👉🏾किताबों को खंगालने से हमें यह पता चला... कि...👇🏾
(BHU) "बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय" के संस्थापक *पंडित मदनमोहन मालवीय जी* नें 14 फ़रवरी 1931 को Lord Irwin के सामने *भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव* की फांसी रोकने के लिए Mercy Petition दायर की थी ताकि उन्हें फांसी न दी जाये 👇🏾👇🏾
और कुछ सजा भी कम की जाएl Lord Irwin ने तब मालवीय जी से कहा कि आप कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष है इसलिए आपको इस Petition के साथ नेहरु, गाँधी और कांग्रेस के कम से कम 20 अन्य सदस्यों के पत्र भी लाने होंगेl
जब मालवीय जी ने भगत सिंह की फांसी रुकवाने के बारे में नेहरु और गाँधी से बात👇🏾👇🏾
बात की तो उन्होंने इस बात पर चुप्पी साध ली और अपनी सहमति नहीं दीl इसके अतिरिक्त गाँधी और नेहरु की असहमति के कारण ही कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी अपनी सहमति नहीं दीl
Retire होने के बाद Lord Irwin ने स्वयं London में कहा था कि "यदि नेहरु और गाँधी एक बार भी भगत सिंह की 👇🏾👇🏾
फांसी रुकवाने की अपील करते तो हम निश्चित ही उनकी फांसी रद्द कर देते, लेकिन पता नहीं क्यों मुझे ऐसा महसूस हुआ कि गाँधी और नेहरु को इस बात की हमसे भी ज्यादा जल्दी थी कि भगत सिंह को फांसी दी जाए”
Prof. Kapil Kumar की किताब के अनुसार ”गाँधी और Lord Irwin के बीच जब समझौता हुआ उस 👇🏾👇🏾
समय इरविन इतना आश्चर्य में था कि गाँधी और नेहरु में से किसी ने भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को छोड़ने के बारे में चर्चा तक नहीं कीl”
Lord Irwin ने अपने दोस्तों से कहा कि ‘हम यह मानकर चल रहे थे कि गाँधी और नेहरु भगत सिंह की रिहाई के लिए अड़ जायेंगे और हम उनकी यह बात मान लेंगे l👇🏾
भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी लगाने की इतनी जल्दी तो अंग्रेजों को भी नही थी जितनी कि गाँधी और नेहरु को थी
क्योंकि भगत सिंह तेजी से भारत के लोगों के बीच लोकप्रिय हो रहे थे जोकि गाँधी और नेहरु को बिलकुल रास नहीं आ रहा था
यही कारण था कि वो चाहते थे कि जल्द से जल्द भगत सिंह👇🏾
को फांसी दे दी जाये, यह बात स्वयं इरविन ने कही है l
इसके अतिरिक्त लाहौर जेल के जेलर ने स्वयं गाँधी को पत्र लिखकर पूछा था कि ‘इन लड़कों को फांसी देने से देश का माहौल तो नहीं बिगड़ेगा? तब गाँधी ने उस पत्र का लिखित जवाब दिया था कि ‘आप अपना काम करें कुछ नहीं होगा' @NandiniDurgesh5
इस सब के बाद भी यदि कोई कांग्रेस को देशभक्त कहे तो निश्चित ही गुस्सा तो आयेगा ही😡
ऐसे थे गांधी नेहरू😡
वे नेता के रुप में कलंक थे।
मिली भगत भी थी आपस में।
यूँ ही नही हुई है नफरत "कांग्रेस" से और भी हजारों कारण हैं😡 #कांग्रेस_देश_के_लिए_घातक_है 👹 #कांग्रेस_हिन्दुत्व_विरोधी_है👹
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👉🏾जापान में लोकप्रिय हो रहा : मिनिमलिज्म (न्यूनतमवाद)
