जैसे कश्मीर से भगाया, वैसे ही लेस्टर से ‘हिंदू कुत्तों’ का सफाया करो:9 परिवारों का पलायन,कट्टरपंथियों के आतंक के कारण घरों से हिंदू-प्रतीक गायब
इंग्लैंड के लेस्टर शहर में इस्लामी कट्टरपंथियों द्वारा हिंदुओं और मंदिरों पर हमला करने के बाद से वहाँ डर का माहौल है
इस बात का खुलासा हेनरी जैक्सन रिसर्च फेलो शार्लोट लिटिलवुड (Charlotte Littlewood) ने GB News से बातचीत में किया है। उन्होंने बताया कि लेस्टर में हिंदू परिवार दहशत के साए में जीने को मजबूर हैं
9 हिंदू परिवारों ने पलायन कर लिया है। वहाँ कट्टरपंथी मुस्लिमों के आतंक से वे अपने घरों
के बाहर हिंदू-प्रतीक तक नहीं लगा सकते।
लिटिलवुड ने एंकर को बताया कि लेस्टर में हिंदू डर के साए में जी रहे हैं। उन्हें उनके घरों के बाहर हिंदू-प्रतीक तक नहीं लगाने दिया जा रहा है। डर की वजह से 9 हिंदू परिवारों ने पलायन कर लिया है। लिटिलवुड ने 5.22 मिनट के वीडियो में कहा,
“हमने देखा कैसे कट्टरपंथी लोगों ने हिंदुओं के खिलाफ सड़कों पर उतरकर नारेबाजी की। हिंदू भारतीयों के खिलाफ इतनी बड़ी संख्या में इन लोगों ने प्रोटेस्ट किया। इससे हिंदू बेहद डरे हुए हैं।”
इस मामले से जुड़ी जानकारी देते हुए उन्होंने न्यूज चैनल को (4.05 से 5.10 मिनट के बीच) बताया,
लेस्टर में हमने जो सड़कों पर हिंसा देखी
उसके लिए कट्टरपंथियों का आह्वान किया गया था
हमने खुद 30 से 200 लोग सड़कों पर उतरे देखे
इनमें आधे से ज्यादा लेस्टर के बाहर से बुलाए गए थे
लिटिलवुड ने आगे कहा,“सोशल मीडिया की बात करें तो विभिन्न सोशल मीडिया अकॉउंट्स से हजारों पोस्ट किए गए थे
इनमें हिंदुओं को काटने के लिए, उनका सफाया करने के लिए कहा गया था। पोस्ट में कहा जा रहा था, ‘जैसे हमने हिंदुओं का कश्मीर से सफाया किया वैसे ही यहाँ भी करो।’ इसके अलावा पोस्ट में लिखा था, इन (हिंदू) कु.त्तों को कुचलो/दबाओ।“
लिटिलवुड ने कहा कि इस तरह के संदेशों का बार-बार दिखना बेहद दुखद है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इस्लामी कट्टरपंथी समूह द्वारा ये सब निस्संदेह सुनियोजित ढंग से किया गया। इन सबका नेतृत्व उन कट्टरपंथी इन्फ्लुएंसरों ने किया जिनके यूट्यूब पर लाखों सब्सक्राइबर हैं। ये
लोग अपने समुदाय के लोगों को लेस्टर बुला रहे थे। इनका अगला टारगेट लंदन में स्थित भारत उच्चायोग हो सकता है।
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वक्फबोर्ड ने चांद की जमीन पर दांवा ठोंका है वक्फबोर्ड ने नासा को दिए नोटिस में कहा कि हम 1400 वर्षो से चांद देखकर त्योहार मना रहे है इसलिए वक्फ एक्ट के मुताबिक चांद की जमीन हमारी हुई
नासा तुरंत अपने सेटेलाइट बटोरकर चांद खाली करें😜
वक्फबोर्ड ने एक नोटिस नील आर्म स्ट्रांग को भी भेजा है जिसमें उनसे जवाब मांगा गया है कि आपने वक्फबोर्ड से बिना पूछे चांद पर पहला कदम क्यों रखा. वक़्फ़ एक्ट मुताबिक आपको 2 साल की सजा हो सकती है अतः तुरंत वक्फ को जुर्माना भरें.
नोटिस के बाद नासा में हड़कंप मचा हुआ है खबरें है कि
वक्फ एक्ट का गहन अध्ययन करने के बाद नासा के वैज्ञानिक बेहोश हो गए उनके मुताबिक नासा ने अरबों डॉलर खर्च कर एक भी सेटेलाइट नही बनाया जो किसी जमीन पर कब्जा कर सके लेकिन वक्फ एक्ट तो अंतरिक्ष की किसी भी जमीन पर कब्जा कर सकता है.
