👉🏾अद्भुत, आश्चर्य.. 🚩 #बिहार में है देश का सबसे अनोखा श्रीयंत्र आकार का अष्टकोणीय मंदिर है,जहाँ चतुर्मुखी #शिवलिंग का हर पहर बदल जाता है रंग..
वैसे तो बिहार में कई धर्मों का जन्म हुआ है, लेकिन कम ही लोग जानते होंगे कि यहाँ ही देश का सबसे पुराना जीवित #मंदिर है.. @Geetaverma07👇🏾
जहाँ पिछले 1913 सालों (तात्कालिक प्रमाण के अनुसार, यह और पुराना हो सकता है) से बिना किसी रूकावट के प्रतिदिन पूजा और प्रसाद की परंपरा से इसे सबसे पुराना जीवित मंदिर कहा जाता है..
- सूर्य की स्थित बदलने के साथ शिवलिंग का भी रंग बदल जाता है..
- इस मंदिर का उल्लेख कनिंघ्म ने भी 👇🏾
अपनी पुस्तक में किया है..
- पहाड़ी पर बिखरे हुए पत्थर एवं स्तम्भ पर #श्रीयंत्र सरीखे कई #सिद्ध यंत्र एवं मंत्र उत्कीर्ण हैं..
- मंदिर की प्राचीनता का आभास यहां मिले ‘महाराजा दुत्तगामनी’ की मुद्रा (seal) से भी होता है, जो बौद्ध साहित्य के अनुसार ‘अनुराधापुर वंश’ का था और 👇🏾
ईसा पूर्व 101-77 में श्रीलंका का शासक रहा था..यानी यह 1913 सालों से भी पुराना हो सकता है..
#HappyBdayModiji 🌹🙏
दुनियाँ के 25 सबसे ताकतवर देशों की हुई लिस्ट जारी,, भारत नम्बर 4 पर, हम से आगे अमेरिका, रूस चीन हैं l ये है मोदी युग,,
🔺 दूसरी उपलब्धि,, 1.4- 1.5 लाख करोड़ के पार पहुँचा GST का मासिक टैक्स कलेक्शन,, ये है ! एक चाय वाले का अर्थशास्त्र : @YogiDevnath2 🌹👇🏾👇🏾
🔺 तीसरी उपलब्धि,, नए सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने में, अमेरिका और जापान को पीछे छोड़, भारत पहुँचा दूसरे स्थान पर,,
🔺 चौथी उपलब्धि,, 2017-18 में दो गुना हुआ, सौर ऊर्जा का उत्पादन,, चीन और अमेरिका भी दंग हैं,,
🔺 पाँचवी उपलब्धि,, भारत की आसमान छू रही, GDP को देखकर,, @ChhonkarShivdan👇🏾
भारत की GDP 8.2%, चीन की 6.7% और अमेरिका की 4.2% ! अब भी कहेंगे, भारतीय की मोदी विदेश क्यों जाते हैं,
🔺छठी उपलब्धि,, जल, थल और आकाश ; तीनों क्षेत्रों से सुपरसोनिक मिसाइल दागने वाला, दुनियाँ का पहला देश बना भारत,, ये है मोदी युग, अगर आपको गर्व हुआ हो, @NandiniDurgesh5@EAK_Hind👇🏾
👉🏾घटना सिंध में 1934 की है जब एक बनिया महानुभाव अपने उधार लेन देन का हिसाब चुकता करने मुस्लिम जमींदार के पास गये।
मुस्लिम जमींदार ने कहा या तो उसका बही खाता जला दो या फिर उसके आंगन में बंधी गाय को तलवार से काट दो।
अब हिंदू मन और चेतन, अघन्या मां स्वरूपिणी गौ की हत्या तो दूर 👇🏾
उनके ऐसे अवस्था की कल्पना भी कैसे करे .?