"थोड़ा है, ज्यादा की जरूरत नहीं", के सिद्धांत पर चल रहा है जापान! बड़े घर, बड़ी गाडियां, बड़ी जमीनों को तिलांजलि दे रहे हैं। सीमित कपड़े, न्यूनतम समान की नई राह पकड़ी है यहां लोगों ने, और दावा किया जा रहा है @Geetaverma07 👇🏾
कि वे पहले से अधिक खुश हैं। दिखावटी साजो सामान वे नापसंद करने लगे हैं। यहां जो दिखावे को तवज्जो देता है, उसे असभ्य माना जाता है! और, यह जीवनशैली मजबूरी नहीं, उनके जीने का आसन सलीका है।
इस पृथ्वी पर अहसान है यह उनका। तकनीक और आधुनिकतम मशीनी युग में परचम फहरा कर यदि किसी देश के 👇🏾
लोग ऐसा करने लगे हैं, तो वाकई यह वास्तविक *"प्रतिक्रमण"* है। (जैन धर्म की एक साधना, जिसमें साधक प्रमादजन्य दोषों से निवृत होकर आत्मस्वरूप में लौटने की ओर प्रवृत्त होता है)।
धीरे ही सही, लेकिन पनपते रहेंगे और जिएंगे। *या* सर्वनाश देखते देखते मरेंगे। इन दो विकल्पों में से यदि 👇🏾
लेहरू नें अपने जीवनकाल में 112 किताबें लिखी... अगर आप 1 साल में लेहरू की लिखी 4 किताबें भी पढ़ते हैं तो आपको सारी किताबें पढ़ने में 28 साल लगेंगे...और जब जाहिलों की तरह लेहरू को गाली देते हैं तब खुद की नस्लों को बरबाद करने के अलावा👇🏾
कुछ नहीं करते...
84 देशों में लेहरू की मूर्ति लगी हुई हैं, असंख्य देशों में सड़कों और अन्य सरकारी प्रतिष्ठानों के नाम लेहरू पर रखे हुए हैं... विश्व की 80 से ज्यादा यूनिवर्सिटी में लेहरू की लिखी किताबें पढ़ाई जाती हैं... ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में "ओरिएंटेशन कोर्स" में लेहरू को 👇🏾
पढ़ना अनिवार्य है..
विश्व की कई यूनिवर्सिटी में लेहरू के नाम पर सरकारी स्कॉलरशिप है, "चेयर" है
लेहरू की लिखी हुई किताबों की "रॉयल्टी" आज भी करोड़ों में है...ये सारा पैसा भारत सरकार के खजाने में जाता है...गाँधी परिवार को रॉयल्टी का एक रुपया भी नहीं मिलता..(ये कोई नहीं बताता)😜👇🏾
👉🏾रोहिंग्या बांग्लादेशी के रक्षक कौन.??🤔
भारत में घुसे हुए ये राक्षस घुसपैठी(रोहिंग्या) हर आतंकी गतिविधियों से जुड़ें हैं,,चाहे ÇAA में हो, कश्मीर में धारा 370 में, किसान आंदोलन में, राष्ट्र की सुरक्षा में, धर्म पर आघात में, बल्कि देश में हुए प्रत्येक आतंकी साजिश @Geetaverma07👇🏾
में रोहिंग्या और PFI शामिल होते ही होते हैं।
दुर्भाग्य भारतीयों का PFI जैसे आतंकी संगठन को बैन नहीं किया जा रहा .??😡
प्रशांत भूषण जैसा गद्दार तो विश्व में भी नहीं होगा :- इन्हें सुरक्षा की बदनीयती से "वसुधैव कुटुंबकम्" को आधार बनाकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया😡 @chhotiradha 👇🏾
अबे ठूल्ले प्रशांत भूषण "वसुधैव कुटुंबकम् " भारतीयों के आधार पर के लिए तथ्य है,, नाकि राक्षस, हत्यारे, राष्ट्र के दुश्मन - रोहिंग्याओ के लिए है।👹
अमानतुल्लाह ने भी इन गद्दारों रोहिंग्याओ के प्रेम में मुस्लिम कार्ड खेलते हुए कहा, कि BJP मुसलमानों को देश से बाहर निकाल रही है।👇🏾👇🏾
🙏कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं🚩🙏 हाथी घोड़ा पालकी! जय कन्हैया लाल की !!
