आमिर खान के कारण उनकी आने वाली फिल्म "लाल सिंह चड्ढा" के बहिष्कार की मुहिम चलाए हुए हैं।
फिर चाहे ट्विटर पर हो या सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म पर #BoycottLaalSinghChaddha को टाप ट्रेंड करा रहे हैं।
मगर इससे होगा क्या ? फिल्म चर्चित होगी और यही भक्त सिनेमा हॉल , या ओटीटी पर फिल्म भी देखेंगे।
मगर दिमाग नहीं लगाएंगे , कि उनके बायकाट की मुहिम से आमिर खान का एक रोयां भी टेढ़ा नहीं होने वाला।
कैसे ? ऐसे कि वह फिल्म के अकेले निर्माता नहीं हैं बल्कि उनके साथ किरन राव ,
ज्योति देशपांडे , अजित अंधेरे और राधिका चौधरी का भी पैसा लगा है और इन सबमें आमिर खान सबसे अधिक सुरक्षित हैं।
दरअसल कुल ₹180 करोड़ के बजट की इस फिल्म में आमिर खान बतौर अभिनेता ₹50 करोड़ अपनी फीस पहले ही ले चुके हैं।
आमिर खान के अतिरिक्त करीना कपूर खान ₹8 करोड़ ,
नागा चैतन्य ₹6 करोड़ और मोना सिंह ₹2 करोड़ पहले ही ले चुके हैं।
दरअसल आमिर खान को फिल्म फ्लॉप होने से बस उनके होने वाले मुनाफे पर असर पड़ सकता है क्योंकि Viacom18 Studios और आमिर खान प्रोडक्शन के बीच फिल्म से होने वाले लाभ में 70% हिस्सा आमिर खान के खाते में आना है।
मगर ठहरिए
, Rs180 करोड़ का हिसाब किताब भी समझ लीजिए ।
आमिर खान ने फिल्म वितरण के अधिकार 3 अलग अलग लोगों को बेचा है।
भारत में यह फिल्म रिलायंस के मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली Viacom18 वितरित करेगी , मुकेश अंबानी मने बाप जी।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह फिल्म "पैरामाउंट पिक्चर्स"
द्वारा वितरित की जाएगी।
अब "पैरामाउंट पिक्चर्स" के बारे में भी जान लीजिए , "डिज़्नी" के स्वामित्व वाली "पैरामाउंट पिक्चर्स" अमेरिका की सबसे धनाढ्य वित्तीय संस्थाओं में से एक है।
ओटीटी पर "लाल सिंह चड्ढा" के राइट्स "नेटफ्लिक्स" ने खरीदा है और "नेटफ्लिक्स" पर फिल्म के रिलीज डेट
11 अगस्त 2022 के 6 महीने बाद यह फिल्म प्रसारित की जाएगी।
₹180 करोड़ की इस फिल्म को नेटफ्लिक्स के हाथों आमिर खान ने ₹160 करोड़ में बेचा है।
अब Viacom18 और "पैरामाउंट पिक्चर्स" से हुई डील का अंदाजा लगा लीजिए। एक अनुमान के अनुसार दोनों से आमिर खान को कम से कम ₹400 करोड़ वितरण
के अधिकार प्राप्त करने के लिए मिले होंगे।
मतलब कि सिर्फ प्रसारण और वितरण का अधिकार बेचकर आमिर खान ने ₹560 करोड़ कमा लिए , ₹50करोड़ की फीस जोड़ लीजिए तो यह रकम हो गयी ₹610 करोड़।
खर्च हुआ ₹180 करोड़ , मुनाफे में अभी 70% हिस्सा बाकी है जो सिख भाइयों के लिए मामुली बात है।
करो बहिष्कार , आमिर खान का एक "ज़ेरे नाफ" भी ना उखाड़ पाओगे।
सुबह से लिबरलों की पोस्ट देख रहा हूं।सब जज बने हुए हैं। धड़ाधड़ फैसले दे रहे हैं
कर्फ्यू में सिमटी रांची का एक केस बताता हूं।शायद जजमेंट देने में आसानी हो।
12वीं में पढ़ने वाले अफ़सार आलम को पुलिस की 6 गोलियां लगी हैं।आपने कभी सुना है कि हिंसा के बीच एक ही व्यक्ति को पुलिस की 6
गोलियां लगी हों?
