👉🏾किसी भी युद्ध में सेना दो एंगल से युद्ध लड़ती है।
एक एंगल हमला का, और दूसरा बचाव का होता है।
इसमें हम ये नहीं कह सकते हैं कि युद्ध जीतने के लिए सेना की बचाव वाली टुकड़ी ज्यादा महत्वपूर्ण है या हमलावर टीम।
क्योंकि, दोनों ही टुकड़ी काफी महत्वपूर्ण होती है।
और.. @SakshamGV 👇🏾👇🏾
युद्ध का यही नियम हमारे समाज, धर्म के मामले में भी चलता है.!
-धर्म रक्षा के भी दो एंगल होते हैं।
एक तो आप दुश्मनों पर हमलावर रहो और दूसरी तरफ दुश्मन द्वारा किये जा रहे हमले से अपने को बचाकर रखो।
इसीलिए, सवाल ये नहीं है कि भूत भगाना या चमत्कार लॉजिकल है या नहीं ? @ambuj_028 👇🏾
सवाल ये भी नहीं है कि भूत होते हैं या पकड़ते हैं या नहीं..
लेकिन, अगर लोगों को लगता है कि भूत होते हैं और वे हमको पकड़ते भी हैं तो, फिर जब भूत पकड़ेंगे तो उसे भगाने वाले भी होने ही चाहिए।
क्योंकि, अगर एक बार इस समस्या को एक मनोवैज्ञानिक समस्या भी मान लें तो फिर उसका @rs414317👇🏾
मनोवैज्ञानिक ढंग से इलाज करने में आखिर बुराई क्या है ??
कारण सीधा सा है कि अगर आप भूत नहीं भगाओगे तो फिर भूत भगवाने के लिए लोग दूसरे मत, पंथ वाले के पास जाने लगेंगे।
आखिर, जगह जगह मजार पूजा का कॉन्सेप्ट भी तो यही है कि हम हिन्दुओं में कब्र की पूजा निषेध है तो जिसमें हैं -
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चलो उसी को पूज आते हैं।😲
इसीलिए, व्यक्तिगत रूप में मुझे ऐसे चमत्कारों से कोई एलर्जी नहीं है।
मैं ऐसे चमत्कारों को मानता हूँ या नहीं मानता हूँ ये एक अलग विषय है।
लेकिन, अगर कोई ऐसा करता है और इससे हमारा समुदाय दूसरे खेमे में जाने से रुकता है तो फिर ऐसे चमत्कार अच्छे हैं.💯👇🏾👇🏾
क्योंकि, ये भी एक तरह से दुश्मनों को प्रतिऊत्तर देना ही हुआ जो वे चंगाई सभा और मजारों में ठीक करने का नाटक करते हैं।
इसीलिए, एक हिदू होने के नाते मैं धीरेन्द्र शास्त्री जी का समर्थन करता हूँ।🤝🙏
जो, हिनू (सेक्युलर) सनातन धर्म को एक बड़े शॉपिंग मॉल की तरह प्रजेंट कर रहे हैं- 👇🏾
जहाँ आध्यात्म और दर्शन के साथ साथ चमत्कार भी मौजूद है।
ये बहुत कुछ ऐसा है कि, तुम्हें जो भी चाहिए सब हमारे सनातन धर्म में मौजूद है (चाहे भूत भगाना हो या फिर चमत्कार हो) इसीलिए, किसी भी हिदू को किसी भी काम के लिए दूसरों के पास जाने की जरूरत नहीं है।
शायद.! इसीलिए ये इस तरह 👇🏾👇🏾
बौखलाये हुए हैं कि अगर इधर से भी ऐसा होने लगा तो फिर उनकी पूछ ही समाप्त हो जानी है।😜
क्योंकि, ये तो आजतक यही करते आये हैं कि किसी का भूत भगा कर तो किसी की बीमारी ठीक करने का "ड्रामा" करके भोले भाले लोगों को समझा देते थे कि देखो, हमारे देवता में इतनी शक्ति है कि तुम्हारी 👇🏾👇🏾
समस्या सॉल्व कर दी. इसीलिए, इनके शरण में आ जाओ #धर्मांतरण..
ताकि तुम्हें भविष्य में कोई समस्या ना हो।
लेकिन, इधर से भी उसी भाषा में प्रतिऊत्तर दिए जाने से उनमें घबड़ाहट फैल गई क्योंकि अगर घर में ही सारी सुविधा उपलब्ध हो गई तो फिर उनकी दुकान बंद।
और ये षड्यंत्र रचे.. @ArunRane9👇🏾
बात बिल्कुल सीधी सी है कि चमत्कार या भूत-प्रेत की वैज्ञानिकता से ज्यादा महत्वपूर्ण ये है कि लोग मानते क्या हैं ??
