"हिंदुओं को मुसलमानों के खिलाफ अपने दिल में गुस्सा नहीं रखना चाहिए,
भले ही मुसलमान उन्हें नष्ट करना चाहते हों।
अगर मुसलमान हम सबको मारना चाहें तो भी हमें मौत का बहादुरी से सामना करना चाहिए।
यदि उन्होंने हिन्दुओं को..
मारकर अपना शासन स्थापित किया तो हम अपने प्राणों की आहुति देकर एक नई दुनिया का सूत्रपात कर रहे होंगे।
किसी को मौत से डरना नहीं चाहिए।
जन्म और मृत्यु प्रत्येक मनुष्य के लिए अनिवार्य है। फिर हम क्यों आनन्दित हों या शोक करें?"
यही नहीं, इसकी महानता आगे भी पढ़िए...
3. 23 नवंबर,1947 को दिया गया भाषण
"रावलपिंडी के कुछ सज्जन जिन्होंने मुझसे मुलाकात की,उन्होंने मुझसे पूछा, "उन लोगों के बारे में क्या जो अभी भी पाकिस्तान में हैं?
मैंने पूछा, ये सब यहां (दिल्ली) क्यों आए हैं?
वे वहां क्यों नहीं मरे?मैं अभी भी इस विश्वास पर कायम हूं कि हमें उस ..
स्थान पर रहना चाहिए जहां हम रहते हैं,
भले ही हमारे साथ क्रूर व्यवहार किया जाए और यहां तक कि मार दिया जाए।
भले ही हमारे आदमी मारे गए हों,
हमें किसी पर गुस्सा क्यों आना चाहिए?
आपको एहसास होना चाहिए कि अगर वे मारे भी गए, तो उनका अच्छा और उचित अंत हुआ”
4. Collins and Lapierre,
Freedom at Midnight,
pg-385
"यदि सभी पंजाबी एक भी मुसलमान को मारे बिना अंतिम आदमी तक मर जाते हैं,
तो पंजाब अमर हो जाएगा।
अपने आप को अहिंसक स्वैच्छिक बलिदान के रूप में पेश करो।”
5. Gandhi: Naked Ambition(biography)
J Adams
"
गांधी नियमित रूप से बाथरूम में महिला साथियों में से एक या एक से अधिक को अपने साथ आने के लिए आमंत्रित करते थे ।
स्नान के अलावा युवा लड़कियों से नग्न मालिश भी करवाते थे।
"
यदि ये सच है तो धिक्कार है है उसपे जिसने इन्हे महात्मा कहा ।
मित्रों कुछ बातें तो लिखने योग्य भी नही है।
उसके सूचीबद्ध अपराधों में असहाय महिला अनुयायियों का शोषण है,
जिन्हें उसके साथ नग्न अवस्था में सोने के लिए नैतिक रूप से मजबूर किया जाता था
ताकि वह खुद को साबित कर सके कि वह इस स्थिति में भी वो ब्रह्मचर्य के बारे में सोच सकता है।
क्या एक मजबूत और आधुनिक भारत के लिए बिल्कुल शून्य दृष्टि वाले व्यक्ति को महात्मा कहा जा सकता है और राष्ट्रपिता का दर्जा दिया जा सकता है?
मै गोडसे को राष्ट्रभक्त मानती हूं,
आपको गोडसे सही लगे या गलत,
पर गांधी महात्मा तो नही!!