जमनालाल बजाज -'बापू, यह हैं आचार्य चतुरसेन, महान इतिहासकार और लेखक,' 'आपने कहा था ना नवजीवन के लिए संपादक चाहिए, यह सबसे योग्य पात्र हैं, इन्हें दे दीजिए यह कार्यभार।'
आचार्य चतुरसेन - नमस्ते बापू'
गांधी--'नमस्ते शब्द में #वेदों की बू आती है, यह ठीक नहीं है।'
आचार्य चतुरसेन --'जी,' 'तो फिर राम—राम बापू।'
गांधी- 'देखो राम—राम बोलना #हिन्दू—मुस्लिम एकता के लिए सही नहीं है।'
आचार्य - 'वंदेमातरम बापू।'
गांधी--'नहीं वंदेमातरम् भी सही नहीं है, इसमें #बुतपरस्ती (मूर्तिपूजा) की बू आती है। हमें आजादी चाहिए तो ऐसी भाषा का प्रयोग करना होगा, जिससे मुस्लिमों को ठेस न पहुंचे।'
आचार्य चतुरसेन'--जय बापू।'
गांधी--'हूं,' ..... 'हम तुम्हें नवजीवन का संपादक बनाते हैं, एक हजार वेतन मिलेगा। सबकुछ तुम्हें ही करना होगा।
मेरे नाम से लेख लिखने होंगे, न्यूज छापनी होंगी, मेरे भाषण लिखकर देने होंगे। और हां संपादक में मेरा नाम जाएगा, तुम किसी से यह नहीं कहोगे कि यह सब तुम करते हो।'
आचार्य चतुरसेन'-- बापू मैं सबकुछ करने को तैयार हूं लेकिन संपादक में मेरा नाम जाना चाहिए, आपका नहीं।'
गांधी--'नहीं यह नहीं हो सकता।' गांधी जी ने विरोध किया।
आचार्य चतुरसेन--'तो फिर यह आचार्य चतुरसेन भी ऐसे स्वार्थी और तुष्टिकरण करने वाले को जीवन में कभी बापू नहीं कहेगा और तुम्हारे दर्शन आज के बाद नहीं करेगा।'
ऐसा कहकर आचार्य चतुरसेन चले गए।आचार्य चतुरसेन ने जीवन में फिर कभी गांधी के दर्शन नहीं किए।
_आचार्य चतुरसेन_ की आत्मकथा का एक अंश
प्रस्तुति : मधु धामा
Courtesy - Anand Jain
संशोधित, साभार 🙏
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CBI, ED के बाद अब NIA की होगी एंट्री ,,
केजरीवाल ने जो जासूसी वाला देशद्रोह का महापाप किया हैं, उसे सुनकर देशवासियों के होश उड़ जाएँगे..इसके पाप इस तरह है
1- कंजरिवाल ने “War Against Country” की तर्ज़ पर भयानक साज़िश रची । इस आत्ममुग्ध बौने ने मोसाद और केजीबी कि तर्ज पर Semi Spy और Semi Military Organization “Feed Back Unit” बनाने कि पूरी तैयारी की.
2- ना किसी से इसने सरकारी या केबिनेट की इजाज़त ली ..17-18 रिटायर्ड नमक हराम नौकरशाहों को इसके लिए नियुक्त किया गया..जिसके ज़रिए वो देश के सभी उच्चपद के लोगों की जासूसी कर सके, यें उनके फ़ोन टेप कर रहा था.
विदेशियों पर मेहरबान
सुप्रीम कोर्ट का जवाब नहीं,
कुकर्म करे विदेशी और जिम्मेदार
केंद्र सरकार को बनाएंगे-
एक “नापाक” फैसला किया अदालत ने -
सुप्रीम कोर्ट में 2010 में कांग्रेस सरकार ने याचिका दायर करके यूनियन कार्बाइड कॉरपोरेशन (UCC) से भोपाल गैस नरसंहार के लिए 7,844 करोड़ रुपए के अतिरिक्त मुआवजे की मांग की थी - सबसे भयानक त्रासदी में मरने वाले 3000 हज़ार लोगों के लिए UCC ने राजीव गांधी की सरकार के साथ
हुए समझौते के अनुसार मात्र 715 करोड़ रुपए मुआवजा दिया था -
कल 13 साल के बाद सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजय किशन कौल, जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस अभय एस ओका, जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस जेके माहेश्वरी की संविधान पीठ ने विदेशी कंपनी UCC की वकालत करते हुए कहा कि कंपनी
इसीलिए कहते हैं, गाँव राम होता है। #नरसी के भात के बाद, #मीरा की पुकार सुनी है,
नेठराना, भादरा ( हनुमानगढ़ ) के ग्रामवासियों ने सब का मन जीत लिया व एक नई प्रेरणा, नया आदर्श प्रस्तुत कर दिया।
गाँव की बेटी मीरा हरियाणा में शादीशुदा है ।
मीरा के पति भी गुजर चुके हैं सिर्फ 2 बेटियां ही है, उनके ना भाई है ना पिता है, अब उसी बेटी की बेटी यानी नेठराना की भांजी की शादी में आज सैंकड़ो ग्रामीणों ने भात भरा !
