👉🏾उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ एडवोकेट फिलिप द्वारा शानदार विश्लेषण।
जब कभी विपक्ष द्वारा जम्मू-कश्मीर की समस्याओं को हल करने के बारे में पूछा गया, तो कांग्रेस नेताओं का जवाब था, "हम अंतरराष्ट्रीय दबाव का सामना नहीं कर सकते"
"मुस्लिम देश हमारे खिलाफ हो जाएंगे और @Geetaverma07 👇🏾
हम पेट्रोलियम पदार्थोंं की आपूर्ति से वंचित हो जाएंगे..।"
1971 में जब सेना जम्मू-कश्मीर की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आगे बढ़ रही थी, तो इंदिरा गांधी ने फील्ड मार्शल मानेकशॉ को सेना वापस पीछे लेने के लिए कहा। कारण बताया गया अंतरराष्ट्रीय दबाव।
जब नरसिम्हा राव ने परमाणु परीक्षण की 👇🏾
योजना बनाई, तो वह अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण वापस ले ली गयी..
आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक रूप से कार्यवाही करने की बात करते हुए, कांग्रेस नेताओं ने फिर से अंतरराष्ट्रीय दबाव का हवाला दिया और कहा कि हमें सिखाया गया है कि "हम मुस्लिम दुनिया का विरोध नहीं कर सकते।" @NandiniDurgesh5👇🏾
हर चुनाव के दौरान, मतदाताओं से कहते रहे कि, अगर बीजेपी सत्ता में आती है, तो हमें बैल गाड़ियों पर यात्रा करनी पड़ सकती है, क्योंकि मुस्लिम दुनिया भारत को पेट्रोलियम आपूर्ति बंद कर देगी... जो कि अंतर्राष्ट्रीय दबाव है।
कांग्रेस शासन में जब हमने ओपेक देशों के @BHariharanatha 👇🏾👇🏾
सम्मेलन को संबोधित करने के लिए की कोशिश की, तो हम पाकिस्तान की दखल के कारण अपमानित हुए। हमारे दूत को अपने होटल के कमरे में बैठना पड़ा, जबकि पाकिस्तानी दूत गर्व से बैठक में शामिल हुए। अंतर्राष्ट्रीय दबाव के मुखौटे में अपना अपमान छिपाते हुए हम वापस लौट आये।🫣 @ShashibalaRai12 👇🏾👇🏾
जब वाजपेयी ने परमाणु परीक्षण किया, तो अंतरराष्ट्रीय दबाव हवा हो गया।
जब हमने सीमा पार से आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक रूप से कार्यवही की तो अंतरराष्ट्रीय के साथ साथ आंतरिक दबाव भी हवा हो गया।
अब जब जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बना दिया गया है और धारा 370 को निरस्त करके 👇🏾
दो केंद्र शासित प्रदेश बना दिये गए हैं तो अंतरराष्ट्रीय दबाव नकेवल हवा हो गया बल्कि समर्थन तक हासिल हो गया
जब हम ओपेक राष्ट्रों को संबोधित करने वाले थे, पाकिस्तान के दूत अपने होटल के कमरे में बैठे थे और हमारे विदेश मंत्री ने उस बैठक में गर्व से बात की और पाकिस्तान.. @_Sambapu_👇🏾
बैठक में शामिल हुए बिना, अपमानित होकर वापस लौट गया अब अंतरराष्ट्रीय दबाव कहाँ गया।
जब भारत ने बालाकोट में सीमा पार आतंकवादियों पर हमला किया, तो कोई भी मुस्लिम राष्ट्र पाकिस्तान के समर्थन में खड़ा नहीं हुआ लेकिन, कई मुस्लिम देशों ने भारत का खुलकर समर्थन किया। @choudhary_0009 👇🏾
कृपया याद रखें, इजरायल और मुस्लिम दुनिया दोनों ने मिलकर भारत का समर्थन किया। वहाँ भी, अंतर्राष्ट्रीय दबाव हवा हो गया।
जब हमने ट्रिपल तालाक को हटा दिया, तो भी अंतरराष्ट्रीय दबाव वाष्पित हो गया।
मुस्लिम दुनिया, एक-एक करके भारतीय प्रधानमंत्री को उनके सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों 👇🏾
से अलंकृत कर रही है तो विचार अवश्य किया जाना चाहिए कि अब अंतरराष्ट्रीय दबाव कहाँ गायब हो गया।
तो क्या कांग्रेस के शासन में अंतरराष्ट्रीय दबाव इतना हावी रहा?
