अवनी प्रिंस को ढूंढती हुई एक जगह जाकर हैरानी से ठहर जाती है, प्रिंस एक कार्टून बिछाकर सोया था और इस वक्त वो गहरी नींद में था,अवनी, प्रिंस नाम लेकर
कई बार बुलाती है मगर प्रिंस की आंख नहीं खुलती,
अवनी उसको जगाये बिना उसके पास बैठ जाती है
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और सोचती है,
पागल, थक भी बहुत गया होगा क्योंकि मेरी रिहाई में न जाने कितनी रातें पलकें झपकाये बिना सोया होगा,
आज बड़े दिनों बाद सकुन की नींद सोया होगा फिर क्या फर्क पड़ता है कि बिस्तर गद्दे का हो या कागज़ का,
तभी प्रिंस की आंखें खुलती है और अवनी को पास बैठी देखकर हैरान होकर उठ
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बैठता है,
अवनी हल्के से मुस्कुरा देती है प्रिंस भी हल्के से मुस्कुरा कर Good morning कहता है
अवनी हंसते हुए कहती है पता है अभी कितने बजे हैं? दो बजने वाले हैं दोपहर के,और तुमको अभी सबेरा लगता है?
प्रिंस उसी अंदाज में मुस्कुरा कर कहता है,क्या फर्क पड़ता है कितने बजे हैं अपना तो
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जब जागो तब सबेरा।
फिर प्रिंस पुछता है तुमने खाना खाया?
अवनी-नहीं
प्रिंस-अरे पागल भूख नहीं लगी है क्या?
अवनी-बहुत जोरों से लगी है,
प्रिंस-फिर खाया क्यों नहीं?
अवनी-अकेली कैसे खाती,
प्रिंस-तुम भी ना पागल की पागल ही हो, खा लेती ना,मै होटल से ही खाकर आया था,
अवनी-लगता तो नहीं है
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प्रिंस विषय बदलकर कहता है,अरे जगा देती ना मुझे,
अवनी-कोशिश तो बहुत की लेकिन शायद तुम मुद्दतो बाद शायद सकूं से सोये थे इसलिए नहीं जगाई,
प्रिंस-बातें अच्छी कर लेती हो तुम भी
अवनी मुस्कुरा कर कहती हैं शायद पंडित जी के जैसी😊
प्रिंस- पंडित नहीं पागल, काशी के पंडित जी जैसा बोलो
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आजकल महोदय लेखक बन गए है,कुछ ना कुछ ज्ञान पेलते रहते हैं😂
अवनी- क्या सच में काशी के पंडित जी लेखक है?
प्रिंस- हां शायद,पर जो भी है वो मौके पर चौका मारना अच्छा जानते हैं,परिस्थति के हिसाब से लिखना उनकी आदत है😂
(अब आप सोचेंगे मैं खुदकी ही बढ़ाई कर रहा हूं,तो ये भी परिस्थिति
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के हिसाब से ही है😂🙏)
प्रिंस-खैर जाने दो आओ चलें कहकर दोनों घर के अंदर जाते है फिर दोनों खाना खाते हैं
अवनी-प्रिंस एक बात कहूं
प्रिंस-नहीं
अवनी-क्यो
प्रिंस-जो बात पूछनी है सीधे पूछो इजाजत लोगी तो ना ही बोलूंगा
इजाजत लेती हो तो गैर लगती हो
अवनी-तुमने मुझे आखिर ढूंढा कैसे मुझे?
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प्रिंस- वो बस इत्तेफाक था और कुछ नहीं
अवनी- तुम दार्जिलिंग के हो और मैं युपी में थी, फिर क्या सिलीगुड़ी कलकत्ता में चकला नहीं था जो तुम्हें युपी आना पड़ा?
एशिया का सबसे बड़ी रेड लाइट एरिया कलकत्ता सोन गाछी में है और तुम युपी आ गये? ये तो इत्तेफाक नहीं हो सकता ना?
