लव जिहाद की रणनीति ऐसे बनाई जाती हैं, आसानी से फस जाति हैं हिंदू लड़कियाँ
स्कूलों में मुस्लिम लड़कियाँ अपनी हिंदू सहेलियों की सैटिंग अपने मुसलमान लड़कों से करवाती हैं और खुद किसी हिंदू लड़कों से दूर रहती हैं,क्योंकि स्कूलों में
मुसलमान लड़के और लड़कियाँ झुंड बनाकर रहते हैं और वहाँ पर मुसलमान लड़कियों को समझाया जाता है कि हिंदू लड़कों से मत फँसना और मुसलमान लड़कों को समझाया जाता है कि हिंदू लड़कियों को पटाओ और मुस्लिम सहेलियों की सहायता लो
कालेजों में भी हिंदू लड़कियों को फँसाने के लिए मुसलमानों की
अलग से ही Fresher Party होती हैं जिसमें सभी सीनीयर और जूनियर लड़के लड़कियों की आपस में पहचान करवाई जाती है और उनको भी यही समझाया जाता है कि मुस्लिम लड़कियाँ कैसे हिंदू लड़कों से दूर रहें ? और मुस्लिम लड़के कैसे हिंदू लड़कियों के पास आएँ ? कभी कभी तो होस्टल में किसी एक कमरे को
खाली करके उसे मस्जिद बनाकर होस्टल के सारे मुसलमान लड़के नमाज़ पढ़ने आते हैं और यही नीतियाँ बनाते हैं कि कैसे हिंदू लड़कियों को पटाया जाए ? कैसे सैकुलरों को पीरखाने या दरगाहों पर ले जाकर मुसलमान बनाया जाए ?
दरगाहों, मज़ारों, पीरखानों, कब्रों और मस्जिदों से मुसलमान लड़के और
लड़कियाँ एक विशेष किसम का प्रसाद लेकर आते हैं जिसे कि तव्वरुक्ख कहा जाता है । उसमें एक विचित्र प्रकार का नशीला पदार्थ मिला होता है । जिसे खाते ही किसी भी व्यक्ति की काम इच्छा कई गुना बढ़ जाती है और उसे सैkस करने की तड़प सी होने लगती है,तो इसी तव्वरुक्ख को ये मुसलमान लड़के
लड़कियाँ अपनी मित्र हिंदू लड़कियों को प्रसाद के रूप में खिलाते हैं । तो श्रद्धा के नाम पर जानकारी के अभाव में ये हिंदू लड़कियाँ अंजाने में ही उस तव्वरुक्ख को खाकर सैkस के लिए पागल हो उठती है और इसी मौके का फायदा उठाकर पहले से ही तैयार मुसलमान लड़के हिंदू लड़कियों का कौमार्य
भंग कर देते हैं और बाद में लड़की का जमकर शोषण किया जाता है । इसी तरह हिंदू लड़कियों को खराब किया जा रहा है ।
फेसबुक आदि साईटों के माध्यम से मुसलमान लड़के हिंदू लड़कियों को अनेकों नकली IDs बनाकर request भेजते हैं और भोली भाली सैकुलर हिंदू लड़कियों से मीठी मीठी बातें करके
पहले उनसे गहरी दोस्ती करते हैं । फिर उनसे उनकी फोटोएँ माँगते हैं । भावनाओं में बही हुई लड़कियाँ फोटोएँ दे देती हैं और फिर वही मुसलमान लड़के उन फोटो के आधार पर लड़की को Blackmail करते हैं । जिससे हताश होकर बहुत सी लड़कियाँ फँस जाती हैं और अपना कौमार्य उनपर लुटा देती हैं और या
उनसे शादियाँ कर लेती हैं,फिर उन लड़कियों का जीवन नरक जीवन हो जाता हैं
शहर की मस्जिदों में सभी मुसलमानों की मीटिंग रखी जाती है । जिसमें अमीर से लेकर गरीब मुसलमान तक । रेढ़ीवाला, कबाड़वाला, बर्तनवाला, धोबी, शाल कम्बल बेचने वाले कशमीरीयों, मोचीयों आदि सबको बुलाया जाता है और
उनसे हिंदू इलाकों में घूम घूम कर ये पता लगाने को कहा जाता है कि किस घर में कितनी लड़कियाँ हैं ? तो ये कबाड़वाले, कंबल वाले, बर्तनवाले समान बेचने की आढ़ में घरों में घुसते हैं और घरों की रेकी करके पता लगाते हैं कि कितना समान घर में चोरी करने के लायक है ? कितनी हिंदू जवान लड़कियाँ
