सतपाल को प्रिंस ने हिदायत दी थी कि उन दोनों कि बात कभी तीसरे को ना बतायें,और लोगों को तो मजा आता है तीसरे चौथे की थोड़ी बातें सुनकर उसे बहुत बड़ा बनना।
कभी कभी तो लोगों के दिलों दिमाग में इतनी भयंकर खुजली होती है कि बेबुनियाद सुनी
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सुनाई बातों को लेकर हर लड़की के इनबॉक्स में बिना इजाजत घुसकर इतनी गंदी बदनामी करता है जैसे वो अकेला ही दुनिया का दूध का धुला फरिशता हो जैसे,
चलो यार माना उसकी आदत है अगर किसी की कोई बात भी नहीं मिली तो वो अपने बिबी बच्चों की बुराई तक कर देता है,वो पैदा ही इसलिए हुआ है हर लड़की
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के इनबॉक्स में बिना इजाजत घुसो फिर दूसरों की बुराई करके खुद को फरिशता साबित करने की कोशिश करो, लेकिन मैं हैरान हूं कि बुराई और चुगली करने वालों की बातों पर आप भरोसा कैसे कर लेते हैं?
वो एडीड फेक चैट दिखाये तो सही है और जब कोई ओरजीनल चैट दिखाये तो फेक कहता है,यार तेरी तो मैं ☹️
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खैर ....
मगर सतपाल के पास अब कोई विकल्प नहीं बचा था,
क्योंकि अवनी का रो रो कर बुरा हाल था,
वो जानना चाहती थी कि आखिर प्रिंस उस तक पहुंचा कैसे, फिर वो मुझे वहां से छुड़ाकर अमर से ढाई लाख लेकर उसके हवाले क्यों किया?
सतपाल के सब्र का बांध टूट चुका था,लेकिन बताने से पहले वो अमर की
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तरफ देखता है लेकिन अवनी समझ जाती है और अवनी नम पलकों से भर्राई आवाज में कहती है, आप बेझिझक कहीये भैया मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता अब कौन मेरे बारे में क्या सोचता है, क्योंकि लोगों कि सोच पर चलकर ही मेरी ऐसी हालत हुई है अब मैं वही करूंगी जो मैं सोचूंगी,अभी तो मुझे बहुत कुछ कहना है
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अमर बाबू को आप पहले शुरू किजीए।
सतपाल कहता है मुझे तो पता ही नही की उसने अमर साहब से ढाई लाख लिए हैं,
मैं तो अभी तुम्हारे मुंह से सुन रहा हूं क्योंकि मैंने आखरी Call उस दिन की थी लेकिन उसके बाद मैंने बहुत कोशिश की लेकिन उसका न० नहीं लगा,
मैं सोचा कि तुम दोनों ने शादी कर ली है
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लेकिन आज तुम को उसके बिना देखकर हद से ज्यादा हैरान हूं और वजह है ये.....
फिर सतपाल कहानी बताने लगा।
मेरे दोस्त के मामा का दिमागी संतुलन खराब होने की वजह से मैं और प्रिंस पागल खाने गए थे,
असल में उस वक्त प्रिंस मेरी बहन अमनदीप कौर की शादी में पंजाब आया था मैं तो बाद में दोस्त
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बना लेकिन मेरी बहन अमनदीप के साथ उसकी दोस्ती बहुत पुरानी और गहरी थी, और वो दोस्ती इंस्टाग्राम पर शुरू हुई थी।
प्रिंस घर लौट रहा था तो मुझे भी देहरादून आना था और उसे मैं अपने साथ उत्तराखंड ले आया,
पागल खाने में उसकी मुलाकात अमर साहब से हुई,
लेकिन उसने मुझे बताया नहीं,पर पागल
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खाने से निकलते ही बोला कि मुझे तेरी हेल्प चाहिए,
मैंने पूछी नहीं कैसी हेल्प बस हां कर दी,
वो मुझे अपने साथ अपने कॉलेज ले गया और बोला कि कभी मैं इसी कलेज में पढ़ा करता था लेकिन मेरी यादें कॉलेज में पढ़ने की नहीं बल्कि एक लड़की से नाकाम मोहब्बत कर बैठने के लिए मैं हमेशा याद
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करूंगा,
लेकिन उसने कुछ बताया नहीं,और चपरासी को पैसे देकर कोई धु्रव और पुजा नाम की लड़की का एड्रेस और फोटो मंगाई फिर उसने तुम्हारी फोटो भी ली,
मुझे उसने बाद में एक बताया कि एक लड़की लगभग आठ महीने से गायब है और इसके पिछे इस धु्रव और पुजा का हांथ है,
फिर बोला की युपी चलते हैं इन
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दोनों से मिलने,
मैं-यार अब वो लड़की गायब है तो उसके घर वालों ने पुलिस रिपोर्ट तो की होगी ना?