हैदराबाद के निजाम ने खुद को भारत से अलग होने का ऐलान कर दिया था
सरदार पटेल ने उसे संधि के लिए दिल्ली बुलाया, निजाम ने अपने दीवान को उनसे मिलने भेजा
जब निजाम पटेल जी से मिलने आया तो पटेल जी ने उनका पूरा आदर सत्कार किया
भोजन किया और उसके बाद मंत्रणा करने बैठे
पटेल जी ने पूछा की जब हैदराबाद के 80% हिन्दू भारत में मिलना चाहते है तो आपके निजाम क्यों पाकिस्तान के बहकावे में आ रहे है। निजाम के दीवान ने कहा की आप हमारे बीच में न पड़े, हम अपनी मर्जी के मालिक है, और रही हिन्दुओ की बात तो इन 1 करोड़ हिन्दुओ की हम लाशें बिछा देंगे
एक भी हिन्दू आपको जिन्दा नहीं मिलेगा, तब किसकी राय पूछेंगे ??
यह सुनकर पटेल जी ने दीवान कहा - आप जाइए वापिस हैदराबाद,
दीवान चला जाता है, अगली सुबह दीवान के हैदराबाद पहुँचने से पहले ही भारतीय सेना हैदराबाद पर धावा बोल देती है, पूरे हैदरबाद पर कब्जा कर लिया जाता है, तब पाकिस्तान
वक्फ एक्ट 1995 सेक्शन 40: वक्फ के सोचने के बाद वक्फ को आपकी जमीन पर अपना दावा साबित नहीं करना है बल्कि जमीन मालिक को ये साबित करना होगा कि ये जमीन वक्फ की नहीं बल्कि उसकी है.
जमीन मालिक अपनी जमीन बचाने के लिए सिविल कोर्ट भी नहीं जा सकता बल्कि उसे वक्फ के ट्रिब्यूनल कोर्ट में
जाकर अपना दावा साबित करना होता है.
अब वक्फ के ट्रिब्यूनल कोर्ट ने कह दिया कि वक्फ का दावा सही तो आप तुरंत भूमिहीन हो जाएंगे, आपकी जमीन वक्फ की हो जाएगी.
स्पष्ट है कि वक्फ एक्ट 1995 दूसरों की जमीन कब्जाने का माध्यम है तथा वक्फ ऐसा कर भी रहा है. आज वक्फ के पास सेना व रेलवे के
- देश इस रास्ते पर है कि वक्फ बोर्ड में सभी 7 सदस्य मुस्लिम होंगे । जबकि हिन्दू मंदिर का ट्रस्ट सरकारी होगा उसके सदस्य भी गैर हिन्दू होंगे | वक्फ बोर्ड की संपत्ति मुस्लिम समाज की होगी और मुस्लिम समाज गजवा ए हिंद के लिए
लिए वो संपत्ति खर्च करेगा लेकिन हिन्दू मंदिरों की संपत्ति सरकारी होगी और हिन्दू मंदिरों का पैसा हिन्दू मंदिरों, हिन्दू समाज पर नहीं बल्कि ईसाई और मुस्लिम समाज पर सरकारी योजनाओं के माध्यम से खर्च होगा
- *वक्फ बोर्ड ने इतनी जमीन कब्जा कर ली है कि खुद को छोटा देश घोषित कर सकता है !
भारत की सेना के पास करीब 18 लाख एकड़ जमीन है रेलवे के पास करीब 12 लाख एकड़ में फैली हैं । और देश के सभी वक्फ बोर्डों के पास कुल 8 लाख एकड़ से ज्यादा जमीन हैं ।मतलब जमीन के मामले में वक्फ बोर्ड सेना और रेलवे के बाद तीसरे नंबर पर है । और यहां से जो पैसा आता है वो भारत में
वृंदावन से मथुरा जाने के बाद श्रीकृष्ण फिर कभी वृंदावन वापस नहीं लौटे। इस दौरान वे केवल दो बार राधा से मिले थे। एक बार कुरुक्षेत्र में और दूसरी बार प्रभास तीर्थ क्षेत्र में। सोमनाथ मंदिर प्रभास तीर्थ क्षेत्र में ही है। गोलोक जाने के पहले एक बार 👇
श्रीकृष्ण ने समस्त ब्रजवासियों को प्रभास तीर्थ में मिलने के लिए बुलाया था। वृंदावन से जाने के बाद राधा-कृष्ण की यही दूसरी और अंतिम भेंट थी। रुक्मिणी भी आई थीं। राधा का जब श्रीकृष्ण से सामना हुआ तो मिलते ही राधा ने कहा कि कहो कृष्ण कैसे हो? श्रीकृष्ण हतप्रभ रह गए। अचकचाते हुए
कहा कि मैं तुम्हारे लिए कृष्ण कब से हो गया राधे? मैं तो अब भी तुम्हारे लिए कान्हा ही हूं। राधा ने कहा नहीं कृष्ण अब तुम कान्हा नहीं रहे। बहुत बदल गये हो। कृष्ण ने अचरज भरें भाव के साथ पूछा कि क्या बदलाव आ गया है मुझमें। राधा बोली कोई एक हो तब न बताऊं। अगर तुम श्याम होते तो