उस घर में हैं ? ये पता लगाने के बाद मस्जिदों में लड़कियों की लिस्टें बनाई जाती हैं उनके ईलाकों के हिसाब से । और फिर पहले से तैयार रखे हुए नौजवान दिखने में थोड़े सुंदर हट्टे कट्टे नौजवानों को पैसा और मोटरसाईकल देकर उन ईलाकों में घूमने को बोला जाता है और लड़कियों को फँसाने के लिए
कहा जाता है । जब किसी इलाके कि कोई लड़की नहीं पटती तो उसे छोड़ दूसरी किसी लड़की को पटाने की कोशिश में मुसलमान लड़का लग जाता है
ऐसा होने से कोई न कोई हिंदू लड़की किसी न किसी से फँस ही जाती है उदाहरण के तौर पर मेरठ और बरेली जैसे शहरों में हर महीनें 25-30 हिंदू लड़कियाँ भाग रही हैं
लड़कियों के स्कूलों के आगे पंचर लगाने वाले, सब्जी या फल बेचने वाले,मोबाइल वाले,रिजॉर्ज वाले, चाय वाले मुसलमान कड़ी नज़र रखते हैं और अपनी पास की मस्जिदों में बताते हैं जिससे कि तैयार हुए मुसलमान लड़के छुट्टी के समय मोटरसाईकल लेकर हाथ में कलावा बांधकर माथे पर टीका लगाकर हिंदू
लड़कीयों के आसपास मंडराते हैं और किसी न किसी को फँसा लेते हैं
अक्सर देखा गया है कि बड़े बड़े सेठों की दुकानों पर या उनके घर में काम करने वाले मुसलमान ही होते हैं और उन ऊँचे घरों की लड़कियों के तो अधिकतर दिमाग खराब ही होते हैं । जिनका लाभ उठाकर मुसलमान नौकर उनको पटा लेते हैं
और अपने अन्य मित्रों की सहायता से उसे भगा लेते हैं । ( ऐसा ही हुआ मुरादाबाद के एक सुनार की बेटी के साथ जो कि अपने यहाँ काम करने वाले मुसलमान लड़के के साथ 35 लाख रुपया लेकर भाग गई )
बुटीक या बियूटी पारलर जिनमें मुस्लिम महिलाएँ काम करती हैं । वे वहाँ पर आने जाने वाली सुंदर हिंदू
महिलाओं और लड़कियों को बहला फुसलाकर अपने मुसलमान साथी लड़कों से सैटिंग करवाती हैं । उनके नंबर और घर के पते मुसलमान लड़कों को बताती हैं । जिससे कि बहुत सारी लड़कियाँ और महिलाएँ फँसती हैं
मोबाईल ठीक करने और रिचार्ज कराने की दुकानों पर जहाँ पर मुसलमान युवक काम करते हैं
वे रिचार्ज करवाने आई हिंदू लड़कियों के नंबर अपने जिहादी दोस्तों को बाँटते हैं और उन नंबरों के द्वारा भी मुसलमान लड़के ट्रेनिंग के हिसाब से काम करते हैं और कई हिंदू लड़कीयों को पटा लेते हैं
चूड़ी की दुकान वाले ओर कपड़े सिलने वाले जितने दर्जी होते हैं अधिकतर मुसलमान होते हैं ।
जिनकी दुकानों पर जो हिंदू महिलाएँ जाती हैं । उनके नाम और पते की लिस्ट ये लोग अन्य साथियों को मुहईया करवाते हैं । जिसका लाभ लेकर दुकान से ही लड़के उन महिलाओं और लड़कियों का पीछा करना शुरू कर देते हैं
देखा गया है कि मुस्लिम लड़के उन हिंदू लड़कों से विशेष दोस्ती करते हैं
जिनकी बहनें जवान और सुंदर हों या जिनके घर में लड़कियाँ हों । तो ऐसे सैकुलर दोस्तों के घर में ये मुसलमान दोस्त आना जाना शुरू कर देते हैं । उनकी बहनों या भाभियों पर डोरे डालना शुरू कर देते हैं और ऐसे ही कितनी ही हिंदू परिवार की लड़कियाँ खराब की जाती हैं या भगा ली जाती हैं