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प्रिंस- यार तेरी प्रोब्लम क्या है?
अवनी- मेरी कोई प्रोब्लम नहीं है पर ये जानने की कोशिश कर रही हूं की अगर ये इत्तेफाक है तो दार्जिलिंग पश्चिम बंगाल में पड़ता है और कलकत्ता सिलीगुड़ी भी आपके राज्य में पड़ता है,
आपके पड़ोसी राज्य आसाम है एक तरफ,एक तरफ सिक्किम, बिहार झारखंड,आपका
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यूपी आना इत्तेफाक नहीं है तुमने मेरी तलाश कई महीनों से की है क्यो बताओ,
प्रिंस- यार तूझे नहीं लाता ना तो अच्छा था, यार दिमाग का दही मत कीया कर
अवनी- ओह, तो वापस छोड़ आओ ना मुझे, किसने कहा था मुझे अपने साथ लाने?
जो जानना चाहती हूं वो तो बताते नहीं और उल्टे बहाने बनाते हो?
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प्रिंस भी खिझकर कहता है यार अब हर बात का जवाब देना जरूरी नहीं होता समझी?
तुम अब आजाद हो ये बड़ी बात है
अवनी- मुझे आजादी नहीं साथ चाहिए आखरी सांस तक का जिसे जिंदगी कहते हैं वो चाहती हूं मैं
प्रिंस- तो? फिर मैं कौन हूं?
अवनी- तो जवाब दो मुझे मेरे हर सवालों का,
प्रिंस- ओके बता
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दूंगा मगर अभी नहीं वक्त आने दो
अवनी- नहीं अभी बताओ वरना मैं चिल्लाऊंगि
प्रिंस- क्या कहके चिल्लाओगी?
अवनी- प्रिंस ने मुझे किडनैप किया है
प्रिंस रूको बोलकर मोबाइल निकाल कर डायल करने लगता है, तभी अवनी पूछती है किसको फोन लगा रहे हो?
प्रिंस- सतपाल को लगा रहा हूं
अवनी-अब हम दोनों के
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बीच में सतपाल भैया कहां से आ गये?
प्रिंस- तुमने तो कहा की चिल्लाओगी, मैंने सोचा माईक और लाउड स्पीकर मंगा दूं तो अच्छा रहेगा,
अवनी प्रिंस पर टूट पड़ती है मारने के लिए और थोड़ी देर तक दोनों गुत्था मुथ्थी होते हैं अवनी हंसते हुए मारती है और प्रिंस बचाओ बचाओ चिल्लाता है,
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कुछ देर बाद दोनों हंसते हुए अलग होते हैं,
अवनी को खुश देखकर प्रिंस बहुत खुश होता है,
अवनी- ये मत सोचना कि मैंने तुमको माफ़ कर दिया, जब तक तुम मेरे सवालों का जवाब नहीं दे देते यहां से जाऊंगी नहीं मैं
प्रिंस-ओके,मैं जरा शहर जाकर आता हूं
अवनी-मैं भी चलूंगी
प्रिंस-अभी तो तुमने कहा
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कि जब तक मैं तुम्हारे सवालो का जवाब नहीं देता तुम यहां से कहीं नहीं जाओगे?
अवनी आगे बढ़कर प्रिंस का गला दबाते हुए कहती है कि इस कमरे से नहीं इस फार्म हाउस से नहीं जाउंगी अपने ससुराल दार्जिलिंग ये बोली
फिर दोनों मुस्कराते हुए बाहर निकलते हैं तो प्रिंस कहता है अरे पागल थोड़ा बाल
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तो बना ले,
अवनी मुस्कुरा कर कहती है अब जब हमसफ़र साथ है तो उसकी खूबसूरती और रौनकें ही सब कुछ उसका हमसफ़र होता है,
मुझे अब थोड़े ही बाजार में बैठना है जो ग्राहकों को पटाने के लिए खुद को सजाउ सवारूं?
