#The_Kerala_Story
इस फिल्म के एक सीन में पीड़ित लड़की आखिर में अपने पिता से पूछती है - "आपने हमें कभी अपने कल्चर के बारे में क्यों नहीं बताया?"
शायद वो ये भी पूछी होगी - "आपने हमें क्यों नहीं बताया कि अपनी "हिंदुत्व आइडेंटिटी" को खोकर मैं क्या खो दूंगी?
प्रेमचंद की एक बड़ी मशहूर कहानी है 'जिहाद'। उसमें एक हिन्दू लड़की है श्यामा और धर्मातंरित धर्मदास।
हिंदू धर्म छोड़ने वाले धर्मदास से श्यामा पूछती है :इस्लाम कबूलने के बदले में हासिल तो तुमने जो भी किया सो किया पर कीमत क्या दी? हतप्रभ धर्मदास पूछता है- मैंने तो कोई कीमत नहीं दी।
मेरे पास था ही क्या ?
जबाब में श्यामा उससे जो कहती है, तुम्हारे पास वह ख़ज़ाना था,जो तुम्हें आज से कई लाख वर्ष पहले हुए ऋषियों ने प्रदान किया था। जिसकी रक्षा रघुऔर मनु,राम और कृष्ण, बुद्ध ,शंकर,शिवाजी और गोविंदसिंह ने की थी।उस अमूल्य भंडार को तुमने तुच्छ प्राणों के लिए खो दिया।
इसलिए अपनी श्यामाओं से कहिए कि तुम खो दोगी अपना स्वतंत्र अस्तित्व, अपना सम्मान, अपना चैतन्य,बौद्धिक स्वातंत्र्य और जब तुम्हारी तरह बाकी सब भी इस identity को खोने लगे तो दुनिया से आदर्श और जीवन मूल्य खत्म हो जाएंगे, हर जड़ और चेतन में ब्रह्म देखने का संस्कार खत्म हो जायेगा,
प्रकृति में मां नहीं दिखेगी, विश्व बंधुत्व वाला दर्शन नहीं रहेगा,नास्तिकों के लिए ये दुनिया कत्लगाह बन जायेगी, दुनिया की तमाम जातियां अनाथ हो जाएंगी जो हिंदुत्व के उदार विशाल हृदय में स्थान पाकर भारत भूमि पर उन्नति करती हैं।ये सवाल कल को आपसे न पूछा जाए इसकी कोई तैयारी है?
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"द केरल स्टोरी" गंभीर विषय है..इसे सामान्य ना लें..!कुछ समय पहले किसी फिल्मी हस्ती में हिम्मत नहीं थी कि वो कश्मीर का वह सच दिखा सके..जिसके कारण कश्मीर घाटी करीब करीब हिन्दू विहीन हो गयी। उतनी ही हिम्मत की जरुरत थी "'द केरला स्टोरी"' को बनाने में जिसे सुदीप्तो सेन ने बखूबी
कर दिखाया..!
फ़िल्म के कुछ संवाद जैसे..
"हमारे मिशन के लिए लड़कियों को करीब लाओ..उन्हें खानदान से ज़ुदा करो..जिस्मानी रिश्ते बनाओ..हो सके तो प्रेग्नेंट कर दो..और जल्द से जल्द अगले मिशन के लिए हैंडओवर करो"..!
ऐसे अनेक संवाद है जो आपको हिलाकर रख देंगे..!
लेकिन पूरी फ़िल्म की सच्चाई एक संवाद में छुपी है..जब एक लड़की दहशत गर्दों से बचकर अपने पिता से माफ़ी मांगते हुए कहती है की "हमारे इन हालातों के जिम्मेदार आप भी है..जिन्होंने बचपन से हमें पाश्चात्य और अन्य बाहरी संस्कार दिए.. कभी भी हमें अपने धर्म के बारे में नहीं सिखाया"..!!
बात ज्यादा पुरानी नहीं है...
अंग्रेजो के ज़माने में एक दंगा हुआ था श्री राम जन्मभूमि को ले लेकर.. और फैज़ाबाद की तरफ से मुस्लिम भीड़ ने हमला किया था।
तब दंगे के बीच सबने देखा कि हनुमान गढ़ी की सीढ़ियों से 6 फुट से ज्यादा ऊंचा विशालकाय नागा साधु हाथ मे तलवार लिए उतरा और दंगाई
भीड़ पे अकेले टूट पड़ा और गाजर मूली की तरहः काटता हुआ फैज़ाबाद की तरफ निकल गया। हनुमान गढ़ी में रहने वाले अन्य महंत पुजारी नागा भी हैरान रह गए क्योंकि किसी ने उस नागा साधु को न उस दिन के पहले देखा था न उस दिन के बाद देखा। लेकिन उस अकेले नागा ने ऐसी मार काट की थी कि फैज़ाबाद तक
सड़क पे दंगाइयों की लाशें पड़ी थी और दंगा खत्म हो गया था।
अयोध्या शहर के कोतवाल हनुमान जी है और अयोध्या की सुरक्षा का जिम्मा उनके ऊपर है और जब अयोध्या पर संकट आता है तो वो किसी न किसी साधु रूप में आते है।
6 दिसम्बर वाले दिन बाबरी ढांचे के चारो तरफ प्रशाशन ने कई स्तर की बैरिकेड
एक औरत ने तीन संतों को अपने घर के सामने
देखा। वह उन्हें जानती नहीं थी।
औरत ने कहा –कृपया भीतर आइये और भोजन करिए।
संत बोले –क्या तुम्हारे पति घर पर हैं?
