अल्लाह तआ़ला का इरशाद है:~
बे-शक अल्लाह तआ़ला बीज़ और गुठली को फाड़ने वाले हैं_ वही जानदार को बे-जान से निकालते हैं और वही बे-जान को जानदार से निकालते हैं_ वही तो अल्लाह हैं जिनकी ऐसी क़ुदरत है, फिर तुम...
अल्लाह तआ़ला को छोड़कर कहां उसके ग़ैर की तरफ़ चले जा रहे हो ?
वही अल्लाह सुबह को रात से निकालने वाले हैं और उसने रात को आराम के लिए बनाया और उसने सूरज और चाँद की रफ़्तार को हिसाब से रखा, और उनकी रफ़्तार का हिसाब ऐसी ज़ात की तरफ़ से मुक़र्रर [तय] है जो बड़ी क़ुदरत और बड़े इल्म...