प्रिंस- रिपोर्ट की होगी मगर तलाश नहीं की होगी,
चलता है तो चल वरना मैं चला,
सतपाल-चलूंगा मगर एक शर्त पर वरना तू अकेला चला जा, वो चला गया मगर फिर वापस आकर कहने लगा कसम से तूझे नहीं बताता
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लेकिन इस क्षेत्र से मैं अंजान हूं और मेरी तू ही सहायता कर सकता है लेकिन मेरी दो शर्त है
सतपाल-मंजूर है
प्रिंस-तू अंत तक हेल्प करेगा और ये राज तू अपने सीने में ही रखेगा।
सतपाल-पहली मंजूर है लेकिन दुसरी की गारंटी नहीं दूंगा।
प्रिंस ने बहुत देर सोचने के बाद बोला चल मंजूर है बोलकर
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बताने लगा कि कैसे तुमको पहली नजर में ही अपना दिल दे बैठा, उसको पता भी था की तुम अमर से मोहब्बत करती हो फिर भी उसने तुम्हारे आगे घुटने टेक कर शादी का प्रस्ताव रखा और तुमने इंकार किया फिर सिढीयो से फिसलते वक्त वो तुमसे टकराया और तुमने और अमर और उसके दोस्तों ने मारा और अगले दिन
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तुम सबने उसकी शिकायत करके कॉलेज से निकाला,सब बताया फिर वो अमर से पागल खाने में मिला उसके साथ क्या बातें हुई सब बताया उसने।
सतपाल-जैसी करनी वैसी भरनी,तूझे तो खुश होना चाहिए कि तेरा दुश्मन खुद बर्बाद हो चुका है
प्रिंस-यार किसी और की वजह से मेरा दुश्मन बर्बाद हो जाये मजा नहीं है,
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खुद बदला लो, तब मजा है
सतपाल- मतलब बदला लेने के लिए ढुंढेगा लड़की को?
प्रिंस- हां
सतपाल- क्या तेजाब फेकेगा उसके चेहरे पर?
प्रिंस- हां
सतपाल-फिर उस वक्त क्यों नहीं फेंका बेटा जब घाव ताजा ताजा था?
प्रिंस-यार बदला जब भी लो मजा आना चाहिए
सतपाल-ठिक है मैं तेजाब ले लेता हूं साथ में
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प्रिंस- यार तू पागल हो गया है सरदार?
सतपाल- मैं नहीं तू हो गया है, अब सच बता क्यों ढूंढना चाहता है
प्रिंस- इंसानियत के नाते
सतपाल- ओय नेपाली पहाड़ी, इंसानियत निभाने के लिए ढूढनी की जरूरत नहीं होती
रब खुद तेरे आगे ला देता है अब तू इंसानियत दिखाता है या नहीं वो तेरे उपर है समझे?
