Discover and read the best of Twitter Threads about #आयुर्वेद

Most recents (6)

पश्चिम में ऐसी ऐसी वैज्ञानिक रिसर्च होती रहती हैं कि वे लोग आंख बंद करके एक तरफ चलने लगते हैं। पहले उन्होंने खूब नॉनवेज खाया, हर चीज में मांस खाया। अब जब यह शाकाहारी बने हैं तो शाकाहारी में अति करते हुए कह रहे हैं कि केवल कच्चा ही खाओ। नॉनवेज की बात तो छोड़ो हमें #शहद भी नहीं
👇 Image
पीना दूध भी नहीं पीना घी भी नहीं खाना, मक्खन भी नहीं खाना। यह सब अधकचरे या अधूरे ज्ञान की बातें हैं। खान पान से जुड़े जितने भी विचार पश्चिम से आये हैं जैसे डाइटिंग करें जैसे कीटो डाइट, जैसे लो-कार्ब डाइट, जैसे हाई-प्रोटीन डाइट जैसे इंटरमिटेंट फास्टिंग जैसे हर 2 घंटे में खाना
👇
थोड़ा-थोड़ा खाना यह सब #आयुर्वेद के हिसाब से उचित नहीं है। खाने-पीने में जितनी भी आज की रिसर्च है वह अधूरी है।

संपूर्ण रिसर्च तो यही है जो महर्षि #चरक, #सुश्रुत ने कहा है, उन्होंने आयुर्वेद में पक्का खाने की बात की है, सीमित मात्रा में कच्चा खाने की बात की है।

अंकुरित भोजन
👇
Read 6 tweets
#प्राचीन_भारत_के_13_विश्वविद्यालय
जहां पढ़ने आते थे दुनियाभर के छात्र

जिसे तुर्की मुगल आक्रमण ने सब नष्ट कर के जला दिया बहुत हिन्दू मंदिर लूटे गये नही तो मेगस्थनीज अलवरुनी,इउ-एन-सांग के ग्रन्थो से अति समृद्ध भारत के वर्णन है
वैदिक काल से ही भारत में शिक्षा को बहुत महत्व दिया गया Image
इसलिए उस काल से ही #गुरुकुल और आश्रमों के रूप में शिक्षा केंद्र खोले जाने लगे थे। वैदिक काल के बाद जैसे-जैसे समय आगे बढ़ता गया। भारत की शिक्षा पद्धति भी और ज्यादा पल्लवित होती गई। गुरुकुल और आश्रमों से शुरू हुआ शिक्षा का सफर उन्नति करते हुए विश्वविद्यालयों में तब्दील होता गया Image
पूरे भारत में प्राचीन काल में 13 बड़े विश्वविद्यालयों या शिक्षण केंद्रों की स्थापना हुई। 8 वी शताब्दी से 12 वी शताब्दी के बीच भारत पूरे विश्व में शिक्षा का सबसे बड़ा और प्रसिद्ध केंद्र था। #गणित, #ज्योतिष, #भूगोल, #चिकित्सा_विज्ञान(#आयुर्वेद ), #रसायन, #व्याकरण और Image
Read 25 tweets
क्या #वेद ईसा पूर्व मे था?
वर्तमान समय मे वेद पुस्तक को कहा जाता है, जो चार खंडो {(1) ऋज्ञवेद, 2) सामवेद, 3) यजुर्वेद, 4) अथर्ववेद} मे उपलब्ध है|
वेद ईसा पूर्व काल मे था इसको जानने के लिए वेद शब्द का अर्थ जानना होगा, तभी जान पाएंगे कि वेद पुस्तक ईसा पूर्व था भी की नही! #वेद पालि
शब्दकोश का शब्द है| कच्चान व्याकरण अनुसार विद धातु से वेद, विद्या, विद्यालय, वेदना, वेदगु, वेदयितं, वेदयामी, वेदमानो जैसा शब्द बना है| जो बुद्ध वंदना मे #लोक_विदु के तौर पर प्रयोग होता है, तो मिलिंद वग्गो के तीसरे अध्याय मे #वेदगू_पञ्हो और चक्रवर्ती सम्राट अशोकमौर्य द्वारा लिखित
"बैराट भाबरु" अभिलेख मे #विदितेवे के रूप मे मिलता है| जिसमे #लोक_विदु का अर्थ- संसार का ज्ञाता, #वेदगू-ऊँचतम अनुभवी, #विदितेवे-अनुभव प्राप्त करने वाला होता है| यानी #वेद का अर्थ अनुभव होता है👈 इसलिए तिपिटक मे भगवान बुद्ध को #तण्ह_वेदगु कहा जाता है| यानी स्वयं के अनुभव से तीन
Read 11 tweets
Thtead :
9 औषधियों के पेड़ पौधे जिन्हें नवदुर्गा कहा गया है -
प्रथम शैलपुत्री (हरड़) :कई प्रकार के रोगों में काम आने वाली औषधि हरड़ हिमावती है जो देवी शैलपुत्री का रूप है.यह आयुर्वेद की प्रधान औषधि है।
यह पथया, हरीतिका,अमृता, हेमवती,कायस्थ,चेतकी और श्रेयसी सात प्रकार की होती है।
द्वितीय: ब्रह्मचारिणी (ब्राह्मी)- यह आयु व याददाश्त बढ़ाकर, रक्तविकारों को दूर कर स्वर को मधुर बनाती है.इसलिए इसे सरस्वती भी कहा जाता है।