RIIMS के डॉक्टरों ने 4 गोलियां निकाल दीं। 2 अभी भी जिस्म में धंसी हैं। हिंसा में मरने वाले 22 साल के कैफ़ी के सिर में गोलियां लगी हैं। भेजा बाहर आ गया।शायद, पुलिस मैन्युअल कहीं कचरे में पड़ा हो।
पैगम्बर साहेब पर अनुचित टिप्पणी के विरोध में पूरा देश कश्मीर बन
चुका है। कश्मीर में जब पत्थर चलते थे तो देश के किसी ठंडे कोने में बैठे लिबरल संयम बरतने को कहते थे।
जब पैलेट गन चले तो किसी ने संयम शब्द का इस्तेमाल नहीं किया।
शांतिपूर्ण प्रदर्शन। मैं सहमत हूं। यही होना चाहिए। यही रास्ता है।
✍️हिंदू-मुसलमान और लाउडस्पीकर के शोर के पीछे एक खबर दबा दी गई..
(पवन सिंह)
हिंदू-मुसलमान और लाउडस्पीकर के शोर के पीछे एक बड़ी खबर दबा दी गई है। यह खबर जुड़ी है क्रूड ऑयल की यह खरीद से। यह खबर भारत के में स्ट्रीम मीडिया के लिए एक बहुत बड़ी खबर होनी चाहिए
थी लेकिन मीडिया ने तुरंत ट्रैक चेंज किया और वह हिन्दू मुस्लिम व लाउडस्पीकर पर आ गया। प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया ने अपने सदाबहार धार्मिक बाण का संधान कर पगलाई जनता के बीच चला दिया...हुआ यह कि देश के सभी न्यूज चैनलों वो बड़े अखबारों ने आदरणीय मोदी जी का जयकोष आरंभ कर दिया।
खबर चलने लगी कि परम पूजनीय संध्या वंदनीय मोदी जी ने अमेरिका की दादागिरी को मुंहतोड़ जबाब दे दिया है। भारत ने अमेरिकी को उसकी औकात बता दी...अमेरिका की परवाह न करते हुए मोदी जी रुस से सस्ता क्रूड आयल खरीदने का फैसला किया है। लेकिन भारत में शाम ढलते-ढलते पूरे तेल-पानी की वाट लग गई
1. उन्नाव में रेप किसने किया भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर ने, FIR किस पर दर्ज की गई?...रेप पीड़ित बच्ची पर, अंत में उसके परिवार पर ट्रक चढ़वा दिया सो अलग।
2. बलात्कार किसने किया बीजेपी के गृहमंत्री "स्वामी चिन्मयानंद" ने, एफआईआर किस पर
दर्ज हुई? पीड़ित बच्ची पर।
3. भीमा कोरेगांव में हिंसा किसने फैलाई? मोदी जी के गुरु सम्भाजी भिड़े ने। FIR किस पर हुई? पिटने वाले प्रोफेसरों, लेखकों और ऑर्गेनाइजरों पर। और उन्हें अर्बन नक्सली भी घोषित कर दिया।
4. छत्तीसगढ़ में आदिवासी सौनी सोरी के चेहरे पर तेजाब
किसने फिंकवाया? डीएसपी कल्लूरी ने। FIR किसपर की गई? पीड़ित सौनी सोरी पर (कल्लूरी का क्या हुआ? कल्लूरी का प्रमोशन हुआ)
5. अखलाक की हत्या किसने की? बीजेपी विधायक संगीत सोम समर्थक भीड़ ने। FIR किसपर दर्ज हुई? मृतक अखलाक के परिवार पर।
रुपया और डॉलर (60 रूपये से अब 75 रूपये हो गया है) बराबर करने आये थे, पेट्रोल और डीजल बराबर कर दिया !! - इसे अच्छे दिन कहते हो क्या ? चीन, नेपाल किसी के बारे में मुंह नहीं खोला जा रहा.... निंदा तक नहीं हो पा रही | चीन हमारी सीमा में घुस के बैठा है, नेपाल ने
बांधों पर काम रोक दिया है अब तो...!!! GDP 8% पकड़ाई थी इनको और अब कहाँ है ? कहाँ से कहाँ ला दिया देश को ? - जब हमने कहा था कि अच्छे दिन नहीं आने वाले हैं तो कहा गया कि बच्चा होने में भी 9 महीने तो लगते ही हैं... जब वो पूरे हो गए तो कहा गया कि अरे 70 साल का कचरा साफ़
करने में 5 साल तो लगेंगे ही और जब 5 साल बाद पूछा तो कहा कि 70 के गड्ढों को भरने में कम से कम 10 साल तो लगेंगे ?? अबे और कितना नाश मारोगे देश का ?