राधे- राधे 🙏 चिन्तन
🚩भगवान श्री कृष्ण एक तरफ वंशीधर हैं तो दूसरी तरफ चक्रधर, एक तरफ माखन चुराने वाले हैं तो दूसरी तरफ सृष्टि को खिलाने वाले। वो एक तरफ बनवारी हैं तो दूसरी तरफ गिरधारी, 👇🏾
वो एक तरफ राधारमण हैं तो तो दूसरी तरफ रुक्मणि हरण करने वाले हैं।
🚩 कभी शांतिदूत तो कभी क्रांतिदूत, कभी यशोदा तो कभी देवकी के पूत। कभी युद्ध का मैदान छोड़कर भागने का कृत्य , तो कभी सहस्र फन नाग के मस्तक पर नृत्य। जीवन को पूर्णता से जीने का नाम कृष्ण है। @rs414317 @chhotiradha👇🏾
जीवन को समग्रता से स्वीकार किया श्री कृष्ण ने। परिस्थितियों से भागे नहीं उन्हें स्वीकार किया।
🚩भगवान श्री कृष्ण एक महान कर्मयोगी थे, उन्होंने अर्जुन को यही समझाया कि हे अर्जुन, माना कि कर्म थोड़ा दुखदायी होता है लेकिन बिना कर्म किये सुख की प्राप्ति भी नहीं हो सकती। @dahiya_oma
इस अत्यंत गंभीर तथ्य की तरफ कोई ध्यान क्यों नहीं दे रहा है.?
जब से (1998 से) कांग्रेस पर इटैलियन ईसाईन सोनिया गांधी का कब्जा हुआ है तब से देश में किसी भी महत्वपूर्ण पद पर बैठने वाले हर सनातनी हिन्दू को कांग्रेस बुरी तरह अपमानित करती है। उसके विरूद्ध अश्लील अभद्र आपत्तिजनक भाषा👇🏾
भाषा का प्रयोग करती है। उनपर भद्दे अश्लील आरोप लगाकर उनपर कीचड़ उछलती है। श्रद्धेय स्व. अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तक कांग्रेस का सनातन धर्मी हिन्दू विरोधी राक्षसी अभियान लगातार जारी है। PM मोदी, CM योगी समेत हर सनातन धर्मी हिन्दू नेता को 👇🏾👇🏾
कांग्रेस अपने इस जहरीले अभियान का शिकार लगातार बना रही है।
उल्लेखनीय है कि पूरे देश की मीडिया में यह खबर प्रमुखता से प्रकाशित हुई हैं कि "राष्ट्रपति मुर्मू हर रोज सुबह साढ़े तीन बजे उठ जाती हैं। इसके बाद करीब एक घंटे मॉर्निंग वॉक और योग करती हैं। फिर खुद से मंदिर साफ करती हैं।👇🏾
👉🏾*ग्रीन फंगस* 😲🫣😜
ग्रीन फंगस एक अत्यन्त घातक फंगस है । इसका जन्म १४०० वर्ष पूर्व अरब देश के मरुस्थल में हुआ है । यह अपने आप में आश्चर्यजनक बात है कि मरुस्थल सूखे के लिए जाना जाता है, जहां हरियाली का अभाव होता है, वहां इस ग्रीन फंगस का जन्म हुआ है। ग्रीन फंगस को दुनियां भरके👇🏾
दुनिया भर में फैलाने का श्रेय 'हरे टिड्डों' को दिया जाता है । ग्रीन फंगस का संक्रमण बहुत तेज़ी से फैलता है। मात्र १४०० वर्षों में इस ग्रीन फंगस ने दुनिया के ५७ देशों को अपनी चपेट में ले लिया है। जिन-जिन देशों में ग्रीन फंगस का संक्रमण हुआ, वहां के मूल निवासियों को इस असाध्य 👇🏾👇🏾
रोग से बहुत कष्ट हुआ है और आज भी हो रहा है ।
👉🏾भारत में भी इस ग्रीन फंगस का संक्रमण हुआ है; परन्तु भारतीय लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होने के कारण, उनकी उतनी हानि यह ग्रीन फंगस नहीं कर पाई, जितनी अन्य देशों की की है। इसका कारण विशेषज्ञों ने🚩भगवा रंग 🚩 को बताया है।
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