#आपको लगता है कि यह लड़कियां इतनी अनजान है। वह समझ नहीं पा रही है कि लड़के का मजहब क्या है।
लड़की तो परफ्यूम बदल दीजिये तो बता दे, आज कल वाला परफ्यूम नहीं है।
इनको सब कुछ पता है....
वास्तव में यह हीनता से उपजी महत्वकांक्षा की शिकार है।
इन्हें अपने भाई,परिवार,सहेली,
👇
एक्स बॉयफ्रेंड सबको फ्रूफ करना है। इनको चाहने वाले गली गली में है।इन मृत हो चुके व्यक्तित्वों के लिये गिद्ध ताक में बैठे है। जो नोच खाते हैं।मैं ऐसा व्यक्ति हूँ, जिसके मन मे स्त्री के प्रति बहुत आदर है।उन्होंने ही पालन पोषण करके बड़ा किया। फिर युवा अवस्था में ऐसा प्रेम
👇
दिया। जिसके सामने संसार की कोई भी उपलब्धि कम है।
यही कारण है कि मैं आलोचक भी हूँ। लड़की या स्त्री के समस्त दुख इसमें छिपे है कि वह स्वयं को कमजोर समझती है।कोई मुझे प्यार नहीं करता !इसलिये कि मैं कम सुंदर हूँ।कोई मुझे महत्व नहीं देता, इसलिये कि मैं योग्य नहीं हूँ।मैं अच्छा
👇
गा नहीं सकती,मैं अच्छा नृत्य नहीं कर सकती है यह सभी धारणाएं इसलिये पैदा हो रही है कि सोशल मीडिया का भ्रम चारो तरफ फैला हुआ है।स्त्री हो या पुरुष, जिसे अपनी योग्यता का जो किसी भी रूप में हो, प्रमाण चाहिये। फिर तो तड़फते रहिये,वह मिल भी गया तो झूठ है।
लड़कियां महत्वकांक्षी
👇
होती है।उनके अंदर ईष्र्या, तुलना के भाव जन्मजात है। उसमें सोशल मीडिया ने पेट्रोल डाल दिया है। वह आत्मघात पर उतारू है।अब कुछ लोग कह सकते हैं कि आप लड़को को नहीं कह रहे है। वह दूध के धुले नहीं है।लेकिन आप कितनी प्रगति कर ले, आधुनिक बन जाय। लड़के और लड़की में वह अंतर बना रहेगा।
👇
उसमें सबसे बड़ा अंतर है।लड़की पिता, परिवार, कुल के सम्मान का प्रतीक भी है। उसका भटकना, पीढ़ियों तक अपयश का भागी बना देता है। इसे स्वीकार करिये या न करिये, सत्य तो अभी यही है।
माता पिता परिवार की भूमिका भी ठीक नही है।बच्चों को प्रेम भी दे और उस लक्ष्मण रेखा को भी बताये। जिसके
👇
उस पार राक्षसी प्रवृत्तियां भेष बदलकर बैठी है।आज आवश्यकता है समग्र प्रयास कि, नहीं तो कब अपयश मिल जायेगा।कहा नहीं जा सकता है.