कपूत होता है न कपूत.... उसकी पहचान होती है कि सबसे पहले घर के बर्तन भांडे बेच देता है | देखो ज़रा... क्या क्या नहीं बेच
*संविधान में आर्टिकल 21, 37, 38, 39 और 300 के रहते केन्द्र सरकार निजीकरण नहीं कर सकती और न ही निजीकरण पर कोई कानून बना सकती। यदि सरकार संविधान का उलंघन कर निजीकरण के लिए मनमाना कानून बनाती है तो सरकार अदालतों में टिक नहीं सकती वसरते न्यायालय सही न्याय करे तो
संविधान का उलंघन देश द्रोह का अपराध है और उम्र कैद की सजा का प्रावधान है और सही निर्णय होने पर सरकार भंग हो सकती है आज अच्छी शिक्षा पा रहे सभी भारतीयों के बच्चे निजीकरण के कारण पूँजीपतियों के यहाँ 5000 के नौकर होंगे। सम्मानित साथियों संविधान सभा में इस बात पर विस्तार से चर्चा
हुई थी कि देश में प्राइवेट सेक्टर तैयार किया जाए या पब्लिक सेक्टर/ सरकारी सेक्टर संविधान सभा की पूरी बहस के बाद संविधान निर्माताओं ने यह तय किया कि देश में व्यपक स्तर पर असमानता है और असमानता को दूर करने के लिए पब्लिक सेक्टर यानि सरकारी सेक्टर तैयार किया जाए यह संविधान
#फ़र्ज़ी_कोयला_संकट#PrivatizationNoSolution पूरा पढ़े
इकलहरा खदान के कोयला भंडार में डेढ़ महीने से आग लगी है 25% कोयला जल चुका है, यूनियन एक्शन लेने के लिए आंदोलन कर रही हैँ और वेस्टर्न कोल फिल्ड लिमिटेड के महाप्रबंधक कह रहें हैं कि सब ठीक है
बाड़मेर : सोनडी व गिरल में लगातार
कोयला उत्पादन हो रहा है। ठेकेदार 2200 का ख़रीद के राजस्थान से गुजरात में ले जाकर बेच रहे हैँ।
अब भी आप विश्वास करते हैँ कि देश में कोयले कि कमी है ? दरअसल ये सारे काण्ड सरकार कि सहमति से कराये जा रहें हैँ। ताकि जनता को बताया जा सके कि देश में कोयले कि कमी है,
इस लिए विदेशों से आयात होगा, एक तरफ कोल इंडिया को प्रइवेटाइज करने का बहाना मिलेगा दूसरी तरफ प्राइवेट खनिको को खनन करने के लिए सारे नियमों कि ऐसी तैसी करने की खुली छूट मिलेगी।
इसके साथ अडानी की आस्ट्रेलिया वाली खदान का कोयला आएगा, कमी है तो रेट बढ़ गए, इस लिए बिजली के रेट