तभी प्रिंस का एक करारा तमाचा अवनी के गाल पर पड़ता है, अवनी खुद को सम्भाल नहीं
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पाती और गिरने वाली होती है कि प्रिंस जल्दी से अवनी को पकड़ लेता है और जल्दी से बिस्तर पर अवनी को पटक कर बाहर चला जाता है,
अवनी बहुत रोती है दर्द से बहुत देर बाद वो खुद को सम्भाल कर आईने के आगे खड़ी हो जाती है
गाल पर ऊंगलीयो के निशान बन चुके थे,
करीब घंटे भर बाद अवनी खुद को
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सम्भाल कर बाहर जाती है और प्रिंस को ढूंढती है तो देखती है थोड़ी दूर पहाड़ों के सामने एक बड़े पत्थर पर अपने शरीर का बोझ देकर पहाड़ों की ओर देख रहा था
अवनी भी कुछ देर बाद वहीं चली जाती है लेकिन दूसरी ओर चुपचाप खड़ी हो जाती है।
कुछ देर बाद प्रिंस पहाड़ी तरफ देख कर ही कहता है।
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अतीत भले कितना भी गंदा क्यों ना हो मेरा, जब तक हम खुद के अतीत को याद करके रोते रहेंगे तब तक हमें दुनिया का कोई भी अच्छा इंसान सहारा दे दे भले मगर हम कभी खुश नहीं रह सकते।
मगर आप अपने अतीत से लड़ कर जीत जाते हो और ये ठान लेते हो की मेरा काला अतीत एक बुरा सपना था कहकर आगे
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बढ़ते हैं तो फिर कोई फर्क नहीं पड़ता की दुनिया आपके अतीत को लेकर कितना नेगेटिव सोचती है।
अगर खुद से जीत गए तो फिर तुम्हें कोई हरा नहीं सकता।
तुमने कहा था की पैसे उठा कर दो,
अगर तुम मेरे द्वारा फेके पैसे उठा भी लेती तो भी उसकी कीमत 500 ही होती।
तुम्हारे हाथ में देने से वो पांच
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सौ रूपया छे सौ रूपया नहीं हुआ,
पता है क्यों?
क्योंकि गवर्नर ने अपना हस्ताक्षर करके हुक्म जारी किया है ये पांच सौ रूपया है चाहे आपकी जेब में या लॉकर में रहे या जमीन पर गिर जाये उसकी किमत उतनी ही रहती है
हम इंसान तो भगवान के हाथों की रचना उनके हस्ताक्षर किए अनमोल इंसान हैं और
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गवर्नर को बनाने वाले भी भगवान ही हैं
तो सोचो हम कितने अनमोल हैं।
तुम सवाल पुछती हो मैं जवाब इसलिए नहीं देता क्योंकि तुम्हारे हर सवाल का जवाब तुम्हारे अतीत से जुड़ा है
और तुम्हारे अतीत का फायदा उठाकर तुम्हारे उपर एहसान नहीं करना चाहता।
लोग कहते हैं मै उसका एहसान कभी नहीं भूल
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सकता।
मगर सच तो ये है कि जो आपकी किस्मत में होता है तब ईश्वर खुद किसी को जरीया बनाकर भेजता है
मैं सिर्फ एक जरीया था और कुछ नहीं, अगर मेरे एहसान के बदले मुझसे मोहब्बत करोगी तो ये मोहब्बत फिर टिकेगी नहीं।
मैं आज भी वही बिंदास प्रिंस हूं जो तुम्हारा पति अमरनाथ के होते हुए भी
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घुटनों के बल तुम्हारे आगे बैठकर मैंने कहा था, क्या तुम मेरी मां की बहू बनोगी?
