#दिमाग
बड़े से बड़े वैज्ञानिक डॉक्टर,इंजीनियर के पास दिमाग तो सब लोग सुने होंगे ।पर ये मोबाइल कम्पनी वालों का दिमाग ऋषिकेश पंचाग बनाने वाले ज्योतिषीयों से भी आगे हो गया है जो 24और 28 दिन का महिना बना कर भारत में एक अलग कैलेंडर बना दिये है।
और उसमे भी रिचार्ज खत्म होने के तीन👇
दिन पहले ही आपको सुचना प्रेम से सुनाना शुरू करेंगे आप जब जब फोन लगाएंगे। कही आप जरूरी में हो जीतना जल्दी फोन लगाएंगे तो रिंगटोन बजने से पहले आपको एक मिनट फरमान अपना सुनाएंगे..।
आपका रिचार्ज तीन दिनों के अंदर समाप्त होने वाला है कृपया अपने मोबाइल को रिचार्ज करे रिचार्ज नहीं करने
पर आपकी सेवाए बंद कर दी जाएगी। जब तक अपना पुरा फरमान सुना नहीं लेंगे तब तक मजाल की आपको कितना भी जरूरी हो आपका फोन लग जाए।
उसमें भी जब अभी एक दिन बचा रहता है उसके पहले ही नेट का जो चक्का है वो गोल गोल घुमना प्रारंभ कर देता है।मतलब की एक दिन पहले ही रिचार्ज किजिए ।तीन दिन पहले
सुचना और एक दिन पहले स्पस्टीकरण नेट डाउन कर।
कितना दिमाग है आपलोग के पास महाशय पहले फ्री के बात कराये नेट वाला अफीम सुंघाये उसके बाद महीना लगाए ,फिर इनकमिंग बंद किये,फिर महिना बढ़ाये और उसके बाद भारत का कलेंडर चेंज कर 24और 28 दिन का महिना बना दिया 👇
*"सरिता" नाम की एक पाक्षिक हिंदी पत्रिका हुआ करती थी।*
महिलाओं में विशेष लोकप्रिय थी।
उसमें एक "हमारी बेड़ियाँ" नाम का स्थायी स्तम्भ हुआ करता था।उसका विषय हुआ करता था, हिन्दू धर्म की सभी परम्पराओं को कुप्रथा सिद्ध करना।
कोई लिखता था, मेरी भाभी को डायबिटीज है,उन्होंने डॉक्टर के👇
के मना करने के बावजूद करवाचौथ का व्रत रखा, वे और बीमार हो गईं, उन्हें हॉस्पिटल में भरती होना पड़ा।
किसी ने बताया,मेरे मामा के बेटे का मुंडन किया गया, उसके सर पर घाव था वह और बढ़ गया,वह बहुत बीमार पड़ा और मर गया।
किसी को याद आता था कि किसी ने अपने घर में दीपावली पर लक्ष्मी पूजा की
और घर के दरवाजे रात भर खुले रखे... उसके यहाँ चोरी हो गई।
यानि जिसने भी हिन्दू धर्म के संस्कारों को माना, उसका कुछ अनिष्ट ही हुआ।
आपको यह कभी पढ़ने को नहीं मिलेगा कि किसी बच्ची की ड्रेस में बर्थडे की कैंडल से आग लग गई और वह जल गई, या कोई न्यू ईयर की पार्टी मनाता हुआ दारू पीकर
मुग़ल और ब्रिटिश काल से देश में जाति प्रथा, पर्दा प्रथा, ग़ुलाम प्रथा, बाल-विवाह जैसी गंदगी शुरू हुईं:
सम्राट शांतनु ने विवाह किया एक मछुवारे की पुत्री सत्यवती से,उनका बेटा ही राजा बने इसलिए भीष्म ने विवाह न करके आजीवन संतानहीन रहने की भीष्म प्रतिज्ञा की.
सत्यवती के बेटे बाद👇
में क्षत्रिय बन गए, जिनके लिए भीष्म आजीवन अविवाहित रहे, क्या उनका शोषण होता होगा?
महाभारत लिखने वाले वेद व्यास भी मछुवारे थे, पर महर्षि बन गए, गुरुकुल चलाते थे वो.
विदुर जिन्हें महापंडित कहा जाता है वो एक दासी के पुत्र थे, हस्तिनापुर के महामंत्री बने, उनकी लिखी हुई विदुर नीति
राजनीति का एक महाग्रन्थ है.
भीम ने वनवासी हिडिम्बा से विवाह किया.