यदि लोग मानते हैं तो फिर समस्या का समाधान भी जरूरी है।
और, जो भी हमारे समाज को ऐसा समाधान देकर हमारे समुदाय को दुश्मनों के खेमे में जाने से रोकता है मेरी नजर में 👇🏾
👉🏾Bollywood किसी भ्रम है कि प्रधानमंत्री मोदी ने फिल्मों का बायकाट करने से मना कर दिया -
“पठान” का बहिष्कार होगा -
मुझे पता है इस लेख की भी
Reach रोकेगा -
एक प्रचार Bollywood की तरफ से किया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी पार्टी के नेताओं को फिल्मों के @SakshamGV 👇🏾👇🏾
बहिष्कार के पर बोलने से मना कर दिया जबकि उन्होंने कुछ नहीं कहा, Bollywood को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए जिससे पता चलेगा कि किसी तीनों खान समेत किसी भी मुस्लिम कलाकार ने मोदीजी की बात का स्वागत नहीं किया क्योंकि उन्हें पता है कि मोदी ऐसे पचड़े में पड़ने वाले नहीं हैं, कोई 👇🏾👇🏾
मुस्लिम कलाकार योगी जी को भी मिलने नहीं गया और सुनील शेट्टी को आगे कर दिया गिड़गिड़ाने के लिए कि हमारा बायकाट ख़तम कराइये -
एक प्रचार और किया जा रहा है कि शाहरुख़ खान की फिल्म “पठान” के टिकट एडवांस में धड़्डले से बिक रहे हैं जो एक फ्रॉड है - ऐसा ही प्रचार “ब्रह्मास्त्र” के लिए👇🏾
👉🏾BBC की बकवास पर
खुश होते कांग्रेस के नेता -
20 साल से झूठ फैला कर
मोदी को बदनाम करने पर
भी चैन नहीं मिला -
BBC भारत में बैन होना चाहिए-
गुजरात दंगे करा कर कांग्रेस ने 20 साल तक नरेंद्र मोदी को बदनाम करने के लिए झूठ फैलाया परंतु मोदी और ज्यादा मजबूत होता गया - मीडिया का,👇🏾👇🏾
सहारा लिया, फर्जी NGOs का सहारा लिया, और यहाँ तक सुप्रीम कोर्ट के “कोर्ट फ़िक्सर” वकीलों के साथ साथ जजों को भी फिक्स कर लिया कि किसी तरह मोदी को फांसी लगा दी जाए मगर हर प्रयास विफल रहा -
अब बीबीसी की मनघड़ंत कहानी दिखाती डॉक्यूमेंट्री ने डूबती कांग्रेस को तिनके का @ambuj_028 👇🏾
सहारा दे दिया - अटल जी का एक वाक्य अधूरा सुना सुना कर मोदी पर हमला करते रहे और कल फिर जयराम रमेश ने बेसुरा राग अलापते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने 2002 के दंगों के बाद मोदी को राज धर्म की याद क्यों दिलाई थी -
जयराम रमेश 20 साल से कांग्रेस के भौंकने वाले नेताओं की भाषा बोल 👇🏾
👉🏾दिग्विजय सिंह की बात से
कांग्रेस किनारा कैसे कर सकती है, जबकि राहुल ने बयान दिया है कि ये हमारे राजनीतिक गुरू है।
उसने वही कहा जो कांग्रेस कहती आ रही है शुरू से -
आज कांग्रेस के बड़े नेता जयराम रमेश ने दिग्विजय सिंह को पुलवामा पर बोलने से रोक दिया और “आज तक” के पत्रकार के👇🏾
हाथ से माइक छीन कर उसे अलग कर दिया- जयराम रमेश ने यह भी कहा कि जो दिग्विजय सिंह ने कहा, वो उनके निजी विचार हैं और कांग्रेस पार्टी का उनके बयान से कुछ लेना देना नहीं है-
दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक की सत्यता पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि सरकार सर्जिकल स्ट्राइक के गीत गाती 👇🏾
रही है परंतु उनमे कितने लोग मारे गए, इसका कोई सबूत नहीं है - सरकार ने 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 के पुलवाना हमले के बाद बालाकोट में की गई कार्रवाई की कोई रिपोर्ट संसद में पेश नहीं की है -
इस बयान से कांग्रेस कैसे किनारा कर सकती है.??