बीबी ले जाऊंगा तो हो सकता है कल मां बेटे के बीच दरार आ जाये
बहू बनाकर ले जाऊंगा तो मां को बहू पापा को बेटी मुझे धर्म पत्नी और मेरे भाई बहनों को अच्छी दोस्त और सहेली मिल जायेगी।
तुम पर हाथ उठाया इस
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बात का तनिक भी दुख नहीं है मुझे
माफी मांगूंगा तो लगेगा मैं ग़लत और तुम सही थी
फिर दोबारा तुम अपने अतीत की बात करके खुद को कमजोर बना सकती हो और मैं नहीं चाहता तुम कभी खुद को कमजोर बनाओ
तभी अवनी कहती है आपका भाषण खत्म हुआ तो शहर घूमने चले?
प्रिंस-आज शहर में रौनक नहीं है इसलिए कल
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चलते हैं
अवनी- जानती हूं आज करवा चौथ है और मुझे मेहंदी लगानी है अपने हाथों में।
प्रिंस- ठीक है चलो चलते हैं, मेरे कहने का मतलब ये नहीं था। हमारे देश के लोग ज्यादा सोचते हैं
अवनी- मतलब?
प्रिंस- कुछ नहीं
अवनी-मैं समझ गई, हम दोनों को देखेंगे तो लोग सोचेंगे की ये लड़की ने अपने पति
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के लिए करवा चौथ नहीं रखा?
एक बार अमर के साथ घूमने गयी थी तो ऐसा ही हुआ था फिर अगले साल रखी करवा चौथ अमर के लिए
प्रिंस- इस बार नहीं रखी?
अवनी- ताने दे रहे हो या जलन हो रही है?
प्रिंस- सिर्फ पूछ रहा हूं लेकिन अगर अमर से शादी हो गई तो उसे भी कहना की करवा चौथ पर तुम्हारे लिए
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व्रत रखे।
अवनी- ये तो पत्नी का काम है पतियों का नहीं
प्रिंस- पति भी रखते हैं , मेरे एक दोस्त हैं उनके पति उनके लिए व्रत रखते हैं
अवनी- इसका मतलब तुम भी मेरे लिए व्रत रखोगे?
प्रिंस- व्रत रखकर तुम्हें मेरे दोस्त की मोटी पत्नी जैसी और थोड़े ही बनाना है?
साल में एक दिन व्रत रखूंगा
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और 365 दिन ये फ़िक्र लगी रहेगी कि खूबसूरत देखकर कोई तुम्हें भगा ना ले जाये 😁😁
अवनी- हाहाहाहाहा
प्रिंस- अच्छा चलो शहर चलते हैं शाम भी गहरी होनी आई है,
अवनी- रूको मै आई बोलकर घर के अंदर जाती है की तभी मोबाइल बजता है, जो प्रिंस ने चार्ज पर लगाया था।
अवनी फोन उठाती है मगर उधर से
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आवाज आती है अब तू चुप रहेगा आज मुझे बोलने दे।
देख तू जो भी कर रहा है बहुत ग़लत कर रहा है।
वो लड़की शायद तूझसे मोहब्बत करने लगी है और तू है की उसकी जिंदगी बर्बाद करने पर तुला है?
यार रब के वास्ते फरिशता बनना छोड़ और सेलफीस बन
पंजाबी सरदार हूं एक बार जिसको बहन बोल दूं वो जान और
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इज्जत बन जाती है
वो मेरी बहन है, उसकी जिंदगी बर्बाद मत कर यार तूझे रब दा वास्ता।
अभी घर जा रहा हूं घर पहुंच कर फोन करूंगा
मेरी बहना को मेरा प्यार देना कहकर फोन कट जाता है
अवनी धम्म से बिस्तर पर बैठ जाती है, फोन सतपाल का था..
अवनी समझ नहीं पा रही थी की उसके साथ हो क्या रहा है।
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क्या मुझे प्रिंस ने अपना स्वार्थ पूरा करने लाया है?
क्या वो मुझे बर्बाद करना चाहता है..............????????
भाग-6 सोमवार को...🙏🙏
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साइकिल की सवारी किसी भी देश की अर्थव्यवस्था (GDP) के लिए बेहद हानिकारक है....!
