मेरे और इंदिरा के 12 बर्षों के सेक्स संबंध उसी दिन ख़त्म हो गए, जिस दिन मैंने उसे दूसरे मर्द के साथ देखा
नई दिल्ली - गाँधी परिवार के ऐसे ऐसे राज हैं जो कभी दुनिया के सामने आ ही नहीं सके। लेकिन, जितने भी राज अभी तक सामने आये हैं वो हमेशा से @BablieVG 👇🏽
दुनियाँ या देश के लोगों के लिए बेहद चौंकाने वाले रहे हैं। आज हम आपको एक ऐसा ही राज बताने जा रहे हैं, जिसके सामने आने पर काफी बवाल मचा था। ये तो हम सभी जानते हैं कि सालों तक देश पर राज करने वाले गांधी परिवार का इतिहास हमेशा से विवादों में रहा है। चाहे वो इंदिरा गांधी का समय हो 👇🏽
या फिर राजीव गांधी का समय हो गांधी परिवार शुरू से लेकर अब तक नए-नए राज देश से छिपाता आ रहा है। लेकिन, अभी जो बात सामने आई है वो जानकर आप भी दंग रह जाएंगे।
एक वक्त में नेहरू परिवार के बेहद करीब रहे एमओ मथाई नाम के एक शख्स ने अपनी किताब 'Reminiscences of the Nehru Age'में ऐसा 👇🏽👇🏽
चौंकाने वाला खुलासा किया है जिसे जानकर शायद आप गांधी परिवार से नफरत करने लगेंगे। सबसे पहले तो आपको ये बता दें कि एमओ मथाई नाम का ये शख्स कोई ऐसा वैसा व्यक्ति नही था बल्कि यह साल 1946 से लेकर 1959 तक नेहरू का सेक्रेटरी था। मथाई ने अपनी किताब 'Reminiscences of the Nehru Age' में 👇🏽
गांधी परिवार को लेकर कई खुलासे किये, पर मथाई ने इंदिरा गांधी के बारे में जो लिखा वो कोई सोच भी नहीं सकता है।
दरअसल, इस किताब के 'SHE' नाम के चैप्टर में इंदिरा गांधी के बारे में बेहद चौंकाने वाला खुलासा करते हुए एमओ मथाई ने लिखा है कि वो और इंदिरा गांधी एक दूसरे के बेहद करीब थे।👇🏽
मथाई ने ये भी लिखा है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू गांधी के पास महिलाओं कि वजह से भारत चीन के बीच साल 1962 युद्ध के लिए समय ही नही था। मथाई ने अपनी किताब में इंदिरा गांधी के साथ 12 सालों तक अफेयर होने का दावा किया है। मथाई ने अपनी किताब में दावा किया है कि उनके और इंदिरा 👇🏽👇🏽
गांधी के संबंध करीब 12 साल तक रहे।
'SHE' चैप्टर में मथाई ने यहां तक लिखा है कि इंदिरा 'बिस्तर में अच्छी थीं' औरं सेक्स में 'वह फ्रेंच और केरल कि महिलाओं का मिश्रण थीं।'🥺 लेकिन, इस किताब में सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि मथाई ने इंदिरा के साथ अपने अवैध संबंधों को स्वीकार 👇🏽👇🏽
करते हुए ये भी लिखा है कि वो एक बार गर्भवती भी हो गई थीं। मथाई के मुताबिक, दोनों का रिश्ता उस दिन खत्म हो गया जब उन्होंने इंदिरा को अपने योगा टीचर धीरेन्द्र ब्रह्मचारी नाम के व्यक्ति से संबंध बनाते देखा।
इस किताब में जिस तरह के खुलासे किये हैं वो वाकई में काफी चौंकाने वाले है🥺😂
1. हमारे कुछ बुद्धिजीवी जिस खाड़ी देश की सम्पन्नता का गुणगान करते नहीं थकते वहाँ का कानून कैसा है.? और यही है मुस्लिम देशों में मुस्लिम महिलाओं की जिंदगी की असली तस्वीर देखिए...
2. जब भी क़ानूनी कार्यवाई के बावजूद किसी निर्दोष को @BablieVG 👇🏾
अत्यंत क्रूर सजा मिलने की बात निकले तो सबसे पहले ईरान-ईराक जैसे खाड़ी देशों का ही नाम जहन में आता है।
मुस्लिम बहुसंख्या वाले इन देशो में पिछले कुछ सालो तक भी शरिया कानून अपनाया जाता था, जो कुछ जगहों पर शायद आज भी जारी है।
3. यह शरिया कानून महिलाओ के साथ बहुत भेदभाव करता है 👇🏾👇🏾
और जरा सी गलती पर भी उन्हें क्रूर सजा देने का प्रावधान रखता है।
4. आज भी कुछ खाड़ी देशों में महिलाओ को वोट देने, गाड़ी चलाने या यहाँ तक की स्टेडियम में बैठकर मैच या सिनेमाहॉल जाकर फिल्म देखने की भी इजाजत नहीं होती।
5. महिलाओं के लिए इन सभी कामो को वहाँ गैरकानूनी कहा गया है,👇🏾👇🏾
जो भी गलत गंदी चीजें प्रसारित होंगी, गंदे रिश्ते प्रसारित होंगे जो कि पोर्नोग्राफी के समान होंगे, वह बहू ससुर या भाभी देवर इन रिश्तों के नाम पर होंगे, ऐसा सुनियोजित तरीके से किया जा रहा है...