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अब सच बता
प्रिंस सतपाल को धक्का देते हुए कहता है चल रास्ते में बताउंगा कहकर हम निकल पड़े युपी धु्रव और पुजा की तलाश में फिर प्रिंस कहने लगा की मोहब्बत में हार तब मानो जब लड़की के सामने उसके मां बाप और अपनी मोहब्बत में से किसी एक को चुनना हो
सच्ची मोहब्बत करने वाला लड़की के मां
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बाप की खुशीयों के लिए लड़की से बेवफ़ाई का नाटक भी कर देता है ताकि लड़की को आसानी हो अपनी मोहब्बत के बदले अपने मां बाप को चुनने में।
किसी को खुश देखना भी तो मोहब्बत है और मोहब्बत का सबसे बड़ा उसुल है कि अपनी मोहब्बत से ज्यादा उसके मां बाप की इज्जत करो।
लेकिन वो तो अपनी मोहब्बत
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को ढूंढने की बजाय खुद पागल बनने की नाटक में लगा है और उसने सिर्फ अपने दर्द की नुमाइश की, उसने ये भी नहीं सोचा कि उसकी मोहब्बत किस हाल में होगी😡
सतपाल- लेकिन तू ढूंढना क्यो चाहता है?
प्रिंस-एक तरफा मोहब्बत है सरदार जी एक तरफा मोहब्बत
जहां ना तो वो अपनी मोहब्बत को बेवफा कहता है
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और ना ही किसी और के साथ देखकर बुरा मानता है वो तो बस अपनी मोहब्बत को खुश देखना चाहता है
सतपाल अचानक गाड़ी रोक कर कहता है लेकिन वो रोता बहुत है, है ना प्रिंस बाबु!?
प्रिंस- मुझे क्या पता यार?
सतपाल- लेकिन मुझे पता है और इस वक्त तुम्हारी नम पलकें बता रही है कि तुम्हारे एक तरफा
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प्यार को बर्दाश्त नहीं है कि तुम्हारी मोहब्बत को कोई गैर भी देखे, सही है ना प्रिंस बाबू?
प्रिंस- गाड़ी इतनी स्पीड में चलाओगे तो हवाओं की वजह से आंखों में पानी तो आयेगा ना
सतपाल- सही जा रहा है बेटा तू,और तुझे पता भी नहीं है कि उत्तराखंड से यूपी ढलान का रास्ता है और इस वक्त
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हमारी गाड़ी 10 की स्पीड में ढलान उतर रही है समझे?
हम दोनों रात तक धु्रव के पास पहुंच गए लेकिन उसका घर बंद था, सुना कि वो अपने परिवार के साथ बाहर गया है हम दोनों होटल में ठहरे,
हमने पुजा के यहां जाने का इरादा बदल दिया,
क्योंकि वो एक लड़की थी और लड़की होकर एक लड़की के साथ गलत
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करने वाली कितनी बेशर्म होगी ये सोच कर हम नहीं गये।
मैंने प्रिंस से कहा हो सकता है उसके साथ अनहोनी हो गई हो?
प्रिंस अचानक मेरे मुंह में हाथ रखकर कहता है नहीं यार जो भी हो वो सलामत रहे, दिल तो अब भी कहता वो जिंदा है बस ये नहीं बताता की वो कहां और किस हाल में है😢
सतपाल-अगर वो
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ग़लत जगह मिली तो?
प्रिंस- आपकी सोच और नीयत सही हो तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की आपकी मोहब्बत किस हाल में पाई गई थी,
हम दोनों होटल से जब बाहर निकले तो कुछ दूरी पर हमें रात की रानीयां मिली,
हमने उनकी मजबूरी का फायदा नहीं उठाया वल्कि पैसे देकर कहा कि हमें एक लड़की की तलाश है
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क्या बता सकती हो?
उन लोगों ने तश्वीर देखी और कहा कि हमारे यहां तो नहीं है पर आपको हमारी मैडम मोनी जी बता सकती है क्योंकि पूरा नेटवर्क की जानकारी उनको रहती है।
हम रात को ही उनके पास गए और उनसे बातें की,
पहले तो उन्होंने आनाकानी की फिर बोली मोटी रकम लगेगी,
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हमने उनको मोटी रकम दी पर वो जिद करने लगी कि क्यों तलाश है तुम्हें इस लड़की की, तुम दोनों क्या लगते हो इस लड़की के
मैंने तुरंत कहा कि आप नोट गिनीये बापू जी की तश्वीर क्यों देखते हो?
देर नहीं कर सकते थे इसलिए रात को ही होटल चेक आउट करके बुलंदशहर के लिए निकले।
मैंने प्रिंस से कहा
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कि यार सचमुच का उस लड़की के साथ बहुत ग़लत हुआ है लेकिन अब वो जिस जगह भी है वहां नंगापन का नाच होता होगा
अब क्या तू भी नांचेगा?
