इंग्लैंड के प्राचीन नाम इंद्रलैंड था। वहां के देव प्रजाति के लोग सुनहरे बालों और श्वेत त्वचा होते थे। अग्नि से एंथनी बन गया, वायु से बॉब, जरः से जॉर्ज। कालांतर तक देवताओं का प्रताप इस पुण्य भूमि पर बना रहा लेकिन प्रथम मानव प्रधानसेवक के ऊपर #WorldCup2022
जब तत्कालीन देवरक्षक लुई मनुवेदतन की पत्नी एडविना मोहित हो गईं तो देवताओं ने हमारी पुण्य भूमि का त्याग कर दिया।
इसके पश्चात, तमाम वीर लोगों के क्षमा मांगने पर देव लोगों ने कहा कि ये स्वत्रंत्रता 99 वर्ष के लिए रहेगी। इसके बाद एक महात्मा का भारत भूमि पर जन्म होगा,
जो 18 घण्टों तक विविध वेश धारण करके विश्व भ्रमण करेगा। उसी के प्रताप से और निर्मला स्मृति से भारत भूमि की हर वस्तु देव भूमि के मूल्य पर मिलने लगेगी।
ऐसे प्रधानसेवक के संतत्व का पुण्य प्रताप होगा कि कलयुग में ऋषि सनक कुमार को इंद्रलैंड का आसन मिलेगा
और अमृतकाल की औपचारिक शुरुआत होगी।
सोर्स: मीमसंहिता
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