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Most recents (5)

सनसनाती पवन पे लिखा हूं
तुम्हारा नाम
इतनी शिद्दत से गुनगुनाता हूं
तुम्हारा नाम
की मेरी आवाज तुम्हारे कानो को
मेरा अहसास करा देती होगी
महसूस कर सको मुझे
तो सुनना मेरी सदाए
कोयल की कूक में
उन हवाओं मे
जो छूकर तुम्हे गुजरती है
तो सुनना गौर से
तुम्हारे कानों में फुसफुसाता हूं मैं
१/२
नर्मी मेरी सांसो की
महसूस करना अपने गालों पे
तकोगी जब भी तुम
आईने के सामने खुदको,
महसूस करोगी तुम मुझे,
मेरी उंगलियों के पोर को
जो तुम्हारे गेशुओं को
संवारती मिलेगी
तुम्हारे होठों के पास जो तिल है
उसपे जुंबिश मेरे होंठों की
उफ्फ तेरा मेरी बांहों में
शरमाकर सिमट जाना
#RAni♥️♥️
२/२
Read 3 tweets
सुनो..
मैं कुछ लिख रहा हूं
जरा फुरसत से पढ़ना

मैं तुमसे प्यार करता हूं
ये तुम जानती हो

हां बदले में तुमसे
कुछ चाहता हूं

क्या .?
सवाल होंगे तुम्हारे मन में
तो सुनो_

ना तुम्हे छूना चाहता हूं
ना तुम्हारा जिस्म
ना तुम्हारे होंठों का चुम्बन
ना तुम्हारे साथ सोना
🖤❤️
१/४
तो फिर?
मैं चाहता क्या हूं तुमसे
जानना चाहोगी
चाहता हूं तुम्हारा साथ
चाहता हूं हाथों मे हाथ लेकर चलना
चाहता हूं तुम्हारे साथ जागना
चाहता हूं ढेर सारी बातें करना
चाहता हूं तुम्हारी आँखों मे झांकना
चाहता हूं तुम्हारी गेसुओं को सहलाना
चाहता हूं तुम्हारी गोद मे सुकून से सोना
🖤♥️
२/४
तुम्हारे चेहरे को हथेलियों में भरकर
तुम्हारी खुशबू को महसूस करना..

हौले से तुम्हारी पेशानी को चूम लेना
उसकी ठंडक को महसूस करना ..

पलको पे होंठ रख तुम्हें आश्वस्त करना
हर मुश्किल में मैं तुम्हारे साथ हूं..

तुम्हें अपने सीने से लगा लेना
की सुन सको तुम मेरी धड़कन
🖤❤️
३/४
Read 6 tweets
कितनी सारी चीजें हैं
मेरे जहन मे तुम्हारे लिए

परंतु निशब्द हो जाता हूं
जब भी महसूस तुम्हें करता हूं

असंख्य कविताएं
लिखने के बाद भी

तुम्हारे लिए जो प्रेम है
मेरे इस दिल में
शायद ही मैं
पूरा लिख पाऊं

जब कभी कविताओं मे
तुम्हें आकार देता हूं

कुछ अधूरापन
रह ही जाता है !
🖤♥️
१/२
वो तड़प
वो चाहत
वो कशिश
वो अहसास

क्या लिखूं मैं

अधूरी ख्वाहिशें
अधूरा मैं

क्या लिखूं मैं
कितना लिखूं मैं
असंख्य प्रेम कविताएं
लिखने के बाद भी
शायद ही मैं
मुकम्मल लिख सकूं

ये अधूरापन ही
मेरे प्रेम की खूबसूरती है !

मैं अधूरा ही
मुकम्मल हूं !

हां अधूरा ...
♥️🖤

#RAni♥️♥️
२/२
Read 3 tweets
आओ ना तुम मुंतजिर हूं मैं तेरा
जाने कब से
मेरे वजूद को खुद में
ढाल लो ना

हां,
कर दो तुम
मुकम्मल मुझे

आओ मेरे घर की दहलीज लांघ
मेरी दुल्हन बन कर

गुलाब की पंखुड़ियों सी सुहाग की सेज
तरस रही तेरी इक छुअन को

उमड़ों तुम मुझ पर
प्रेम की घटा बन कर

#RAni♥️♥️

१/२
आओ ना तुम पास मेरे
मुझसे मुझे चुरा लो ना

बांहों में भरकर मुझे
बर्फ की तरह पिघल जाओ ना

मेरे सांसों की नरमी से
मेरे आगोश की गर्मी से

दो ना मुझे ये मौका
की तेरी घूंघट को मैं हटाऊं

फिर तुम जताओ अपना हक
लुटाओ अपना प्यार मुझपर
जी भरकर ..

आओ ना तुम मुंतजिर हूं मैं ..
#RAni♥️♥️
२/२
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Threading @rvaidya2000 's tweets on #Rani Rampal, Hockey sensation
“I wanted an escape from my life; from the electricity shortages, to the mosquitoes buzzing in our ear when we slept, from barely having two square meals to seeing our home getting flooded when it rained. 1/n
Parents tried their best, but there was only so much they could doPapa was a cart puller -Maa worked asmaid.There was hockey academy near my home-I’d spend hours watching players practice- really wanted to play.Papa would earn Rs.80/day- couldn't afford to buy me a stick. 2/n
Everyday, I’d ask the coach to teach me too.He’d reject because I wasmalnourished. "You aren’t strong enough to pull through a practice session.’Found a broken hockey stick in field-began practicing-I didn’t have training clothes,so I was running around in salwar kameez. 3/n
Read 14 tweets

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