प्रिंस- कपड़े उतारने वाले होंगे तो कोई कपड़ा पहनाने वाले भी तो होंगे ना पागल
हम सुबह तक पहुंच गए फिर मैंने बहुत सारे सवाल किए मगर प्रिंस खामोश रहा फिर
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मैं थोड़ा आराम करके उसे होटल में छोड़ कर अपने कजीन के पास चला आया,
ये कहकर की रात को जाकर चेक कर लेना, मिली तो ठीक है नहीं मिली तो फोन करना, मैं यहां से चार घंटे की दूरी पर हूं कहकर मैं चला आया।
रात को प्रिंस का फोन आया, मैंने पूछा क्या हुआ?
उसने बस इतना कहा की उसने उस गंदगी
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को ही अपना घर मान लिया है बोलकर खामोश हो गया
मुझे महसूस हुआ कि वो रो रहा है,
मैंने बहुत देर बाद पूछा की मैं आ जाऊं सुबह तूझे लेने?
उसने भर्राई आवाज में कहा, मत आना,क्योंकि मैं यहां उससे मिलने नहीं साथ ले जाने आया हूं तब तक तू मेरे अगले फ़ोन का इंतजार करना।
वैसे तो रोज नोरमली
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बातें होती थी हम दोनों के बीच अचानक तीसरे दिन रात को उसने फोन करके आने को बोला वो भी सुबह ही बुलाया और साथ में पैसे भी बोला,
मैं अगली सुबह पहुंचा पैसों के साथ, उसने कुछ बताया नहीं बस मुझे सिटी लेकर गया और फिर तुम्हारे लिए नये कपड़े सैंडल ली फिर मुझे बोला कि सरदार की मेकअप वाला
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समान और कपड़े लेने बोला, मैं समझ गया था उसका प्लान
मैंने होटल में उससे पूछा कि देख लड़की को वहां से निकाल तो लेगा जोखिम उठाकर मगर उसे किसके हवाले करेगा?
प्रिंस- लड़की नहीं यार बहन बोल
सतपाल- तेरी?😁😁
प्रिंस- नहीं तेरी बहन है
सतपाल- और तेरी?
प्रिंस- वो उस गंदगी से निकलना नहीं
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चाहती,वो कहती है बाहर जाकर क्या करूंगी फिर कोई मुझे बेच देगा
और मैंने उसे सहारा ही नहीं जिंदगी दूंगा कहा है आखरी सांस तक,
सतपाल- और तेरे घरवाले उसे स्वीकार कर लेंगे?
प्रिंस- हाथों हाथ, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता की लड़की सुंदर है या उम्रदराज या विधवा बच्चों की मां या और कोई
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भी हो।
वो कहते है जिंदगी तुम्हें गुजारनी है हमें नहीं,
पत्नी बनाकर लाओगे तो इजाजत नहीं है
जिंदगी भर का हम सफ़र और इस घर की बेटी बनाकर लाओगे तो इजाजत है बस शर्त है कि किसी की बहन बेटी को लाकर बीच राह में छोड़ना नहीं,
भले उसका अतीत कितना ही घिनौनी क्यों ना हो।
सतपाल- मगर तू बता
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पायेगा अपने घर वालों को?
