🚩 राम मन्दिर की तीन ऐसी बातें जो आपको हैरान कर देंगी
👉सबसे पहला कि राम मंदिर की नींव रखने के लिए देशभर से करीब 2587 पवित्र स्थानों से मिट्टी इकट्ठा की गई है, जिसमें यमुनोत्री, हल्दीघाटी, केदारनाथ, बद्रीनाथ और गंगा जैसे पवित्र स्थान मौजूद है।
👉दूसरी बात है की राम मंदिर
की नींव रखने के लिए करीब डेढ़ सौ नदियों के पवित्र जल का प्रयोग किया गया है जिसमें 8 से ज्यादा बड़ी नदियां 3 समुंद्र और श्रीलंका के 16 सोलह स्थानों से पवित्र जल लाया गया है। साथ ही मानसरोवर के जल का भी इस्तेमाल किया गया है।
👉तीसरी और सबसे महत्वपूर्ण इस मंदिर के नीचे
करीब 2000 फीट की गहराई में टाइम कैप्सूल को रखा जाएगा। इस कैप्सूल में राम जन्मभूमि, अयोध्या और भगवान राम संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों का समावेश है इस कैप्सूल से हजारों साल बाद भी लोग इस मंदिर और भारतीय संस्कृति, भारत के जनसंख्या, भारत के वैज्ञानिक आविष्कार साथ में
बहुत बहुमूल्य जानकारी के बारे में जान पाएंगे। भगवान राम की इस सराहनीय मंदिर के लिए कमेंट में जय श्रीराम जरूर लिखे 🚩 #जयश्रीराम
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पाकिस्तान में शराब मुसलमानों के लिए बैन है. लेकिन खूब बिकती है और पी जाती है. सजा तो कभी किसी को नहीं हुई.
पाकिस्तान के रावलपिंडी में एक ब्रुअरी, यानी बीयर की फैक्ट्री. यहां लैगर बनती है. लैगर बीयर की एक किस्म होती है. सालभर में यहां एक करोड़ लीटर लैगर बन
जाती है. वैसे, पाकिस्तान एक इस्लामी मुल्क है और इस्लाम में शराब हराम है. इसलिए मुसलमानों के लिए पाकिस्तान में अल्कोहल प्रतिबंधित है. लेकिन मरी ब्रूअरी तो है. और यहां लैगर ही नहीं टनों जिन और व्हिस्की यहां के सेलर्स में जमा करके रखी गई है. लेकिन यह तो मरी है, जिसके बारे में
सबको पता है. इस तरह के छोटे छोटे हजारों सेलर्स हैं जो लोगों के घरों में मौजूद हैं. उनमें वाइन भी बनती है और देसी दारू भी. सौ का कुल जोड़ यह है कि पाकिस्तान में शराब की बिक्री पूरे शबाब पर है.
बाहर से आए लोग तो यह देखकर हैरान हो सकते हैं कि पाकिस्तान में कितने बड़े पैमाने पर
यदि मुग़लों ने जबरन धर्मांतरण करवाए थे, तो इतने वर्षों तक राज़ करने के बाद भी सभी हिन्दुओं का धर्मांतरण क्यों नहीं हुआ?
👉इस प्रश्न को थोड़ा अलग नजरिये से देखते हैं क्योंकि बहुत से लोग ये सवाल पूछते हैं की मुग़ल इतने क्रूर थे तो इतने हिन्दू कैसे बच गए जिनका धर्म परिवर्तन
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नही हुआ।
इसको समझने के लिए हमे मुग़ल काल से पहले का भारत साम्राज्य का नक्शा देखना चाहिए जो आज के भारत का लगभग दुगुना हुआ करता था।
काबुल कंधार (आज का अफगानिस्तान) तक फैला हुआ था भारत, जिसे आप नीचे देख सकते हैं
अब आते हैं मूल प्रश्न पे। अगर हम देखे उस हिसाब से तो
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आज भारत मे से अलग हुए 3 देश हैं अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बंगलादेश और तीनों ही देश इस्लामिक देश हैं।
इसके बाद भारत के अंदर कश्मीर केरल बंगाल जैसे राज्य में या तो मुस्लिम मेजोरिटी है या 30% से ऊपर हैं।
इसके अलावा बाकी राज्यों में भी कई जिले इसी स्थिति में हैं, तो
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There is a cave in foot of the Mount Kailash that might be hundreds of miles long. Yogis in ancient time are said to have taken samadhi there and practiced meditation. Several human bones have been found
..... 👇🏾👇🏾
within hundred metre depth of the cave. On the entrance of the cave you can hear some faint music whose audibility rises a you go further inside. It is some sort of naad comprising of tabla, damru, war horn. The sources of the sound .... 👇🏾👇🏾👇🏾
haven’t been found yet.