सुनने में ये हास्यास्पद लग सकता है , परन्तु सत्य है....
एक साइकिल चलाने वाला देश के लिए बहुत बड़ी आपदा है, क्योंकि.......
वो गाड़ी नहीं खरीदता,
वो लोन नहीं लेता,
वो गाड़ी का बीमा नहीं करवाता,
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वो तेल नहीं खरीदता,
वो गाड़ी की सर्विसिंग नहीं करवाता,
वो पैसे देकर गाड़ी पार्किंग नहीं करता,
वो ट्रैफ़िक फाइन नहीं देता ,
और तो और
वो मोटा (मोटापा) नहीं होता।
वो बस पंचर पुत्रो को ही रोजगार देता है,जिनपर कोई टैक्स नही लगता है,
जी हां .....यह सत्य है कि एक स्वस्थ व्यक्ति
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अर्थव्यवस्था के लिए सही नहीं है, क्योंकि...
वो दवाईयां नहीं खरीदता,
वो अस्पताल व चिकित्सक के पास नहीं जाता
वो राष्ट्र की GDP में कोई योगदान नहीं देता।
ठीक इसके विपरित एक फ़ास्ट फूड की दुकान 30 नौकरी पैदा करती है.....
#WokeCulture#SameSexMarriage
मेरे एक मित्र हैं जो HR की जॉब करते है। वो बोले आजकल एक नई सरदर्दी उभर कर आ रही है।
आप किसी लड़की का इंटरव्यू लेते है तो आप उसे SHE कहकर संबोधित करते है तो वो कहती है Do Not Say Me She I Am HE. I Consider Myself As a Man Not As Women.
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इसी का उल्टा भी है।
आप किसी लड़के का इंटरव्यू लेते है तो आप उसे HE कहकर संबोधित करते है तो वो कहता है Do Not Say Me He I Am SHE. I Consider Myself As a Woman Not As a Man.
और एक अलग मामला देखने को मिला। वो तो गजब था।
एक लड़का एक दिन She और अगले दिन He होता है।
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ये बोलते है हमें आप THEY से संबोधित किजिए।
यह सारा उलझाव 2018 के समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से बाहर निकालने के बाद शुरू हुआ है। और अब आदमी का आदमी से और औरत का औरत से विवाह की तैयारी है। पहले ही लिव इन के नाम पर चरित्रहीनता और व्यभिचार को खुली अनुमति दी जा चुकी है। जिसके
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#TheKeralaStory
काबुल की जेल में बंद केरल की निमिषा की क्या कहानी है?
लव जिहाद की शिकार बनी केरल की निमिषा, काबुल की जेल में बंद। क्या आप कभी सोच सकते हैं एक लड़की जो प्यार के लिए हिंदू से मुस्लिम बन गई, वो मानव बम बनने के लिए अफगानिस्तान चली गई। वो भी तब जब वो खुद पढ़ी
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लिखी है, उसका भाई इंडियन आर्मी में है।
कल मैंने इस पूरे रिपोर्ट को इंडिया टीवी पर देखा...
