भारत ने Rupee का आरंभ 13 जुलाई 22 को ग्लोबल करना शुरू किया था आज 8 महीने में अंतरराष्ट्रीय होने जा रहा है..क्या आश्चर्य की बात नहीं?
30 देश आज Rupee में लेनदेन कर रहे है। सऊदी भारत👇
को तेल Rupee में कर रहा है। डायरेक्टोरेट ऑफ फॉरेन ट्रेड यानी DGFT ने एक नोटिफिकेशन भी जारी किया था की exports और इंपोर्ट रूपी में हो सकता है।
आज 64 देश भारत से रूपी में लेनदेन को हामी भर चुके है, इसराइल, जर्मनी, इटली जैसे देशों ने भी रूपी में व्यापार करने की हामी भर दी है।
UPI का अर्थ Unite Payment International का बढ़ता दवदबा बढ़ता जा रहा है 50 देशों में हमारा रुपया का लेनदेन होते ही IMF में स्थान पा जाएगा फिर हर देश को रिजर्व में रूपी भी रखना पड़ेगा।
बस इंतजार है भारत के रिजर्व 1.5 ट्रिलियन होने का,भारत विश्व के शीर्ष पायदान पर देखा जाने लगेगा।
भारत के टुकड़े करने का सपना देखने वाले George Soros जैसे दसियो खरबपति और विपक्ष औंधेमुंह पड़े होंगे।
हम क्या करें.... बस आज की सरकार पर भरोसा रखे और साथ चले। विपक्ष के बहकावे में न आएं।
अभी हाल ही में टर्की में भूकंप आया. विश्व के सारे देशों ने मदद की. भारत का दुश्मन राष्ट्र है टर्की. फिर भी भारत ने मेडिकल सप्लाइज़ और एनडीआरएफ़ की टीम भेजी. जब आप इस तरह से चौधरी बन मदद करते हैं तो दुनिया को संदेश जाता है कि आप एक ताकतवर राष्ट्र हैं.
पर क्या आपको लगता है कि 👇
टर्की अब भारत का मित्र हो जाएगा? ऐसी उम्मीद न भारत ने की न टर्की ने की. मदद तो पाकिस्तान ने भी टर्की की की. पाकिस्तान को भीख में जो फर्स्ट ऐड बॉक्स आये थे उनसे लेबल हटा कर अपना लेबल लगा कर सोन पापड़ी की तरह डिब्बा आगे बढ़ा दिया. ऐसे मौक़ों पर पूरा विश्व मदद करता है और यह मदद
सिम्बोलिक होती है.
टर्की विकसित राष्ट्र की श्रेणी में आता है. पर कैपिटा इनकम काफ़ी हाई है.शानदार इंफ़्रा स्ट्रक्चर है. यद्यपि अब जिहाद बढ़ रहा है वहाँ तो कितने दिन रहता है ऊपर वाला जाने पर फ़िलहाल में वह इतने गये गुजरे नहीं हैं कि खाने को तरस रहे हों. प्राकृतिक विपदाएँ आती है
कांग्रेस ने देश को आधुनिक औरंगजेब दे दिया।
राजस्थान में होली पर 5 या उससे अधिक व्यक्ति एक स्थान पर एकत्र हुए तो राजस्थान की सरकार उन्हें जेल भेज देगी। क्योंकि राजस्थान की कांग्रेसी सरकार के तोतले मुख्यमंत्री ने होली पर राजस्थान के बड़े शहरों में धारा 144 लगवा दी है, ताकि 👇
सांप्रदायिक सदभाव बना रहे। यानी होली खेलना तो दूर, होली जलाना भी असंभव करने का औरंगजेबी कुकर्म किया है राजस्थान की कांग्रेसी सरकार के तोतले मुख्यमंत्री ने।
याद रहे कि, पिछले साल 29अप्रैल 2023को सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट आदेशों निर्देशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए राजधानी जयपुर
