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#गफलत_में_मुसलमान____"पार्ट____:-4

हमने अपनी पिछले पोस्ट पार्ट___:-3 में जिक्र की थी किस तरह से यहूदी अपने बच्चों 4000 साल पुरानी तालीम दें रही है, और एक हम हैं जो 1400 साल की तालीम को भूल बैठे है___"

खैर आगे की बातों पर गौर की जाए अब__1/9
जिस वक़्त हम लोग चैन से सोते है, उस वक़्त वो लोग हमे हमेशा के लिए सुलाने की मंसूबा बना रहे होते है, वो अपनी औलादों के दिलों मे भर रहे है तलमूद की वो #लाइंस, जो आज के फितनों की जड़ है, वो कुछ इस तरह से है____"

"___We are choosen People of God and Other are Gentiles___"
इसकी मतलब एकदम साफ है, य़ाहुदीओं के हिसाब से वो खुदा के चुनिन्दा लोग है और बाकी सब यानि गैर य़ाहुदी जो भी है वो कीड़े मकौड़े हैं, वैसे ये इतनी सी बात नहीं है, बात इससे भी आगे तक की है, इन लाइन के आगे लिखी है,"___ये हमारे लिए बनी है, हम इनको जैसे चाहें वैसे इस्तिमाल
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#गफलत_में_मुसलमान____" पार्ट___:-3

हमने अपनी पिछली पोस्ट पार्ट____:- 2 में ज़िक्र की थी कि किस तरह से य़ाहुदी यानि दुश्मन अपनी औलादों को जंग की तालीम दे रहे हैं, वैसे आपको एक बात और बतानी चाहती हूँ, मुझे मालूम है लोग इसको जानते ही होंगे,
लेकिन फिर भी बतानी ज़रूरी है कि 1949 से पहले य़ाहुदिओं पर अपनी निजी कोई मुल्क नहीं थी, साथ ही साथ इन्होंने तक़रीबन 3000 साल से ज़्यादा अल्लाह का अज़ाब सहा है,इन पर अल्लाह ने बड़े बड़े शदीद अज़ाब नाज़िल किये हैं, जो इन पर वक़्त के हिसाब से आते रहे है____"
•इनकी तारीख भी सबसे पुरानी है तकरीबन 4000 साल से भी ज़्यादा, अब इतनी पुरानी तारीख को ये आजतक साथ लेकर चल रहे है, और अपने मकसद को पूरा करने के लिए ये तारीख नस्ल दर नस्ल देते आ रहे हैं, यानि अपनी इतनी पुरानी तारीख को आज तक संभाले हुए है, आप ज़रा अन्दाज़ा लगाए की
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#गफलत_में_मुसलमान____" पार्ट___:- 2

हमने पहले ही पार्ट___:-1 में ज़िक्र कि थी की मुसलमानों पर कितने बुरे वक़्त आ गई है और ये वक़्त हम पर क्यूँ आई है, तो आज हम अपनी पोस्ट मे इस पर तफ़सील से रोशनी डालने की कोशिश करूंगी___1/13
____:- सबसे पहले हम आपको बता देनी चाहती हूँ, जो कौम अपनी तारीख को याद नहीं रखती है, और उसको आगे तक यानी अपनी नस्लों को नहीं बताती है, तो याद रखें ऐसी कौम का मुस्तकबिल भी कोई खास नहीं होती है, जैसा की आज मुसलमानो का जो हाल हो रही है, क्यूंकि आज मुसलमान
अपनी तारीख को भूल चुके है, इन्हें ये भी याद नहीं है, की हम सदियों से सुल्तान रहे है इस दुनिया के____"

हमारे अदल ओ इंसाफ की लोग कसमें खाते नहीं थकते है, हमारे जानी दुश्मन भी हमारी तारीफ में कसीदे लिखते थे, हमारे हुक्मेरानों की तारीफ किये बिना रह नहीं पाते
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