मित्रों आप लोगों के अपार प्रेम और स्नेह और आशीर्वाद से आज हमारा टि्वटर परिवार में ... 25 k मित्र जुड़ चुके हैं आप सभी मित्रों का हार्दिक अभिनंदन
और धन्यवाद🙏
मित्रो अपने टाइम लाइन पर आज बात करते है बदलाव की : 👇
#समय के साथ
खुद को बदलते रहने का अभ्यास
करते रहना चाहिए ,
सर्प भी अपनी खाल छोड़ देता है
जीवन के कुछ अंतराल पर
जब महसूस होने लगे
खुद को ही अपना व्यक्तित्व भद्दा सा घायल सा
अपनी आत्मा कटी फटी छिली
तो बदल लेना चाहिए
हमें स्वयं को
जबरन खुद को किसी
बोझ तले दबाकर
न रखते हुए
हटा देना है बेवजह का वह भारीपन
जिसके वजह से थक जा रहा है
हमारा मन
हमारा शरीर हमारी आत्मा
जिसको ढोते हुए
अब हमारी सांसें उखड़ने लगी है
वही उतार दो उस भारीपन को
उतार फेंको बोझ को अपनी आत्मा से
खाल छोड़ कर
नए रूप में आ जाओ
इसी तरह जीवन में कई बार
हमें अपने पुराने रास्ते
पुराने मकसद पुराने उद्देश्यों
को त्यागना होता है
#नई राहें तलाशनी होती हैं
और पुराने अनुभवों से बहुत दूर निकल जाना होता है
इतनी दूर कि जहां से हमें ना दिखे #संवेदनहीन होते मन की
कुचली हुई इच्छाऐं,
दमित शोषित भावनाएं....
#संवेदनशील ना रह जाना मानवता के लिए अभिशाप और खुद के लिए घातक है
आजमगढ़ जिला के कस्बा सगड़ी स्थित
बाबा भोजनाथ प्राचीन शिव मंदिर जहां रविवार और मंगलवार को स्नान कर लेने से सभी प्रकार के चर्म रोग ठीक हो जाते हैं आज का नया वीडियो हमारे यूट्यूब चैनल धर्म ज्ञान
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प्रधानमंत्री की सदा से यह जिद रही है कि हमारे देश में जो भी होगा वह हमारी शर्तों पर होगा !
चाहे व्यापार हो , कारोबार या फिर नीति निर्धारण !
उसी का नतीजा है कि जी 20 वर्किंग ग्रुप की बैठक पहले अरुणाचल प्रदेश में हो चुकी है और अब खास कश्मीर घाटी में डल झील के किनारे हो रही है !👇
विदेशी मेहमानों को कभी भारत के आध्यात्मिक केंद्रों पर ले जाकर ऋषिकेश में बैठक होती है तो कभी गोवा में
शिंजो आबे विश्व के प्राचीनतम नगर काशी में आरती देखते हैं तो कभी शी जिनपिंग महाबलीपुरम में कृष्णा बटर बाल के पास बैठकर झूला झूलते हैं तो कभी साबरमती के किनारे
विश्व के साथ कारोबार
हमारी शर्तों पर डालर के बजाय रुपयों में होता है
यह सब नरेंद्र मोदी का जलवा है और अब है तो है !
जी 20 देशों का सम्मेलन जोशोखरोश के साथ शुरू हो गया है अनेक देशों से आ रहे प्रतिनिधि कश्मीर का अपार सौंदर्य देखकर मंत्रमुग्ध हैं कश्मीर में पाकिस्तान पोषित आतंकवाद के कारण पूरी घाटी में
कई बार हम लोग मोदी सरकार की उपलब्धियों को निर्धनता उन्मूलन, आतंकियों से निपटना,अनुच्छेद 370 एवं 35A हटाना, बैंक NPA एवं भ्रष्टाचार में कमी लाना, उत्तम रेल,सड़क,बंदरगाह एवं हवाई इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना,राम मंदिर निर्माण,केदारनाथ-बद्रीनाथ तीर्थ क्षेत्र विकास इत्यादि के सन्दर्भ में👇
आंकते है।
लेकिन इन सब से भी महत्वपूर्ण घटनाक्रम आपके, हमारे घरो के अंदर घटित हो रहा है
सोशल मीडिया से स्पष्ट है कि केरल स्टोरी देखने के बाद माता-पिता अपने बच्चो, विशेषकर किशोरियों, से सनातन धर्म के बारे में संवाद कर रहे है। साथ ही दूषित विचारधारा के छल-प्रपंच, क्रूरता, वहशीपना,
इस कुत्सित विचारधारा की उत्पत्ति, इस घिनौनी विचारधारा के निर्दोष पीड़ितो के बारे में बतला रहे है।
मेरा मानना है कि समाज में बदलाव तभी संभव है जब परिवार में जागरूकता आए।
जब हमारे त्योहारो के ठीक पूर्व कभी कपड़ा धोने का डिटर्जेंट, कभी ज्वेलरी के विज्ञापनों इत्यादि के द्वारा
अगर किसी गांव पर क्रूर और अन्यायी डाकू हमला कर दें और भयानक खून ख़राबे के बाद गांव में घुसने में कामयाब हो जाएं । फिर गाँव के बचे हुए मर्दों में से बहुतों को कत्ल करने के बाद उनकी धन-दौलत और औरतों को लूट लें इसके बाद वे बापस न जाकर उसी गाँव में ज़बरदस्ती गांव की लूटी हुई औरतों👇
े साथ रहने लगें ।
दोस्तो, बताइए कि उन ज़बरदस्ती उठाई गईं गाँव की औरतों से उन अत्याचारी, क्रूर और हत्यारे डाकुओं की जो औलादें पैदा होगीं, क्या उनको गाँव के बचे हुए लुटे और तिरस्कृत लोग अपना सगा भाई-बहिन मान सकेंगे ? या उन्हें मानना चाहिए ?