प्रिंस- बता चुका हूं क्योंकि मेरे लिए और अवनी के लिए ये सही था
सतपाल- घर वालों ने क्या कहा
प्रिंस-बस इतना ही कहा की बदन ढांप सकता है तो उसे जरूर लाना मगर एहसान करके नहीं मोहब्बत करके लाना,
दुनिया में हर औरत को मां बनने का हक है चाहे वो घर की हो या सड़क
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की मगर ये मर्दों को तय करना है कि जिस औरत की कोख से हम पैदा होकर खुद को मर्द कहते फिरते हैं, हमे औरत के कपड़े उतारतने है या उसके नंगे बदन में कपड़े पहनाने हैं।
सतपाल- जीयो यार,
फिर इस तरह से तुमको हमने उस दल-दल से बाहर निकाला,
प्रिंस ने घर में बता दिया था कि वो बहू को लेकर आ
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रहा है पर अचानक उसका फोन मेरे पास आया
और हैलो बोलने के बाद रोने लगा,
उसने कुछ बताया नहीं बस इतना कहा की अवनी अपने अमर से आज भी बेपनाह मोहब्बत करती है
और उस पर पहला हक़ सिर्फ और सिर्फ अमर का है मेरा नहीं इतना बोल कर उसने फोन काट दिया,
मैंने कई बार किया लेकिन उसने फोन बंद कर के
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रख दिया लेकिन अगले दिन लग गया,
और मेरा फोन उसने उठाया, कहीं फोन ना काट दे इस डर से मैंने जल्दी में कहा कि यार वो लड़की तूझसे बेपनाह मोहब्बत करती है उसकी जिंदगी बर्बाद मत कर तूझे रब दा वास्ता तो बोला मैंने मगर
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उसने कोई जवाब दिए बगैर फोन काट दिया,
तभी अवनी कहती है वो फोन मैंने उठाया था भैया,.......
हिंदुस्तान में सबसे बड़ा उद्योगपति कौन है??? देखिए इस लेख को, अधिकतर लोगों को यह पता ही नहीं है।
कॉरपोरेट मिशनरी इस संस्था पर किसी का भी ध्यान नहीं हैं?
🙄😡
यह मुद्दा बहुत ही ज्वलंत और चिंताजनक मुद्दा है!
क्या आप जानते हैं भारत में सबसे बड़ा कॉर्पोरेट कौन है?
🙄🤔
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टाटा ? नहीं
अम्बानी ? नहीं
अदानी ? नहीं
चौंकिए मत आगे और पढ़िए
300000 (तीन लाख) करोड़ की सम्पति वाला कोई और नहीं यह है!
"The Syro Malabar Church", केरल!
इसका 10000 से ज्यादा संस्थानों पर कण्ट्रोल है!
और इसकी अन्य बहुत सी सहायक ऑर्गेनाइजेशन्स भी है!
मेरी समझ में यह एक ऐसा
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छद्म बिज़नेस ऑर्गेनाइजेशन है!
जो सम्पत्ति के मामले में भारत के
टाटा
अम्बानी
अदानी
आदि का मुकाबला करने में सक्षम है।
ये सारे औद्योगिक घराने इसके आसपास भी नहीं है!
यकीन नहीं हो रहा हैं ना???
तो ठीक हैं अब इन आंकड़ो को देखिए!
इनके अधीन हैं :-
01)👉 90000 प्रीस्ट
02)👉 370000 नन
👇
मित्र लोग तनाव में हैं। फोन करके पूछ रहे हैं कि भाजपा कर्नाटक में क्यों हारी? हिंदुओं ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया !! क्या कोर वोटर ने मोदी जी का साथ छोड़ दिया?
अत: राष्ट्रवादी मित्रों के लिए कुछ आंकड़े :
वोट शेयर :
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Party : 2018 Vs 2023
++++++++++++++++++++
BJP : 36.35% Vs 35.7%
CON : 38.14% Vs 43.2%
J D S : 18.3% Vs 13.3%
◾अर्थात, भाजपा का मत% लगभग पिछले चुनाव के बराबर ही है। कोर वोट बैंक पूरी तरह से INTACT है।
◾ JDS के 5% कोर वोटर (संभावित रूप से ततुए और चिराई)
👇
कोकरेच को भोट दे दिए. और यहीं गेम चेंजर था..