जिस किसी आफिस में मुसलमान बॉस होगा वह सबसे पहले जाते ही हिंदू कर्मचारी लड़कियों को छांटकर अलग कर लेता है और अपने पद का प्रयोग करके उनको अपने फाँसे में लेने की कोशिश करता रहता
फिर अपने आफिस में काम करने वाले मुस्लिम कर्मचारियों के साथ विशेष बैठक करके उनसे सैटिंग करने को बोलता है
अधिकतर संस्थाओं में आपने देखा होगा कि मुस्लिम लड़कियाँ बहुत कम नौकरी करती हैं
क्योंकि वे नहीं चाहते कि मुसलमान लड़कियाँ आज़ाद होकर हिंदू लड़कों से प्रेम करें
लेकिन मुसलमान लड़कों को ही नौकरीयाँ करवाई जाती हैं
तांकी वहाँ पर काम करने वाली हिंदू लड़कियों से मज़े करें और उनको
पटाकर शादियाँ करें। अधिकतर Jim Training Centres में मुस्लिम कोच जान बूझकर रखे जाते हैं।
तांकि Jim करने वाली हिंदू लड़कियों पर हाथ साफ किया जा सके
तो ऐसे छोटे मोटे अनेकों तरीकों से लव जिहाद फैलाया जा रहा है और हिंदू लड़कियों को खराब करके हिंदूओं को समाप्त करके भारत को इस्लामी
देश बनाने की जी तोड़ कोशिशें हो रही हैं।
अभी तक के रिकॉर्ड में जितनी हिन्दू लड़कियों ने मुसलमानों से शादी की हैं,उन हिन्दू लड़की का जीवन नरक जीवन हुआ हैं।
622 ई से लेकर 634 ई तक मात्र 12 वर्ष में अरब के सभी मूर्तिपूजकों को मुहम्मद ने तलवार से जबरदस्ती मुसलमान बना दिया! (मक्का में महादेव काबळेश्वर (काबा) को छोड कर!)
634 ईस्वी से लेकर 651 तक, यानी मात्र 16 वर्ष में सभी
● रिजुः = सरल हो
● तपस्वी = तप करने वाला हो
● संतोषी= मेहनत की कमाई पर सन्तुष्ट रहने वाला हो
● क्षमाशीलो = क्षमा करने वाला हो
● जितेन्द्रियः = इन्द्रियों को वश में
रखने वाला हो
● दाता= दान करने वाला हो
● शूर = बहादुर हो
● दयालुश्च= सब पर दया करनेवाला हो
● ब्रह्मज्ञानी
AS Dulat 1988-90के समय कश्मीर में IB के Joint Director थे.. यह वही समय था जब पाकिस्तान ने कश्मीर में आतंकवाद को समर्थन दिया था. रातो रात हजारों कश्मीरी LOC पार कर POK चले गए थे, और फिर कुछ हफ्तों में आतंकवादी Training पा कर वापस आये, और उसके बाद कश्मीरी हिन्दुओं के साथ क्या
हुआ, सबको पता है... इतनी बड़ी साजिश चल रही थी, और हमारी Intelligence agency सो रही थी... कमाल की बात है
AS Dulat के समय ही हुर्रीयत ने सर उठाया... उनके नेताओं को करोड़ों की funding और सरकारी सहायता देने का idea भी उन्हीं का था
🔥कब श्री कृष्ण महाराज जी ने कहा कायर बनो
इन्होंने सदा अत्याचार व अन्याय के खिलाफ जीवन भर सदा युद्ध किया🔥
🔥कब श्री राणा प्रताप महाराज जी ने कहा कायर बनो श्री महाराणा प्रताप जी ने सदा अत्याचार व अन्याय के खिलाफ जीवन भर सदा युद्ध किया🔥
🔥कब श्री शिवाजी महाराज जी ने कहा कायर बनो
श्री शिवाजी महाराज जी ने मामूली हस्ती होकर भी एक सत्ता स्थापित किया और सदा अत्याचार व अन्याय के खिलाफ जीवन के अतिम समय तक सदा युद्ध किया🔥
🔥कब श्री गुरू गोविन्द सिंह महराज जी ने कहा कायर बनो! श्री गुरू गोविन्द सिंह महाराज जी ने एक सन्त होकर भी सनातनी हिन्दू समाज की संस्कृति