क्या अपने
बाप-दादों-परिवारीजनों के हत्यारों और अपनी माँ-बहिनों-बेटियों से बलात्कार करने वाले डाकुओं और उनकी औलादों से गांव के लोग सच में लगाव महसूस कर सकते हैं ?
केवल ग़द्दारों, मक्कारों को और डाकुओं की नाजायज औलादों को ही इसमें भाईचारा, साँझा-संस्कृति और गंगा-जमुनी तहजीब दिख सकती है
!
33 जिलों में 33 सरकारी मुस्लिम छात्रावास बन रहे है।
ये सभी छात्रावास तीन तीन मंजिले फुल ACछात्रावास बन रहे है
रुको जरा इतना ही नही
ये सभी मुस्लिम छात्रावास मन्दिर की जमीन या गोचर भूमि पर ही बन रहे हैये सभी छात्रावास हिन्दुओ की बस्ती के बीच मे बनवाये👇
जा रहे है।*
*जब ये तीन तीन मंजिला मुस्लिम छात्रावास चालू हो जायेंगे तब सबसे पहला काम होगा आसपास के मंदिरों की पूजा पाठ मन्दिर की घण्टिया बन्द कराने के आदेश होंगे, क्योकि मन्दिर की घण्टियों पूजा पाठ से अल्पसंख्यको की भावनाएं आहत हो सकती है।
*ये अल्पसंख्यक (मुस्लिम) छात्रावास है और
हिन्दुओ की बस्ती के बीच मे है तो क्या बेचारे छात्रावास में रहने वाले अल्पसंख्यक बच्चे क्या आपकी पत्नियों या बहन, बेटियों से बात भी नही करेंगें।*
बस इतना ही मत सोचिए
कि चलो अच्छा है हमारी बस्ती में तो नही बन रहा....
सोचिए इस छात्रावास के आसपास की लड़की आपकी धर्मपत्नी बने या आपकी
श्री हनुमानजी का
5मुख वाला विराट स्वरूप 5 दिशाओं में हैं।
हर रूप 1मुख वाला
त्रिनेत्रधारी यानि 3आंखों और 2भुजाओं वाला है।
यह पांच मुख
"नरसिंह" "गरुड"अश्व"वानर"और "वराह" रूप है।
हनुमान के 5 मुख क्रमश:
"पूर्व" "पश्चिम" "उत्तर" "दक्षिण" और "ऊर्ध्व" दिशा में प्रतिष्ठित माने गएं हैं👇
पंचमुखी हनुमान का अवतार
भक्तों का कल्याण करने के लिए हुआ हैं।
पंचमुखी हनुमानजी का अवतार
मार्गशीर्ष कृष्णाष्टमी को माना जाता हैं।
रुद्र के अवतार हनुमान ऊर्जा के प्रतीक माने जाते हैं।
इनकी आराधना से बल कीर्ति आरोग्य और निर्भीकता बढती है।
पंचमुखी हनुमानजी के "पूर्व की ओर" का मुख "
नर" का हैं।
जिसकी प्रभा करोडों सूर्यों के तेज समान हैं।
पूर्व मुख वाले हनुमान का पूजन करने से समस्त शत्रुओं का नाश हो जाता है।
"पश्चिम" दिशा वाला मुख "गरुड" का हैं जो भक्तिप्रद संकट विघ्न बाधा निवारक माने जाते हैं।
गरुड की तरह हनुमानजी भी अजर-अमर माने जाते हैं।
हनुमानजी का "उत्तर
सकारात्मक सोच ही
एकमात्र रास्ता है ईश्वर भक्ति
जासु नाम सुमिरत एक बारा।
उतरहिं नर भवसिंधु अपारा॥
एक बार प्रभु का नाम स्मरण करते ही मनुष्य अपार भवसागर के पार उतर जाते हैं।
और प्रभु श्री राम की भक्ति के लिए रामचरितमानस का पाठ सबसे सर्वश्रेष्ठ और सहज साधन है।
सकल बिघ्न ब्यापहिं 👇
नहिं तेही।
राम सुकृपाँ बिलोकहिं जेही॥
सोइ सादर सर मज्जनु करई।
महा घोर त्रयताप न जरई॥
ये सारे विघ्न उसको नहीं व्यापते बाधा नहीं देते जिसे श्रीरामचंद्रजी सुंदर कृपा की दृष्टि से देखते हैं।
वही आदरपूर्वक इस सरोवर में स्नान करता है और महान् भयानक त्रिताप से आध्यात्मिक आधिदैविक
आधिभौतिक तापों से नहीं जलता।
सुनहु भरत भावी प्रबल बिलखि कहेहुँ मुनिनाथ |
हानि लाभ जीवन मरण यश अपयश विधि हाँथ ||
भले ही लाभ हानि
जीवन मरण ईश्वर के हाथ हो लेकिन हानि के बाद हम हार मानकर बैठें नहीं।
ये हमारे ही हाथ हैं
लाभ को हम शुभ लाभ में परिवर्तित कर लें
यह भी जीव के ही अधिकार