राज्य की अनाधिकारिक (अनुमानित) डेमोग्राफी :
हिंदू : 70%
मुचलिम : 15%
क्रिस्टी : 3%
क्रिप्टो : 12%
कांग्रेस की रणनीति में दो सबसे मुख्य हथियार रहे, जिन्होंने उनकी विजय में अहम योगदान दिया, वो थे :
👉 मुफ्तखोरी का वादा करके
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(क्यों माता पार्वती ने चार ब्रह्मा पुत्रों को ही महादेव शिव को दान में दे दिया था ? पढ़े शिवपुराण की एक कथा की,,,,माता पार्वती ने एसा क्यों किया l)
जब कैलाश पर्वत में कार्तिकेय का जन्म हुआ तो माता पर्वती एवं भगवान शिव ने अपने इस पुत्र के छः रूपों
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के पालन पोषण के लिए उन्हें कृतिकाओं (सप्त ऋषि की पत्नियों ) को सोप दिया।
महादेव शिव का कार्तिकेय को कृतिकाओं को सौंपने का एक और कारण यह भी था की कृतिकाओं की देख रख में कार्तिकेय उन ज्ञान को ग्रहण कर लेंगे जो उन्हें देवताओ के सेनापति बनने के समय मदद करेगी तथा वह दुष्ट तारकासुर
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का वध कर देवताओ को उसके अत्याचारों से मुक्ति दिलाएंगे।
तारकासुर एक शक्तिशाली दैत्य जिसे ब्र्ह्मा जी का वरदान प्राप्त था तथा वह केवल भगवान शिव के पुत्र के हाथो ही मारा जा सकता था.जब कार्तिकेय बड़े हुए तो उन्होंने तारकासुर का वध किया तथा इसके बाद उन्हें दूसरे राज्य उसके सुरक्षा
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लड़की हुई है -----
लड़की हुई है? पति ने पूछा...
पत्नी को इसी प्रश्न की उम्मीद थी,उसने उम्मीद नहीं की थी कि पति सबसे पहले उसका हाल चाल जानेगा।
पत्नी ने सिर्फ पलके झुका दी,पति इसे हाँ समझे या हाँ से ज्यादा कुछ और, लेकिन पत्नी के पलके झुका देने भर में
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इतनी दृढ़ता थी कि वह कह देना चाहती है कि हाँ लड़की हुई है और वह इसे पालेगी,पढ़ाएगी !
अब क्या करेगी तू? पति ने पूछा...
पालूंगी, और क्या करुँगी....
शादी कैसे करेगी ? ,
अभी तो पैदा हुई है जी , शादी के नाम पर अभी क्यों सूखने पढ़ गये आप....
तू जैसे जानती नहीं, तीन तीन बेटिया
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हो गयी हैं, हाथ पहले से टाइट है, शादी कोई ऐसे ही तो हो नहीं जाती ! कहा था टेस्ट करा लेते है, लेकिन सरकार भी जीने नहीं देती साली,
मन क्यों छोटा करते हैं जी आप ,भगवान् ने भेजी है, अपने आप करेगा इंतजाम, पत्नी ने दिलासा दिया...
भगवान! हा हा। भगवान ने ही कुछ करना होता तो
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सनातनियो अपने सनातन को पहचानो और ये जागृति अपने बच्चों में अवश्य लाओ🙏 शानदार जानकारी
■ 7 दिवस = 1 सप्ताह
■ 4 सप्ताह = 1 माह ,
■ 2 माह = 1 ऋतू
■ 6 ऋतू = 1 वर्ष ,
■ 100 वर्ष = 1 शताब्दी
■ 10 शताब्दी = 1 सहस्राब्दी ,
■ 432 सहस्राब्दी = 1 युग
■ 2 युग = 1 द्वापर युग ,
👇
■ 3 युग = 1 त्रैता युग ,
■ 4 युग = सतयुग
■ सतयुग + त्रेतायुग + द्वापरयुग + कलियुग = 1 महायुग
■ 72 महायुग = मनवन्तर ,
■ 1000 महायुग = 1 कल्प
■ 1 नित्य प्रलय = 1 महायुग (धरती पर जीवन अन्त और फिर आरम्भ )
■ 1 नैमितिका प्रलय = 1 कल्प ।(देवों का अन्त और जन्म )
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■ महालय =730 कल्प।(ब्राह्मा का अन्त और जन्म )
सम्पूर्ण विश्व का सबसे बड़ा और वैज्ञानिक समय गणना तन्त्र यही है। जो हमारे देश भारत में बना। ये हमारा भारत जिस पर हमको गर्व हैl
दो लिंग:नर और नारी ।
दो पक्ष:शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष।
दो पूजा : वैदिकी और तांत्रिकी (पुराणोक्त)।
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