इसकी मां ने पूरे इंटरव्यू में कई बार रोते-रोते कहा कि काश मेरी बेटी ने मुझे कुछ बताया होता आजकल लड़कियों को लगता है कि वह बहुत समझदार हो गई है और अपने मां-बाप से सब कुछ छुपा कर
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रखती हैं।
नतीजा यह हुआ केरल की निमिषा जो एक बेहद अच्छे खानदान से थी वह आज काबुल की जेल में बंद है। एक मुस्लिम युवक उसका पीछा करता था। इतना ही नहीं उस मुस्लिम युवक के परिवार वाले 1 दिन उससे मिले और कहे कि हमारा लड़का एमबीबीएस कर रहा है।
वह डॉक्टर है वह तुमसे शादी करना
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डॉ हैरिसन एक अमेरिकी प्रोफ़ेसर थे।एक दिन जब उन्होंने गूगल सर्च कर भारत में फ़ैल रहे लव जिहाद को पढ़ना शुरू किया तो वो सकते में आ गये। उनकी दिलचस्पी इसमें बढ़ गयी और वो इसके गहन रिसर्च में जुट गये।
भारत में लव जेहाद के प्रमुख राज्य केरल को उन्होंने अपने शोध का
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केंद्र बनाया और उन्होंने केरल में जो भी लव जिहाद के मामले हुए थे। उसके लड़के, लड़कियों की पूरी डिटेल और उनकी आर्थिक स्थिति के आंकड़ों का संकलन किया। अपने विश्लेषण में उन्होंने पाया कि दुनिया में लव जिहाद का सर्वाधिक शिकार भारत ही है। भारत के सेकुलर ढांचे और संविधान ने हिन्दू
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लड़कियां को दुनिया का सबसे आसान शिकार बना दिया है। हिन्दू लड़कियों का स्वच्छंद व्यक्तित्व अब शिकारियों के निशाने पर आ चुका है। भारत में तो अनेकों संस्थाएं भी इस कार्य में स्वयं लगी हुई हैं जो विदेशी फंडिंग पर पल रही हैं।अकेले केरल में ही 103 संस्थाये इस कार्य में लगी हुई हैं।
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#हनुमान जी का कैरियर कर्नाटक में स्थित ऋष्यमूक पर्वत से शुरू होता है।वे वहीं पहली बार भगवान राम के सम्पर्क में आए और अपने स्वामी सुग्रीव को राम से मिला कर किष्किन्धा की सत्ता पलट कर सुग्रीव को राजसिंहासन पर आसीन कर दिया और थोड़े समय राजकाज में सहयोग देने के बाद स्वयं भगवान के
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शरणागत हो लिए ।आज वे राम दरबार के अभिन्न अंग है।जानकी माता के आशीर्वाद से वे सप्त चिरंजीवियों में से एक हैं ।
कर्नाटक बजरंग बली की कर्मस्थली रही है वे सामान्यतः तटस्थ भाव से विचरण करते रहते हैं पर यदि उन्हें उनके बल का स्मरण दिलाते हुए कोई करुण स्वर में याद करे तो द्रवित होकर
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किसी न किसी रूप में प्रकट होकर सहायता अवश्य करते हैं ।
कर्नाटक काँग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का उल्लेख करके उनके भक्तों को उद्वेलित कर दिया है । परिणामस्वरूप भक्त गण जय बजरंग बली के नारे लगा कर हनुमान जी को सहायता के लिए विवश करने का प्रयास कर
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दर्शक जो आज #TheKeralaStory देख कर बाहर निकले तो उनके नेत्रों में आंसू थे,उनमें से अधिकतर लड़कियां थीं,उनमें से एक ने कहा,उसके कोचिंग के बाहर कुछ लड़के रोज़ आते हैं,अपनी बहन को पिक अप करने के बहाने और उनमें से कई लड़कों ने उसकी कोचिंग की लड़कियों को फंसा लिया है,उसे भी एक
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लड़के ने "राहुल" नाम से प्रपोज किया था,लड़की ने समय मांगा था,फिर कोचिंग की ईद की छुट्टी हो गई,पर ईद वाले दिन उसने उसे "किसी का भाई किसी की जान" के टिकट फ्री में बांटते देखा,वो तब अपने असली गेट अप में था,ना हाथ में कलावा था,ना भगवा गमछा,सर पर सफेद टोपी थी और माथे पर काला निशान,
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आंखों में सुरमा और सफेद कुर्ता पैजामा..नाम था "राशिद",उसका भाई आज उसे फिल्म दिखाने ना आता तो भी उसे सच पता चल गया था,पर फिल्म ने "कारण" भी बताया और ये भी दिखाया कि अगर वो "हां" बोल देती,तो द केरल स्टोरी जैसा ही कुछ लखनऊ में भी हो जाता।वो कल अपने बर्थडे पर,अपनी सारी सहेलियों
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