देश के बेरोजगारो जागो उठो अपनी आवाज बुलंद करे|
चलो साथ चलते है, देश पर लगा बेरोजगारी का कलंक मिटाते है|
बेरोजगारी का आलम देखकर बेरोजगारो का खून खोलना चाहिए|
कांग्रेस हो या भाजपा आपको न्याय नही देंगे खुद की लडाई खुद लडे बेरोजगार जोडो अभियान मे शामिल हो|
सरकार बदलनी है सरकारबनानीहै
#बेरोजगारो_की_सरकार #बेरोजगारो_की_सरकार #बेरोजगारो_की_संसद मे मैं आ रहा हु, आप भी चले
चलो मुंबई.... चलो मुंबई.... चलो मुंबई....
🎯1अप्रैल2023 को आजाद मैदान मुंबई मे
चलो कोल्हापुर.. चलो कोल्हापुर.. चलो कोल्हापुर...
🎯2अप्रैल2023 को दसरा चौक कोल्हापुर मे
चलो परभणी.. चलो परभणी.. चलो परभणी..
🎯4अप्रैल2023 को शनिवार बाजार परभणी मे
चलो जलगांव.. चलो जलगांव.. चलो जलगांव..
🎯7अप्रैल2023 को अल्पबचत भवन जलगांव मे
चलो नागपुर.. चलो नागपुर.. चलो नागपुर..
🎯9अप्रैल2023 को संविधान चौक नागपुर मे👈
*खुद जुडे और अपने संपर्क के बेरोजगारो को जुडने की अपील करे इस संदेश को करोडो बेरोजगारो तक भेजे👈*
यह अभिलेख बौद्ध रानी कुमारदेवी गहड़वाल का है|
कुमारदेवी ने 9 मंजिला सारनाथ मे बुद्ध विहार बनाया था जिसे जिन बुद्ध विहार कहा है|
अजंता गुफा मे भी बुद्ध के लिए जिन शब्द आया है|
स्मिथ महोदय का कहना है कि जिन शब्द से ही जैन शब्द बना है|
इसलिए श्रमण परंपरा को ठीक से जानना होगा|
तथागत
बुद्ध का एक नाम जिन था| जिन से जैन बना है|
तथागत बुद्ध ने अपने पर, अपने मन की बुराइयो पर जीत हासिल कर ली थी, सो जिन कहलाए|
भदंत आनंद कौशल्यायन रचित पालि - हिंदी कोश के अनुसार, जिन मतलब बुद्ध, जिन - चक्क मतलब बुद्ध मत और जिन - सासन मतलब बुद्ध की शिक्षा|
अमरकोश मे बुद्ध के जो नाम
तथागत बुद्ध ने अपने संघ के प्रचारको को बताया कि बहुजन समाज के हितो के लिए मैने सिद्धान्त और मूल्य का निर्माण किया| उनका दृढ़ता से प्रचार-प्रसार करे| उस समय आप यह मत देखे कि तुम्हारे साथ कितने लोग है और कितने नही| हमारी कथनी और करनी मे सत्यता और ईमानदारी होगी तो लोगो से आखिरी
निवेदन है कि आप हमेशा सिद्धान्त, मूल्य, नीति-नियम और उद्देश्य को सबसे ज्यादा महत्व दे|
बामसेफ के संस्थापक सदस्य एवं पुर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, आदरणीय यशकायी मान्यवर डी.के.खापर्डे साहब ने बुद्ध के बताये मार्ग पर चलते हुए अपना जीवन समर्पित कर दिया|
ऐसे महापुरुष के 84वीं जन्मजयंती के
अवसर पर देश के सभी मूलनिवासी बहुजनो को बहोत बहोत बधाई|
जीसस के 12 साल की उम्र से लेकर 29 साल की उम्र तक का समय बाईबल से गायब है|
इस पर बहुत से विदेशी लेखको ने लिखा है, बहुत फेमस किताब है "JESUS LIVED IN INDIA" AUTHOR (Holger Kersten) "
इन सबमे जीसस के उस समय काल के भारत मे होने के पर्याप्त प्रमाण है, इतना ही नही उनका अपने जीवन काल