• • •
Missing some Tweet in this thread? You can try to
force a refresh
कांग्रेस का एक टुच्चा आवारा नेता
मोदी के लिए दिल में नफरत पाले
एक विदेशी की पैदा की हुई कांग्रेस के
लिए नए नए बाप ढूंढ रहा -
अब जैक डोर्सी नया बाप -
एक विदेशी द्वारा पैदा की गई कांग्रेस जो आज भी विदेशियों के कब्जे में है, उस कांग्रेस का एक टुच्चा आवारा नेता प्रधानमंत्री
👇 twitter.com/i/web/status/1…
नरेंद्र मोदी के लिए नफरत की आग दिल में लिए विदेश जाकर नए नए बाप ढूढ़ता फिरता है - उसे पता नहीं कांग्रेस अब बूढ़ी हो चुकी है, नए नए Patrner नहीं झेल सकती -
पिछले 2019 के चुनाव से तो George Soros कांग्रेस का बाप बना हुआ था - किसान आंदोलन में विदेशी ग्रेटा थनबर्ग, रिहाना और
👇
मिया खलीफा के चरणों को पकड़े रहे, CAA और नूपुर शर्मा के लिए पाकिस्तान, कतर और अन्य इस्लामिक देशों का सहारा मिल गया -
17 जनवरी, 2023 को BBC ने नरेंद्र मोदी के लिए डॉक्यूमेंट्री रिलीज़ की तो कांग्रेस उसके तलुए चाटने लगी - 25 जनवरी, 2023 को अमेरिका का हिडेनबर्ग कांग्रेस का
👇
एक महान गोरखा-यौद्धा बलभद्र कुंवर जिससे अंग्रेज़ कभी सीधे लड़ के नही जीत पाए।
एक महान गोरखा यौद्धा, जिसे महाराजा रणजीत सिंह ने लाहौर-दरबार की शक्ति बढ़ाने के लिये जब गोरखा रेजिमेंट
👇
(जिसमे सभी गोरखाली/सैनिक थे) बनाई, तो उस रेज़िमेंट जनरल और कमांडर नियुक्त किया गया।
जिस रेजीमेंट का नारा था:-
'#जय_माँ_काली #आयो_गोरखाली'
अफगान युद्ध के समय लाहौर दरबार की ये नेपाली रेजीमेंट, जो इस यौद्धा के नेतृत्व में बहुत बहादुरी से लड़ी।
और अफगान में लड़ते-लड़ते ये महान
👇
गोरखा जरनैल वीरगति को प्राप्त हुआ और जरनैल हरि सिंह नलवा ने ऐसे यौद्धा को युद्ध के दौरान सम्मानित किया था।
जिसकी बहादुरी से प्रभावित हो ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने गोरखाली और और इस यौद्धा के सम्मान में नलपानी में उनकी बहादुरी की प्रशंसा करते हुए एक युद्ध स्मारक बनाया।
👇
#BoycottMullas
*लड़का एक पैदा करेंगे,*
*कोठी 04 बनाएंगे,*
*फिर*
*झाडू बुहारी औऱ घर में काम वाली बाई रेहाना औऱ नफीसा को रखेंगे*
*साइकिल, स्कूटर औऱ कार क़ी मरम्मत कल्लन औऱ मुश्ताक से करवायेंगे*
*बाल व दाढ़ी जुम्मन मियाँ से बनवाएंगे*
*दूध रफीक औऱ शफीक से लेंगे*
*नफीस के प्रेस में
👇
शादी का कार्ड छपवायेंगे*
*आजाद का 50 हजार का बैंड बजवाएंगे,*
*मुनव्वर की आतिशबाजी छुड़वाएंगे,*
*बग्गी रईस की करेंगे,
*टेंट रशीद का करेंगे,*
*बस खालिद भाई की करेंगे,*
*नाई फरीद को बुलाएंगे,*
*फिर अपनी लुगाइयों को आधे कपड़े पहना कर सड़कों पर ठुमके लगवाएंगे,*
*फिर दारू लगाकर 100,
👇
200, 500, 2000 हजार रू० के नोट बरसाएंगे,*
*Social Media पर जिहाद जिहाद चिल्लाएंगे, बढ़ती मुस्लिम आबादी का शोर मचाएंगे,*
*बन्द करो यह फालतू का रोना धोना,अगर हिंदुत्व की वास्तव में चिंता करते हो तो*
*कसम खाओ कि हिन्दू विरोधी को आज से कोई भी आर्थिक लाभ नहीं देंगे,*
👇
यह वराह कवचम भगवान विष्णु के वराह अवतार के बारे में है। कवचम का नित्य पाठ करने वाले को चिंता और रोग से मुक्ति मिलती है और ग्रहों द्वारा निर्मित समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
वह नाना प्रकार के सुखों को भोगता है और अंत में मोक्ष को अवश्य प्राप्त करता है।
वराह पुराण के अनुसार,वराह
👇
हिंदू भगवान विष्णु के एक सूअर के रूप में अवतार हैं, जो कुर्मा के बाद और नरसिंह से पहले हैं। यह विष्णु के दस प्रमुख अवतार दशावतार में तीसरे स्थान पर है।
जब राक्षस हिरण्याक्ष ने पृथ्वी (देवी भूदेवी के रूप में व्यक्त) को चुरा लिया और उसे आदिम जल में छिपा दिया, तो विष्णु उसे बचाने
👇
के लिए वराह के रूप में प्रकट हुए।
वराह ने दानव को मार डाला और पृथ्वी को समुद्र से निकाल लिया,उसे अपने दांतों पर उठा लिया,और भूदेवी को ब्रह्मांड में उसके स्थान पर पुनर्स्थापित कर दिया।
विष्णु के वराह अवतार को सूअर के सिर और मानव शरीर के साथ पूरी तरह से एक सूअर या एक मानवरूपी
👇
हम बनारसीपन के शिकार लोग हैं :)
.