मीरा के पिता श्री जोराराम बहुत पहले ही गुजर चुके हैं,मीरा भात का न्यौता देने नेठराना पहुंची
और अपने स्वर्गीय भाई की छोटी सी कुटिया को तिलक निकालकर कुटिया को भात का न्योता देकर अपने ससुराल चली गई !
यह बात ग्रामवासियों के मन को छू गई फिर क्या था सबने इकट्ठे होकर निर्णय लिया कि गाँव की बेटी हमारी बेटी है,
Golden History of congress that has been wiped out from public memory-
On 20 December 1978, two friends Bholanath Pandey and Devendra Pandey hijacked Indian Airlines plane IC 410 ferrying 132 passengers from Lucknow on its way to Delhi.
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Their demands ?
The hijackers had two demands
1. Indira Gandhi, who was jailed after emergency, be immediately released from jail.
2. All cases against Sanjay Gandhi be immediately withdrawn.
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What happened to the hijackers ?
1. When Indira Gandhi returned to power in 1980, Bholanath and Devendra Pandey were rewarded with tickets in UP assembly elections. Both won elections.
2. Bholanath Pandey became an MLA from Doaba (Ballia) in 1980 and remained an MLA till 1991.
शिखाबन्धन (वन्दन) आचमन के पश्चात् शिखा को जल से गीला करके उसमें ऐसी गाँठ लगानी चाहिये, जो सिरा नीचे से खुल जाए। इसे आधी गाँठ कहते हैं। गाँठ लगाते समय गायत्री मन्त्र का उच्चारण करते जाना चाहिये ।
शिखा, मस्तिष्क के केन्द्र बिन्दु पर स्थापित है।
जैसे रेडियो के ध्वनि विस्तारक केन्द्रों में ऊँचे खम्भे लगे होते हैं और वहाँ से ब्राडकास्ट की तरंगें चारों ओर फेंकी जाती हैं, उसी प्रकार हमारे मस्तिष्क का विद्युत् भण्डार शिखा स्थान पर है, उस केन्द्र में से हमारे विचार, संकल्प और शक्ति परमाणु हर घड़ी बाहर निकल-निकलकर
आकाश में दौड़ते रहते हैं। इस प्रवाह से शक्ति का अनावश्यक व्यय होता है और अपना कोष घटता है। इसका प्रतिरोध करने के लिये शिखा में गाँठ लगा देते हैं। सदा गाँठ लगाये रहने से अपनी मानसिक शक्तियों का बहुत-सा अपव्यय बच जाता है।
सन्ध्या करते समय विशेष रूप से गाँठ लगाने का प्रयोजन यह है
मैं अधर्मी नहीं हूँ… मिलिए Swiggy के डिलीवरी बॉय सचिन पांचाल से, जिन्होंने मंदिर परिसर में मटन की डिलीवरी से कर दिया इनकार: अब किए गए सम्मानित ।
दिल्ली में फूड डिलीवरी करने वाली कंपनी स्विगी के डिलीवरी बॉय सचिन पांचाल ने मंदिर परिसर में मटन डिलीवर करने से मना कर दिया था।
यही नहीं, उसने इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी अपलोड किया था।
दरअसल, दिल्ली के कश्मीरी गेट इलाके में स्थित प्राचीन मरघट हनुमान मंदिर के अंदर से मटन कोरमा ऑर्डर किया गया था। लेकिन, स्विगी के डिलीवरी बॉय सचिन पांचाल ने यह कहते हुए डिलीवरी करने से मना कर दिया था
कि वह मंदिर के अंदर मटन लेकर नहीं जाएगा। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में भी देखा जा सकता है कि डिलीवरी बॉय मंदिर के अंदर डिलीवरी करने से मना कर रहा है।
: Swiggy डिलीवरी बॉय सचिन पांचाल ने मटन कोरमा ऑर्डर को उसके गंतव्य तक पहुंचाने से इनकार कर दिया क्योंकि