बहुत गिड़गिडिया लेकिन जमींदार नही माना अंत में बनिया जी ने तलवार उठायी और गोमाता की तरफ दिखाते हुये, उस मुस्लिम जमींदार के शरीर के आरपार कर दिया।
उन्होनें वही किया जो वेद निहित है शास्त्र सम्मत है।
गौ हत्या की कल्पना करने वाले और 👇🏾👇🏾
हत्यारे का संहार किया जाये।
यदि नो गां हंसि यद्यश्वम् यदि पूरुषं
तं त्वा सीसेन विध्यामो यथा नो सो अवीरहा
अर्थववेद 1।16
हमारे पुरखे धर्मरक्षा के लिए ना हथियार उठाने से चूके ना मस्तक कटाने से। सनातन के मानबिन्दुओं गौ, गंगा और गायत्री पर आंच ना आने दी। @Geetaverma07@virgo_mind👇🏾
👉🏾 ब्राह्मण और क्षत्रिय शिक्षित क्यों?? *गुरुकुल*
क्यों??
इन विषम परिस्थितियों में शिक्षित ब्राह्मण और क्षत्रिय केवल अपने पुत्र पुत्रियों को अपने स्तर पर ही किसी प्रकार शिक्षा दे पाते थे. फिर भी ब्राह्मण चोरी छुपे स्थानीय स्तर पर गुरुकुल बनाकर शिक्षा दे रहे थे. @Geetaverma07 👇🏾👇🏾
मुगलों के समय आनेवाले एक यूरोपीय लिखता है, “किसी बड़े पेड़ के निचे गुरुकुल लगता था. विद्यार्थी जमीन पर मिटटी में बैठते थे और मिटटी में ऊँगली से अक्षर लिखना सीखते थे.”
दूसरी ओर, ब्राह्मण अपने पुत्रों को संस्कृत और वेदों का विद्वान तो बना देते थे पर उससे अब न उन्हें रोजगार मिलता👇🏾
मिलता था और न प्रतिष्ठा. थोड़ी बहुत उम्मीद होती भी तो नया भाषा अरबी, फारसी ने खत्म कर दिया. परिणामतः ब्राह्मणों को छोड़कर आम लोगों से संस्कृत भाषा दूर और खत्म होती चली गयी. फिर जैसे जैसे मुस्लिम शासन का भारत में अंत होता गया गुरुकुल खुलने लगे. हमें तो ब्राह्मणों काआभार प्रकट करना
फ़िल्म निर्माता-निर्देशक रामानंद सागर अपनी फिल्म 'चरस' की शूटिंग के लिए स्विट्जरलैंड गए। एक शाम वे पब में बैठे और ऑर्डर दिया। वेटर ने ऑर्डर के साथ एक बड़ा सा लकड़ी का बॉक्स टेबल पर रख दिया। रामानंद ने कौतुहल से इस बॉक्स की ओर देखा। @Sabhapa30724463 👇🏾
वेटर ने शटर हटाया और उसमें रखा टीवी ऑन किया। रामानंद सागर चकित हो गए क्योंकि जीवन मे पहली बार उन्होंने रंगीन टीवी देखा था। इसके पांच मिनट बाद वे निर्णय ले चुके थे कि अब सिनेमा छोड़ देंगे और अब उनका उद्देश्य प्रभु राम, कृष्ण और माँ दुर्गा की कहानियों को टेलेविजन के @Geetaverma07👇🏾
माध्यम से लोगों को दिखाना होगा।
भारत मे टीवी 1959 में शुरू हुआ। तब इसे टेलीविजन इंडिया कहा जाता था। बहुत ही कम लोगों तक इसकी पहुंच थी। 1975 में इसे नया नाम मिला दूरदर्शन। तब तक ये दिल्ली, मुम्बई,चेन्नई और कोलकाता तक सीमित था, जब तक कि 1982 में एशियाड खेलों का प्रसारण @rs414317👇🏾