के सर्वाधिक व्यस्त एवं मुख्य बाजार (जौहरी बाजार) की सड़कें घंटों तक ठप्प कर दी गई थीं और वहां अलविदा की नमाज पढ़ी गई थी। अज़ान के लिए सैकड़ों लाउडस्पीकर पूरी ताकत से चीखे थे। लेकिन तब राजस्थान का यही तोतला मुख्यमंत्री कुंभकर्ण की तरह गहरी नींद में सोया दिखा था, जो आज औरंगजेब की
गरीब हिंदू युवकों को अपराध की दुनिया में ढकेल कर फिर उन्हें पुलिस से और सरकार से बचाने का लालच देकर उनका धर्मांतरण करवाता थाऔर ज्यादातर धर्मांतरण खुद अतीक अहमद का बेटा करवाता था
इसके एक करीबी के अनुसार अतीक अहमद यह सोचता था इस्लाम👇
में सबसे बड़ा फर्ज है यदि तुम्हारी वजह से कोई काफीर इस्लाम में दाखिल हो इसीलिए अतीक अहमद और उसके बेटे 22 से ज्यादा अपने हिंदुओं का धर्मांतरण करवा कर उन्हें मुसलमान बना चुके हैं और मुसलमान बनाने के लिए यह धमकी पुलिस के एनकाउंटर से बचाने का लालच इत्यादि देते थे👇
मारा गया शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान हिंदू था उसका भाई जो नैनी जेल में बंद है वह हिंदू है उसके भाई ने खुद बताया कि मेरे भाई का धर्मांतरण अति के बेटे ने करवा दिया और उसका नाम उस्मान रख दिया
भगवान श्रीराम ने एक बार पूछा कि लक्ष्मण तुमने अयोध्या से लेकर लंका तक की यात्रा की परन्तु उस यात्रा में सबसे अधिक आनंद तुम्हें कब आया?
लक्ष्मणजी ने कहा कि भैया, मेरी सबसे बढ़िया यात्रा तो लंका में हुई और वह भी तब हुई जब मेघनाद ने मुझे बाण मार दिया!👇
प्रभु ने हंसकर कहा कि लक्ष्मण तब तो तुम मूर्छित हो गये थे, उस समय तुम्हारी यात्रा कहां हुई थी ?
तब लक्ष्मणजी ने कहा कि प्रभु उसी समय तो सर्वाधिक सुखद यात्रा हुई, लक्ष्मणजी का तात्पर्य था कि अन्य जितनी यात्राएं हुईं उन्हें तो मैंने चलकर पूरा किया लेकिन इस यात्रा की सबसे बड़ी
विशेषता यह थी कि मूर्छित होने के बाद भी हनुमानजी ने मुझे गोद में उठा लिया और आपकी गोद में पहुंचा दिया। प्रभु, सन्त की गोद से लेकर ईश्वर की गोद तक की जो यात्रा थी जिसमें रंचमात्र कोई पुरुषार्थ नहीं था, उस यात्रा में जितनी धन्यता की अनुभूति हमें हुई वह तो सर्वथा वाणी से परे है!
उमेश पाल अपनी गवाही दे चुके थे। मजिस्ट्रेट के सामने उनका बयान रजिस्टर हो चुका था। उनकी हत्या से अतीक अहमद को कोई फायदा नहीं होने वाला था। फिर भी उनकी हत्या दिन दहाड़े की गई। उस पर हत्या करने वालों ने खुद को छुपाने का भी कोई प्रयास👇
नहीं किया। सिर्फ एक हत्यारे ने हेलमेंट लगाया हुआ था। अतीक का लौंडा इस काण्ड को खुद ही लीड कर रहा था। आखिर मकसद क्या था हत्यारों का ??
100 से अधिक केस दर्ज हैं अतीक पर। हजारों करोड़ की संपत्ति उगाही और अविध तरीके से जमा की है इस गैंगस्टर ने। बाबा के आने के बाद से लगातार इसकी
प्रॉपर्टीज मालवों में तब्दील होती जा रही थीं और जिन केस में कोई गवाही देने को तैयार नहीं था उसमें भी प्रशासन की सुरक्षा में गवाह तैयार हो रहे थे। बस इसी लिए उमेश पाल की हत्या को दिन दहाड़े अंजाम दिया गया। अपने खिलाफ दी जाने वाली गवाही से गवाहों के मुकर जाने के लिए आतंक फैलाना