श्रीकृष्ण दूध का व्यवसाय करने वालों के परिवार से थे, उनके भाई बलराम खेती करते थे,हमेशा हल साथ रखते थे. यादव क्षत्रिय रहे हैं कई प्रान्तों पर शासन किया और श्रीकृष्ण सबके पूजनीय हैं, गीता जैसा ग्रन्थ विश्व को दिया.
चंद्र ग्रहण
सादर प्रणाम आप सब को अवगत कराना चाहूंगा दिनांक 8 नवंबर 2022 को
चंद्र ग्रहण का प्रभाव
साल का अंतिम चंद्रग्रहण सूर्य की नीच राशि तुला में लगने जा रहा है। जिसका भारत पर नकारात्मक प्रभाव रहेगा। एशिया के अतिरिक्त भारतवर्ष में मंदी देखने को मिल सकती है इसके अतिरिक्त 👇
राजनीतिक उथल-पुथल, दांपत्य जीवन में परेशानियों का सामना सभी जातकों को करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी विशेष रूप से रहेंगी।
12राशियों पर चंद्र ग्रहण का प्रभाव–
मेष –मेष राशि के जातकों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है अतः स्वास्थ्य पर विशेष
ध्यान दें। ग्रहण काल में सुंदरकांड का पाठ एवं हनुमान चालीसा का पाठ करना शुभ फल कारक रहेगा।
वृषभ राशि– के जातकों को आर्थिक हानि होने की संभावना है अतः धन का निवेश सोच समझकर करें। दुर्गा सप्तशती का पाठ करें जरूरतमंद व्यक्ति को चीनी दान कर सकते हैं
मिथुन–मिथुन राशि के जातकों के लिए
रामकथा सुंदर कर तारी।
संसय बिहग उड़ावनिहारी॥
रामकथा कलि बिटप कुठारी।
सादर सुनु गिरिराजकुमारी॥
राम नाम गुन चरित सुहाए।
जनम करम अगनित श्रुति गाए॥
जथा अनंत राम भगवाना।
तथा कथा कीरति गुन नाना॥
श्री रामचन्द्रजी की कथा
हाथ की सुंदर ताली है।
जो संदेह रूपी पक्षियों को उड़ा देती है।👇
फिर रामकथा कलियुग रूपी वृक्ष को काटने के लिए कुल्हाड़ी है।
हे गिरिराजकुमारी!
तुम इसे आदरपूर्वक सुनो
वेदों ने श्री रामचन्द्रजी के सुंदर नाम गुण चरित्र जन्म और कर्म सभी अनगिनत कहे हैं।
जिस प्रकार भगवान श्री रामचन्द्रजी अनन्त हैं उसी तरह उनकी कथा कीर्ति और गुण भी अनंत हैं।
भगवान👇
श्री राम ने
कुछ ही जीवों का उद्धार किया होगा हजारों लाखों का।
लेकिन भगवान
श्री राम की कथा
तो आज भी करोड़ों लोगो का उद्धार कर रही है
राम कथा सुनो
कृष्ण कथा सुनो
हरी कथा सुनो
शिव कथा सुनो
आपके जो भी इष्ट देव है
उनकी कथा सुनों क्योंकि इस धरती पर अगर वास्तव में कुछ सुनने के लिए है
अजर अमर गुननिधि सुत होहू |
करहुँ बहुत रघुनायक छोहू ||
करहुँ कृपा प्रभु अस सुनि काना |
निर्भर प्रेम मगन हनुमाना ||
भगवान श्रीरामजी
जब अपनी मानव लीला को संवरण कर साकेत जाने लगे
तब उस समय उन्होंने हनुमान को अपने पास बुलाकर कहा
हे हनुमान !
अब मैं अपने लोक को प्रस्थान कर रहा हूँ 👇
देवी सीता तुम्हें अमरत्व का वर पहले ही दे चुकी हैं, इसलिए अब तुम भूलोक में रहकर शान्ति, प्रेम, ज्ञान तथा भक्ति का प्रचार करो मेरे वियोग का दु:ख तुम्हें नहीं होना चाहिए, क्योंकि मैं अदृश्य रूप में सदैव तुम्हारे पास ही बना रहूंगा तथा तुम्हारा हृदय ही मेरा निवास-स्थान होगा।
द्वापर
युग में
जब मैं कृष्ण के रूप में पुन: अवतार धारण करुंगा तब मेरी तुमसे फिर भेंट होगी जहां भी मेरी कथा तथा कीर्तन हो तुम वहां निरन्तर उपस्थित रहना तथा मेरे भक्तों की सहायता करते रहना तुम्हें संसार में कभी कोई कष्ट नहीं होगा, इसके अतिरिक्त अपने भक्तों का कष्ट दूर करने की सामर्थ्य भी