इनके नेताओं द्वारा अंतरराष्ट्रीय बाजार में जमा किया गया बेहिसाब धन का दबाव था, जिसने उन्हें इतना कमजोर बना दिया?? और 👇🏾👇🏾
इसे ही अंतरराष्ट्रीय दबाव कहा गया।
मुस्लिम दुनिया और पेट्रोलियम की घेराबंदी घोटाले छिपाने के लिए ही था?😡
-घुसपैठ सिर्फ इस तरह नहीं होती है कि चार बंदूकधारी गोली चलाते हुए सुप्रीम कोर्ट के अंदर घुस गए और जाकर न्यायाधीश की कुर्सी पर बैठ गए । घुसपैठ ऐसे भी होती है कि सिस्टम ऐसे जजों को पैदा करता है जिनकी विचारधारा आतंकियों से मेल खाती है और 👇🏾👇🏾
वो पूरे संवैधानिक रीतिरिवाज और वैधानिक प्रक्रिया से जजों की कुर्सी पर बैठाए जाते हैं ।
-सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस धूलिया ने हिजाब को सही मानने वाला जो फैसला दिया है वो सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को चौंकाने वाला है । सवाल ये है कि क्या जस्टिस धूलिया भारत के अंदर 👇🏾👇🏾
शरीयत लागू करना चाहते हैं ?
- जस्टिस धूलिया को इस बात पर गौर करना चाहिए था कि ईरान में हिजाब के खिलाफ महिलाएं आंदोलन कर रही हैं जिसमें अब तक 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है ।
- अलकायदा के चीफ अल जवाहिरी ने हिजाब के समर्थन में चल रहे भारतीय आंदोलन का समर्थन किया था और 👇🏾
👉🏾शबरी बोली, यदि रावण का अंत नहीं करना होता तो राम तुम यहाँ कहाँ से आते?"
श्रीराम गंभीर हुए,, कहा, "भ्रम में न पड़ो माते ! राम क्या रावण का वध करने आया है? ... अरे रावण का वध तो लक्ष्मण अपने पैर से बाण चला कर कर सकता है। राम हजारों कोस चल कर इस गहन वन में आया है तो केवल 👇🏾
तुमसे मिलने आया है माते, ताकि हजारों वर्षों बाद जब कोई पाखण्डी भारत के अस्तित्व पर प्रश्न खड़ा करे तो इतिहास चिल्ला कर उत्तर दे कि इस राष्ट्र को क्षत्रिय राम और उसकी भीलनी माँ ने मिल कर गढ़ा था। जब कोई कपटी भारत की परम्पराओं पर उँगली उठाये तो तो काल उसका गला पकड़ कर कहे कि नहीं!