औरत – नहीं,वे अभी बाहर गए हैं।
संत –हम तभी भीतर आयेंगे जब वह घर पर
हों।शाम को उस औरत का पति घर आया और औरत ने उसे यह सब बताया।
पति-जाओ और उनसे कहो कि मैं घर आ गया हूँ और उनको आदर सहित बुलाओ।
औरत बाहर गई और उनको भीतर आने के
लिए कहा।संत बोले- हम सब किसी भी घर में एक साथ नहीं जाते।
पर क्यों? -औरत ने पूछा।
उनमें से एक संत ने कहा -मेरा नाम धन है
इन दोनों के नाम सफलता प्रेम हैं।
हममें से कोई एक ही भीतर
सकता है। आप घर के अन्य सदस्यों से मिलकर तय कर लें कि भीतर किसे निमंत्रित करना है।औरत ने भीतर जाकर अपने पति को यह सब बताया।
उसका पति बहुत प्रसन्न हो गया और
बोला –यदि ऐसा है तो हमें धन को आमंत्रित
करना चाहिए। हमारा घर खुशियों से भर जाएगा।
पत्नी –हमें सफलता को आमंत्रित करना चाहिए
"भविष्य पुराण"में इस्लाम के बारे में मोहम्मद के जन्म से भी 5 हज़ार वर्ष पहले ही श्री वेद व्यास जी ने लिख दिया है!मुझे आश्चर्य है कि इतना महत्वपूर्ण ग्रन्थ जिसमें समय से पहले सटीक स्पष्ट तथा सत्य भविष्यवाणियां वेद व्यास जी पाँच हजार वर्ष पहले लिख गए वो आज इतने महान तथाकथित संतों
व कथाकारों ने अब तक दुनियाँ वालों को क्यों नहीं बताया?
लिंड्गच्छेदी शिखाहीनः श्मश्रुधारी सदूषकः !
उच्चालापी सर्वभक्षी भविष्यति जनोमम !! 25
विना कौलं च पश्वस्तेषां भक्ष्यामतामम !
मुसलेनैव संस्कारः कुशैरिव भविष्यति !! 26
तस्मान्मुसलवन्तो हि जातयो धर्मदूषकाः !
इति पैशाचधर्मश्च भविष्यति मया कृतः !! 27
(भविष्य पुराण पर्व 3, खण्ड 3, अध्याय 1,
अनुवाद--रेगिस्तान की धरती पर एक पिशाच जन्म लेगा वो एक ऐसे धर्म की नींव रखेगा, जिसके कारण मानव जाति त्राहि माम कर उठेगी !वो असुर कुल सभी मानवों को समाप्त करने की चेष्टा करेगा!
क्या आप ऐसी किसी महिला के बारे में जानते हैं जिसने... 1. हावड़ा में गंगा नदी पर पुल बनाकर कलकत्ता शहर बसाया? 2. अंग्रेजों को ना तो नदी पर टैक्स वसूलने दिया, और ना ही दुर्गा पूजा की यात्रा को रोकने दिया? 3. कलकत्ता में "दक्षिणेश्वर मंदिर" बनवाया? 4. कलकत्ता में गंगा नदी पर
बाबू घाट और नीमतला घाट बनवाए? 5. श्रीनगर में "शंकराचार्य मंदिर" का पुनरोद्धार करवाया? 6. मथुरा में "श्री कृष्ण जन्मभूमि" की दीवार बनवाई?* 7. ढाका में मुस्लिम नवाब से 2,000 हिंदुओं की स्वतंत्रता खरीदी? 8. रामेश्वरम से श्रीलंका के मंदिरों के लिए "नौका सेवा" आरम्भ करवाई?े
9. कलकत्ता का "क्रिकेट स्टेडियम" इनके द्वारा दान दी गई भूमि पर बना है? 10. "सुवर्णरेखा नदी" से पुरी तक सड़क बनाई? 11. "प्रेसिडेंसी कॉलेज" और "नेशनल लाइब्रेरी" के लिए धन दिया? क्या यह विदुषी महान हस्ती आज तक के भारत में विद्यार्थियों के सिलेबस में सम्मिलित हुआ...!
पार्ट 2.
हनुमान भक्त कसाई के दिए तावीज़ से जीतने लगे (दंगल),
हिंदू भगवान त्याज्य और हंसी का पात्र हो गया, प्रसाद तिरस्कृत हुआ किंतु 786 का बिल्ला रक्षक हो गया (दीवार),
स्मगलर, टेररिस्ट, गुंडे, देशद्रोही, डाकू हीरो बन गये (दीवार, रइस, Ghulam-E-Mustafa, गेंग़स्टर),
विक्टिम, देश भक़्त सभी मजहब विशेष के हो गए और भ्रष्ट पंडित, नेता, पुलिसकर्मी सभी दूसरे धर्म के हो गए।
मीर रंजन नेगी कबीर खान बना दिए गए।
आज समझ में आता है कि....
क्रीएटिव फ़्रीडम के नाम पर कोई षड्यंत्र चल रहा है।अब यह षड्यंत्र असह्य हो गया है।
महिला पायलट के जीवन पर उन्हीं के नाम से बनी फ़िल्म में ही वायुसेना अधिकारी महिला छेड़ते हैं।
महिला चीख चीख कर कह रही है कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई। पर निर्लज्ज बॉलीवुड हंस कर कहता है, "क्रीएटिव फ़्रीडम है
भोली जनता पैसे खर्च कर फ़िल्मी से अपराधी प्रोमोट कर रही है?