और उसे दिग्विजय सिंह का निजी विचार कह👇🏾
👉🏾जब से संयुक्त परिवार खत्म होने लगे तब से बुजुर्गो के सामने संकट पैदा होने लगा है। संयुक्त परिवारों में तो उम्र दराज हो गए लोगों का ख्याल कर लिया जाता था। तब बच्चे और बुजुर्ग सबके साझे हुआ करते थे। परिवार के सभी सदस्य मिलजुल कर देख लिया करते थे। परिवार का बुजुर्ग @SakshamGV 👇🏾👇🏾
सबका आदरणीय और सम्मानित होता था। संयुक्त परिवारों के छिन्न-भिन्न होने के कारण स्थिति वास्तव में विकट हुई है। उनकी देखभाल जोकि निःसहाय की स्तिथि में हैं - दयनीय दशा में हो जाती है 😢
एक दौर था जब बिहार और उत्तर प्रदेश के हरेक घर के आगे परिवार के बुजुर्ग सदस्य चाय पीते हुए अखबार 👇🏾
पढ़ रहे होते थे। जिन घरों में बुजुर्ग नहीं होते थे उन्हें बड़ा ही अभागा समझा जाता था। राज्यों में बुजुर्ग अकेले रामभरोसे रहने को अभिशप्त है। मुझे बेंगलुरू, मुंबई, दिल्ली, में रहने वाले अनेक नौकरीपेशा लोग मिलते हैं। वे अच्छा-खासा कमा रहे हैं उनसे बातचीत करने में पता चलता है कि👇🏾👇🏾
👉🏾कांग्रेस के एजेंडे पर चलते
CJI डी वाई चंद्रचूड़-
नियुक्त होने वाले जजों की
एक नई योग्यता-
प्रधानमंत्री मोदी के विरोधी हो -NJAC वापस लाया जाए-
चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ साबित कर रहे हैं कि वह कांग्रेस के एजेंडे पर चल कर उसे पूरा करने में लगे है, और वो एजेंडा है @SakshamGV👇🏾
PM नरेंद्र मोदी को नीचा दिखाना- उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के संसद की संप्रभुता को अक्षुण रखने और संसद के अधिकार को जनता का प्रतिनिधि होने के नाते कोई भी संविधान में संशोधन करने की बात को जहाँ कांग्रेस काट रही है, वहीँ चंद्रचूड़ ने भी धराशाई करने की कोशिश की है- @NandiniDurgesh5 👇🏾
जस्टिस चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम ने RAW और IB की reports को ख़ारिज कर उन्हें सार्वजनिक करके बड़ी भारी भूल की है जबकि कॉलेजियम में चर्चा की जानकारी RTI में भी नहीं दी जाती- अब सरकार को चाहिए कि जजों के बारे में सभी गोपनीय जानकारियां वो जनता के सामने लाए- जिनमें उनके👇🏾👇🏾
👉🏾पहले दाऊद की धमकी की चर्चा होती थी अब खालिस्तानियों की धमकी की चर्चा होती है। सुक्खू को धमकी- संत भिंडरावले- 10 जनवरी दैनिक भास्कर
-इस तरह के हमलों और तोडफोड का आरोप सिख फॉर जस्टिस नामक एक आतंकवादी संगठन के द्वारा किए जाते हैं। कुछ भारत विरोधी लोग भारत के अंदर भी @SakshamGV👇🏾
भिंडरावले को संत भिंडरावले की तरह प्रचारित कर रहे हैं। और भिंडरावले को संत कहकर एक तस्वीर भी प्रचारित की गई थी जिस पर हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रतिबंध लगाया था। जब सुक्खी मुख्यमंत्री बने तो उनको खालिस्तान से धमकी पत्र के जरिए दी कि अगर @Hindu_Amri 👇🏾👇🏾
भिंडरावले पर प्रतिबंध लगाया तो राजनीतिक मौत मिलेगी ।
-मोहाली के एक हिंदू नेता.. शिवसेना हिंद के अध्यक्ष.. निशांत शर्मा को जान से मारने की धमकी दी। विदेश से फोन कर धमकी दी।
-नवंबर में ही शिवसेना टकसाली के नेता सुधीर सूरी की हत्या में भी खालिस्तानियों का ही नाम आया था 👇🏾👇🏾