खत्म हो जाए और बच्चों के दिमाग में गंदगी डाली जा रही है जिससे कि उनके अंदर से रिश्तों के मायने ही बिगड़ जाएं एक न्यूक्लियर परिवार तो वैसे भी बहुत कमजोर हो जाता है और उसे समाप्त करना आसान हो जाता है।
जितने भी कम्युनिस्ट होते है वो आपसे लॉजिक में नहीं जीत सकते इसीलिए @ZeeraRice👇🏾
"सबकॉन्शियस माइंड" पर कार्य करते है सबकॉन्शियस माइंड लॉजिक नहीं जानता वह यह जानता है कि जिस भी वस्तु को बार बार ज्यादा बार रिपीट किया जाएगा वह आपके मस्तिष्क में दृढ़ता से स्थापित हो जाती है।
फिल्म इंडस्ट्री और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री एक ऐसा माध्यम है जो सबकॉन्शियस माइंड पर सबसे 👇🏾
👉🏾संस्कृति समाप्त करनी है तो उससे उनके त्योहार छीन लो और यदि कोई त्योहार समाप्त करना है तो उससे बच्चों का रोमांच गायब कर दो।
कितना महीन षड्यंत्र है? कितना साफ और दीर्घकालिक जाल बुना जाता है?
समझिए दीपावली पर पटाखे बैन के षड्यंत्र की कहानी-
पंच मक्कार-- @BablieVG @AYUSHSARATHE3👇🏾
(मीडिया,मार्क्सवादी,मिचनरीज, मुलाना, मैकाले) किस तरह से सुनियोजित कार्य करते है आप इस लेख के माध्यम से जान पाएंगे।किस तरह इकोसिस्टम बड़ा लक्ष्य लेकर चलता है वो आप जान पाएंगे।वे किस तरह 10,20 साल की योजना बनाकर स्टेप बाई स्टेप नैरेटिव सेट कर शनैःशनैः वार कर किले को @chhotiradha 👇🏾
ढहा देते हैं ये आप जानेंगे।जिसमें वे आपको ही अपनी सेना बनाकर अपना कार्य करते हैं और आपको पता भी नहीं चलता।
पटाखो पर बैन की कहानी 2001 से शुरू होती है।जब एक याचिका में SC ने सुझाव दिया कि पटाखे केवल शाम 6 से 10 बजे तक मात्र चार घण्टे के लिए फोड़े जाए।साथ ही इसको लेकर @_Sambapu_ 👇🏾
🔥 सुप्रीम कोर्ट और भारत सरकार तथा मीडिया वालों ध्यान दो ..
👉नेहरू खानदान और फर्जी गांधी खानदान की जांच करावाओ और भारत देश में गजवा-ए-हिन्द के तहत जिहाद और निर्दोष हिन्दुओं की हत्या को तत्काल रोको !!
👉🏾हैदराबाद के रज़ाकार क्रांतिकारी नहीं जिहादी थे।
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हैदराबाद के ओवैसी ने कहा है कि हैदराबाद लिबरेशन डे बनाने का कोई औचित्य नहीं है। कुछ दिनों पहले यूटयूब पर एक वीडियो देखने में आया जिसमें एक मोमिन चिल्ला चिल्ला कर कह रहा था की हैदराबाद के रजाकार क्रांतिकारी थे @BablieVG 👇🏾👇🏾
और उन्होंने अंग्रेजों से लोहा लिया था। सत्य इसके ठीक विपरीत है। रजाकारों ने हैदराबाद में हिन्दुओं का 'क़त्लेआम' किया था। खेद है कि इतिहासकारों ने उनके अत्याचारों का कभी वर्णन ही नहीं किया। क्योंकि एक नीति के तहत पिछले 1200 वर्षों में हिन्दुओं पर जितने विधर्मियो ने किए थे 👇🏾👇🏾
उन्हें चालाकी से छिपा दिया गया।
वर्ष 1948 में सितंबर और अक्तूबर के महीनों में, ब्रितानी राज ख़त्म होने के कुछ ही समय बाद, हैदराबाद में हज़ारों लोग मारे गए थे। रजाकार एक निजी सेना (मिलिशिया) थी जो निजाम ओसमान अली खान आसफ जाह VII के शासन को बनाए रखने तथा हैदराबाद को नव
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