Surprisingly the oxygen level is better inside the cave than the outside and it has an alien smell. The temperature inside the cave increases like any other cave and couple of hundred metres, the temprature become unbearable thus ...👇🏾👇🏾👇🏾
👇🏿 99% लोग नहीं जानते कि :-
भारत से हुआ समयसूचक AM और PM का उदगम
पर हमें बचपन से यह रटवाया गया, विश्वास दिलवाया गया कि इन दो शब्दों AM और PM का मतलब होता है :
AM : (ante meridian)
PM : (post meridian)
एंटी यानि पहले, लेकिन किसके?
पोस्ट यानि बाद में, लेकिन किसके?
यह ..Cont....👇🏿
कभी साफ नहीं किया गया, क्योंकि यह चुराये गये शब्द का लघुतम रूप था।
👉🏾 ...अध्ययन करने से ज्ञात हुआ और हमारी प्राचीन संस्कृत भाषा ने इस संशय को अपनी आंधियों में उड़ा दिया और अब, सब कुछ साफ-साफ दृष्टिगत है।
कैसे? देखिये... cont 👇🏿
🔻AM = आरोहनम् मार्तण्डस्य Aarohanam Martandasya
🔻PM = पतनम् मार्तण्डस्य Patanam Martandasya
सूर्य, जो कि हर आकाशीय गणना का मूल है, उसीको गौण कर दिया।
अंग्रेजी के AM PM शब्द संस्कृत के उस 'मतलब' को नहीं इंगित करते जो कि
Cont...👇🏿...
*यह एक अनोखा व्यंग***
*केवल आनंद लीजिए, छींटाकसी नहीं!!** 😜😛
*देश भर में पड़ रही कंपकपाती ठण्ड पर विभिन्न दलों/नेताओं की राय इस प्रकार हो सकती है।**
*भाजपा:- ये कंपकपाती ठण्ड सबका साथ, सबका विश्वास का अद्भुत उदाहरण है। ये ठण्ड बिना किसी
जाति, धर्म का भेदभाव किए बिना सभी पर समान रूप से पड़ रही है। हम इस सद्भावनापूर्ण ठण्ड का स्वागत करते हैं। भूरि-भूरि प्रशंसा करते हैं।**
*कांग्रेस:- ऐसा नही है कि ये ठण्ड हमारी सरकार में नहीं पड़ती थी, पड़ती थी किन्तु ऐसी भेदभावपूर्ण, विद्वेषपूर्ण ठण्ड आज से पहले
कभी नहीं पड़ी। हम पूछना चाहते हैं इस सरकार से अल्पसंख्यक इलाकों में ही ज्यादा ठण्ड क्यों पड़ रही हैं ? लोकतंत्र में इतनी ठण्ड बर्दाश्त नहीं। हम संसद में इस कंपकपाती ठण्ड पर बहस चाहते हैं।**
*केजरीवाल:- हम पूछना चाहते हैं, मोदी जी से कि आखिर चुनाव के ऐनवक्त
एक नौजवान जीवन से निराश था। जंगल में एक पेड़ के नीचे बैठा रोता रहता था। एक दिन मृत्यु की देवी वहाँ से गुज़री और उससे पूछा, “तुम इतना दुखी क्यों हो?”
उसने कहा, “क्योंकि मैं बेहद असफल हूँ।”
मृत्यु की देवी ने उसे वरदान दिया कि तुम बेहद सफल वैद्य बनोगे, लेकिन सबका इलाज मत ....🔻
करना। मरीज़ के पास जाकर आँख बंद कर लेना। तुम्हें अगर मैं मरीज़ के पैर की तरफ़ खड़ी दिखूँ, तो समझ जाना कि यह ठीक हो जाएगा। अगर मैं उसके सिर की ओर दिखूँ, तो जान लेना कि कुछ ही दिनों में मैं उसे अपने साथ ले जाऊँगी। ऐसे मरीज़ का इलाज करने से मना कर देना।
नौजवान ने ऐसा ही .. 🔻
करना शुरू किया और दूर-दूर तक एक सफल वैद्य के रूप में उसकी कीर्ति फैल गई, कि वह जिस मरीज़ को हाथ लगाता है, वह ठीक हो जाता है। वह सफल व धनवान हो गया।
एक रोज़ उस देश की राजकुमारी बीमार पड़ गई। राजा ने घोषणा करवाई कि जो इसका इलाज कर देगा, मैं इसकी शादी उसी से कराऊँगा। जगह ...🔻