन एवं #चिंतन किया करो , राजनीति आप कितनी भी करो सोनिया आपको #अध्यक्ष नही बनाएगी ।
🚩🔱🚩
जय जय श्री राम
हर हर महादेव
जय माँ भवानी
जय श्री कृष्ण
जय परशुराम जी 🙏🏽🙏🏽 #शुभयामिनी
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स्वामी श्रद्धानन्द (मुंशीराम विज) का जन्म 22 फरवरी सन् 1856 (फाल्गुन कृष्ण त्र्योदशी, विक्रम संवत् 1913) को पंजाब प्रान्त के जालन्धर जिले के तलवान ग्राम में एक खत्री परिवार में हुआ था। उनके पिता श्री नानकचन्द विज यूनाइटेड प्रोविन्स..2
2..(वर्तमान उत्तर प्रदेश) में पुलिस अधिकारी थे। उनके बचपन का नाम बृहस्पति विज और मुंशीराम विज था, किन्तु मुन्शीराम सरल होने के कारण अधिक प्रचलित हुआ।
पिता का स्थानान्तरण अलग-अलग स्थानों पर होने के कारण उनकी आरम्भिक शिक्षा अच्छी प्रकार नहीं हो सकी। लाहौर और जालंधर उनके मुख्य...3
3..कार्यस्थल रहे। एकबार आर्यसमाज के संस्थापक स्वामी दयानन्द सरस्वती वैदिक-धर्म के प्रचारार्थ बरेली पहुंचे। पुलिसअधिकारी नानकचन्द विज अपने पुत्र मुंशीराम विज को साथ लेकर स्वामी दयानन्द सरस्वतीजी का प्रवचन सुनने पहुँचे। युवावस्था तक मुंशीराम विज ईश्वर के अस्तित्व में विश्वास...4
*"भारत पाकिस्तान मे युद्ध होगा! लेकिन भारत मे भीषण ग्रहयुद्ध होगा! - भविष्य वाणी"*
*हर हिन्दू ये थ्रेड पूरा पढे!*
*पाकिस्तान के पास सबसे बड़ा हथियार उसका परमाणु बम नहीं, बल्कि भारत मे बसे तीस करोड़ मुसलमान हैं!*
*यह बात मैं नहीं...2/2
2/2..कह रहा हूँ,यह बात १९८० के दशक में जनरल जिया-उल-हक ने कही थी!*
*उसने कहा था कि "जब भारत में पाकिस्तान से ज्यादा मुसलमान हैं, तो हमें वहाँ लड़ने के लिए अपने सैनिक भेजने की क्या जरूरत है?"*
*तब से पाकिस्तान ने अपनी सोच-स्ट्रेटजी बदल ली है! अब उसने भारत के मुसलमानों को...3/3
3/3..रेडिकलाइज करने में इन्वेस्ट करना शुरू कर दिया है!*
*हर शहर, हर गली मे मदरसे! यहां कि शिक्षा उसका उदाहरण हैं!*
*भारत की अपनी सरकारों और गद्दार नेताओं ने भी इस आग में खूब घी डाला है*
*आज अगर मोटा-मोटा आकलन करें, तो भी कम से कम ५०%मुसलमान इस्लामी कट्टर हो ही चुका है!...4/4
अफगानिस्तान...एक अभिशप्त/शापित भूमि।
आज का अफगानिस्तान कल के आर्यावर्त अखंड भारत भूमि का हिस्सा था। यहां पर माता सती के पिता दक्ष प्रजापति का शासन था। माता सती के सती होने पर भगवान भोलेनाथ के तांडव का गवाह रहा यह स्थल। भगवान भोलेनाथ ने रुष्ट होकर दक्ष प्रजापति का
संहार...2/2
2/2..किया और इस भूमि को अभिशप्त करते हुए कहा कि यहां पर अब से असुरों का राज होगा। भगवान भोलेनाथ ने देवताओं संतो और मनुष्यों से वह भूमि तत्क्षण खाली करने को कहा और कहा कि जो भी यहां रहेगा वह कभी संतुष्ट नहीं रहेगा ।
अफगानिस्तान को ही गांधार, मद्र देश के नाम से जाना...3/3
3/3..जाता रहा। त्रेतायुग में माता केकई और मंथरा इसी भूमि से अयोध्याजी आई और राम जी को वनवास भोगना पड़ा। द्वापर में इसी भूमि से गांधारी और शकुनि हस्तिनापुर आए , महाभारत हो गया। कलयुग में इस भूमि पर सनातन प्रभाव समाप्त होने के बाद हजार वर्ष तक बौद्ध प्रभाव रहा। शांतिप्रिय...4/4
ये तालिबान जो कर रहा है,ये सिर्फ अफगानिस्तान के मुसलमानों को दूसरे देशों में बसाने का नाटक भर है,
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लेकिन आप एक बात पर ध्यान देना 57 मुस्लिम देशों में से कोई भी मुस्लिम देश इनको शरण नहीं दे रहा,ये लोग बस यही चाहेंगे कि फ्रांस इटली जर्मनी या अमेरिका इंग्लैंड...2/2
2/..ऑस्ट्रेलिया में शरण मिल जाए,जबकि इन लोगों को शरण सबसे पहले Muslim देशों ने देनी चाहिए थी, लेकिन वो सब लोग चुप हैं, ये चुप्पी भी साजिश का हिस्सा है।
सारे मुसलमानों को समझा दिया जाता है कि हर 5 से 10साल में कोई आतंकवादी संगठन को मजबूत किया जाएगा हथियार दिए जाएंगे
फिर...3/3
3/3...मारकाट होगी और वहां से लाखों मुसलमानों को दूसरे देशों में भेजा जाएगा ताकि उन देशों में मुसलमानों की संख्या बढ़ाई जा सके।
निर्मम तरीके से कुछ लोगों को इसलिए मारा जाता है ताकि दुनिया ऐसे वीडियो देखकर उन पर दया आए, और कुछ देश आगे आकर उनको शरण देने के लिए तैयार...4/4