के इस समय का कश्मीर के एक बुद्धिस्ट मठ मे होने का ब्यौरा भी मिलता है, यदि आप त्रिपिटक पढकर फिर बाईबल न्यू टेस्टामेंट पढेंगे तो इनमे बहुत सी समानताएं भी पाएंगे|
कश्मीर के उस हिस्से की लोक कथाओ मे जीसस एक बुद्धिस्ट मोंक के रूप मे आज भी मौजूद हैं|
ईसा मसीह के प्रारंभिक चित्रण
(बाएं, एशिया माइनर , रोमन काल), और बुद्ध ( गांधार की ग्रीको-बौद्ध कला )
मौर्य दरबार के वृतांतो से ग्रीक और लैटिन साहित्य भरा पडा है|
मौर्य दरबार मे यूनान का राजदूत मेगस्थनीज आया| सीरिया का राजदूत डीमैकस आया| मिस्र का राजदूत डाइनोसीयस आया|
सम्राट असोक और उनके परिवार के नाम भारत ही नही बल्कि नेपाल, श्रीलंका और बर्मा जैसे पडोसी देशो में दर्ज है|
चीन, जापान और कोरिया तक मे जिनके नाम बडे आदर के साथ लिए जाते है|
अनेक भाषाओ के साहित्य मे मौर्य परिवार की अमर गाथाएँ दर्ज है| बर्मी, खोतानी, सिंहली, तिब्बती, चाइनीज, कोरियाई, ग्रीक, लैटिन, थाई, लाओ, पालि, प्राकृत, संस्कृत आदि सबमे है|
एक जगह से इतिहास मिटेगा तो दूसरी जगह जिंदा
रहेगा और दूसरी जगह से मिटेगा तो तीसरी जगह जिंदा रहेगा| मगर मरेगा कभी नही|
बदामी के चालुक्यो ने ब्राम्हणो को अपने सिर पर लेकर खुद को ब्राम्हणवादी क्षत्रिय घोषित कर दिया था| चालुक्यो ने हिरण्यगर्भ विधि से खुद को ब्राम्हणवादी क्षत्रिय (ब्रम्ह क्षत्रिय) बनाया था| ब्राम्हणो के प्रभाव मे उन्होने काल्पनिक बली दैत्य और
वामन अवतार की काल्पनिक कथा को सच मानते हुए बदामी मे उस कथा का शिल्पांकन किया था| बदामी की गुफा क्रमांक 3 मे चालुक्य राजा पुलकेशिन् प्रथम ने सन 580 के दरमियान बली वामन शिल्प बनवाया था|
चालुक्यो ने दक्षिण भारत का और खासकर महाराष्ट्र का ब्राम्हणीकरण करने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
थी| खुद को अपने पुरखे सातवाहन बौद्धो से श्रेष्ठ बताने के लिए ब्राम्हणवादी चालुक्य, राष्ट्रकूट राजवंशो ने अपनी काल्पनिक वंशावलीयां बनाकर उनके वंश का उगम अतिप्राचीन बताया| महाराष्ट्र के इतिहासकार चालुक्यो के इस काल्पनिक इतिहास को सच मानकर महाराष्ट्र तथा दक्षिण भारत के बौद्ध इतिहास
•रविवार को साप्ताहिक छुट्टी लागू👈
•महिला कर्मियो को वेतन सहित 6 महीने प्रसुती छुट्टी का प्रावधान👈
•काम के 12 घंटे से हटाकर 8 घंटे निश्चित किये👈
•काम के समय किसी तरह की दुर्घटना हो जाने की स्थिति मे मजदूर को सहवेतन छुट्टी का प्रावधान👈
•दुर्घटना के कारण किसी श्रमिक की
मृत्यू हो जाने की स्थिति मे उसके आश्रितो को पेंशन तथा वारिस को नोकरी का प्रावधान👈
•PF(प्रोविडेंट फंड) योजना लागू👈
•C.L(केजुअल लिव)/E.L/P.H.L योजना लागू👈
•वेतन आयोग लागू 👈
•भोजन अवकाश का प्रावधान👈
👉1 मई "अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस" के अवसर पर सभी मूलनिवासी बहुजनो को बहोत