यह एकमात्र ऐसी सभ्यता है जहाँ एक राजपुत्र वन में प्रतीक्षा करती एक दरिद्र वनवासिनी से भेंट करने के लिए चौदह वर्ष का वनवास स्वीकार करता है। राम वन में बस इसलिए आया है ताकि जब युगों का इतिहास लिखा जाय तो उसमें अंकित हो कि सत्ता जब पैदल चल कर समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे तभी 👇🏾👇🏾
👉🏾ईराक की एक पुस्तक है जिसे ईराकी सरकार ने खुद छपवाया था। इस किताब में 622 ई से पहले के अरब जगत का जिक्र है।
आपको बता दें कि ईस्लाम धर्म की स्थापना इसी साल हुई थी। किताब में बताया गया है कि मक्का में पहले शिवजी का एक विशाल मंदिर था जिसके अंदर एक शिवलिंग थी जो आज भी मक्का के 👇🏾
काबा में एक काले पत्थर के रूप में मौजूद है। पुस्तक में लिखा है कि मंदिर में पाठ और भजन हुआ करता था।
प्राचीन अरबी काव्य संग्रह गंथ ‘सेअरूल-ओकुल’ के 257वें पृष्ठ पर हजरत मोहम्मद से 2300 वर्ष पूर्व एवं ईसा मसीह से 1800 वर्ष पूर्व पैदा हुए लबी-बिन-ए-अरव्तब-बिन-ए-तुरफा ने अपनी👇🏾👇🏾
सुप्रसिद्ध कविता में भारत भूमि एवं वेदों को जो सम्मान दिया है, वह इस प्रकार है-
“अया मुबारेकल अरज मुशैये नोंहा मिनार हिंदे।
व अरादकल्लाह मज्जोनज्जे जिकरतुन।1।
वह लवज्जलीयतुन ऐनाने सहबी अरवे अतुन जिकरा।
वहाजेही योनज्जेलुर्ररसूल मिनल हिंदतुन।2।
यकूलूनल्लाहः या अहलल अरज आलमीन 👇🏾👇🏾
👉🏾क्या आपने पश्चिमी प्रतिभाओं द्वारा इन पंक्तियों को पढ़ा है.??
1. माइकल नास्त्रेदमस (1503-1566) हिंदू धर्म यूरोप का शासक धर्म बन जाएगा। यूरोप का प्रसिद्ध महानगर हिंदू राजधानी होगा.
2. जोहान कीथ (1749-1832) यदि आज नहीं, तो एक दिन हमें हिंदू धर्म स्वीकार करना होगा। क्योंकि👇🏾👇🏾
यही एक सच्चा धर्म है" ।
3. लियो टॉल्स्टॉय (1828-1910) "हिंदू धर्म और हिंदू एक दिन इस दुनिया पर शासन करेंगे क्योंकि यह ज्ञान और ज्ञान का मिश्रण है।
4. ह्यूस्टन स्मिथ (1919)
हिंदुत्व को अपने आप में जितना भरोसा है उससे ज्यादा भरोसा नहीं है।
"अगर हम अपने विचारों और दिलों को 👇🏾
हिंदुत्व की ओर मोड़ सकते हैं, तो इससे हमें फायदा होगा।
5. कोस्टा लोबान (1841-1931) हिंदू केवल शांति और सुलह के बारे में बात करते हैं। मैं ईसाइयों को प्रशंसा करने, बदलने और इसमें विश्वास करने के लिए आमंत्रित करता हूं।
6. हर्बर्ट वेल्स (1846-1946) हिंदू धर्म को अच्छी तरह से 👇🏾👇🏾
👉🏾षड्यंत्र समझो.. 4 मित्र थे.. Fake ID में नाम हिन्दुओं के -
1 सोहराब - सुनील यादव
2 सरफराज - अमित मिश्रा
3 हामिद - नागेंद्र पासवान
4 अहमद - सुरेन्द्र सिंह
अब सुनील यादव (सोहराब) पोस्ट डालता हैं कि- "धर्म के नाम पर ब्राह्मणों ने हमेशा हमारा शोषण किया है @Geetaverma07👇🏾
कोई देवी देवता नहीं होता हिन्दू धर्म सिर्फ ब्राह्मणों का बकवास है ये सब बीजेपी और RSS वाला है।"
अब शुरू होता है इस नाटक के बाकि तीनो किरदारों का तमाशा देखिए कमेंट में।..
Comment
सुरेंद्र सिंह उर्फ (अहमद)-
"ऐ सुनील यादव खबरदार जो हिन्दू धर्म के बारे में कुछ बोला @sunil_k2 👇🏾👇🏾
तुम यादव लोग हिन्दू नहीं हो सकते #$% 2-4 गाली लिख देता है।"
फिर बारी आती है तीसरे नौटंकी बाज की-
नागेंद्र पासवान उर्फ (हामिद)
नमो बुद्धाय जय भीम।
"अरे भाईलोगों गाली गलौज क्यों कर रहे सच्चाई तो कड़वी होती ही है तुम लोग हम दलितों को मंदिर में घुसने नहीं देते हो @BHariharanatha👇🏾