.
हमको सुपरमार्केट नहीं चाहिए गुरु, हम रजा गोला दीनानाथ से मेवा और मसाला लेंगे...चन्नुआ सट्टी से सब्जी लेंगे, मोछू चाचा के दुकान से पनीर ले लेंगे।
हमको एसी की ठंडक भी नहीं चाहिए गुरु हमको मिटटी की महक पसंद है, हम खुल्ला चावल और गेहूं लेंगे
👇
और साफ़ करके कंडाल में रखेंगे...हमको कोहिनूर बासमती और शक्तिभोग भी नहीं चाहिए।
हमको साजन, मजदा, सरस्वती, टकसाल, छवि महल, विजया चाहिए मालिक आप अपना पीडीआर, JHV, IP अपने पास रखिये। हमें गोलगप्पे, टमाटर चाट और समोसा खाना है काशी चाट, दीना चाट और बंगाल स्वीट पे खड़े होके, आप
👇
बेशक McDonald के बर्गर और पिज्जा खाइए।
चौक का मलइयो, क्षीर सागर का खीर कदम, बंगाल स्वीट का रसगुल्ला, मधुर मिलन की जलेबी किस सुपरमार्केट में मिलेगी...गोदौलिया और नई सड़क की वैरायटी किसी स्टोर में शायद ही मिले। आप घुमने Sea Beach पे जाओ, अपनी लाईफ को किसी नाईट क्लब में
👇
@harbhajan_singh "मोड़" फिल्म आखरी शुक्रवार रिलीज हुई उस के साथ 1991 बनी "जट्ट जियोना मोड़" रिलीज कर दी गई। दोनो फिल्में पंजाब के बागी डाकू जियोना मोड़ पर आधारित थी लेकिन असल कहानी की अनुसार जियोना मोड़ मां नैना देवी का भगत था एवं माथे पर तिलक लगा कर रखता था किंतु नई फिल्म में
👇
यह angle ही हट्टा दिया गया। 2023 में बनी फिल्म को खालिस्तानी के रूप में दर्शाया गया है और सुनने में आया इस फिल्म को खालिस्तानी बॉडीज ने पैसा लगाया था। 1991 फिल्म 30 लाख में बनी थी और अपने समय की हिट फिल्म थी जिसने उस समय में 1 करोड़ कमाया था इस बार दुबारा रिलीज होने पार 50 लाख
👇
कमा चुकी है लेकिन दूसरी तरफ 2023 में बनी फिल्म औंधे मुंह गिर गई है सिर्फ 1.5 करोड़ कमाने के बाद 2 करोड़ के लिए संघर्ष कर रही है। पंजाब के हिंदुओं ने 2023 की फिल्म का बहिष्कार किया है एवं 1991 दुबारा देखने गए हैं शायद इसी से ही पंजाब को हिंदुओं के ताकत का पता चला हो।
👇