राजपूत सम्राट पृथ्वीराज चौहान के दरबारी कवि जयानक द्वारा लिखित "पृथ्वीराजविजयमहाकाव्य" ग्रंथ इतिहास का सटीक ग्रंथ है जो पृथ्वीराज के शासन में लिखा गया और रासो ग्रंथ पृथ्वीराजजी के 400 साल बाद मुगल काल में लिखा गया जो सही प्रमाणित नहीं है.
सम्राट पृथ्वीराज बॉलीवुड भाजपा और आरएसएस की एक ओछी हरकत.जितना भव्य नाम है उसी के विपरीत बॉलीवुड ने उसे उतना ही बौना दिखाने का एक भरसक सफल प्रयास किया है!सम्राट चौहान के वंश से होने के कारण मै इस मूवी के लिये अत्यधिक उत्साही था /-👇 #BoycottSamratPrithvirajMovie
सोचा बचपन से जिनके शौर्य की गाथाये सुनके बड़ा हुआ हु आज उनके किरदार का जीवंत रूप कला के माध्यम से देखूंगा लेकिन जब देखि तो आँखों पर विस्वास ही नहीं हुआ क्यूंकि जो बचपन से पढ़ा सुना वैसा इसमें बिल्कुल ही नहीं था फ़िल्म को सम्राट के नाम पर महज एक मसाला फ़िल्म बनाकर छोड़ /-
दिया,फ़िल्म के सभी किरदारों का बेहद ही घटिया रूपांतरण किया गया, कोई भी किरदार वास्तविक किरदार का 1% भी नहीं था.
सम्राट पृथ्वीराज के नाम से मूवी थी लेकिन किरदार अनुसार बात करू तो सबसे पहले बात करता हूँ काका कान्हा /कन्ह की. /- #BoycottSamratPrithvirajMovie
पृथ्वीराज के डायरेक्ट वंशज रणथंबोर गए उसके बाद रणथंबोर से चंपानेर-पावागढ़ - पावागढ़ छूटने के बाद देवगढ़, बरिया रियासत. इतने दिनों खींची चौहान बनकर भ्रमित थे, चंपानेर के किले में कुएं में पृथ्वीराज चौहान के वंशज पाल्हण का शिलालेख प्राप्त हुआ है/1 #RajputSamratPrithvirajChauhan
पृथ्वीराज चौहान के वंशजों की प्रस्तुति वंशावली शिलालेख में अंकित है उनके वंशज वर्तमान देवगढ़ ,बरिया में रहते हैं राजपूत रियासत है। क्या शिलालेखों कोर्ट में चैलेंज करेंगे कोई । @akshaykumar