तृतीय:चंद्रघंटा (चंदुसूर) - यह एक ऎसा पौधा है जो धनिए के समान होता है यह औषधि मोटापा दूर करने में लाभप्रद है इसलिए इसे चर्महंती भी कहते हैं।
चतुर्थ :कूष्मांडा (कुम्हड़ा))- इस औषधि से पेठा (मिठाई) बनता है,यह रक्त विकार दूर कर पेट को साफ करने में सहायक है।मानसिक रोगों में यह अमृत समान है।

पंचम: स्कंदमाता (अलसी)- यह औषधि वात,पित्त व कफ रोगों की नाशक औषधि है और फाइबर अधिक होने के साथ यह रक्त शोधक भी है।
Read 6 tweets
#आयुर्वेद

... माझा एक वर्गमित्र आयुर्वेदिक डॉक्टर झाला... चांगली नाडी परीक्षा आहे... औषधे पण लागू पडतात... नेहमी गप्पा मारताना आयुर्वेदाची महती सांगतो... कावीळ या रोगावर ॲलोपॅथीत औषध नाही... आयुर्वेदात हमखास औषध आहे हे अभिमानाने सांगतो... अनेक आजार आयुर्वेदाने समूळ बरे करता
+
येतात असा त्याचा ठाम दावा असतो... त्याची तो रुग्णांच्या नावानिशी उदाहरणे देखील देतो... ॲलोपॅथीत या रोगांची लक्षणे तात्पुरती शमवली जातात असा त्याचा ठाम दावा असतो...
... एकदा मी त्याला सहज एखादा स्वस्त सुंदर टिकाऊ आयुर्वेदिक इलाज सुचव म्हणून मस्करीत विचारले... तो म्हणाला... तुला
+
कधी पार्टीत जेवण जास्त झाले आणि आता आपल्याला अपचन होणार असे जर वाटत असेल तर... दोन मोठे ग्लास उसाचा रस पिऊन बघ... दोन्ही ग्लास लागोपाठ प्यायचे... खाल्लेले अन्न तर पचतेच पण चार सहा तासांनी परत चुरचुरून भूकही लागते... मी दोन चार वेळा हा प्रयोग करून बघितला... अनुभव खूप चांगला आहे...
Read 13 tweets
#धागा

#आयुर्वेद च का?

Mayo Clinic वर प्रकाशित झालेल्या वैद्यकीय संशोधनानुसार; दोन वर्षे वयापेक्षा कमी असलेल्या बालकांना अँटिबायोटिक्स दिली गेल्यास पुढे जाऊन त्यांना त्वचाविकार, स्थौल्य, ADHD, पचनसंस्थेचे विकार, दमा इत्यादी त्रास होण्याची शक्यता कित्येक पटीने वाढते. +
जितक्या जास्त वेळा अँटिबायोटिक्स दिले जातील तितके गंभीर परिणाम त्या मुलांवरती पुढे जाऊन दिसू शकतात. Milk and Cookie Disease हा शब्ददेखील बालरोगतज्ज्ञांमध्ये आता रूढ झालेला आहे. दुध + बिस्किटे/ कुकीज देण्याच्या पाश्चात्य पद्धतीमुळे लहान मुलांच्या आरोग्यावर गंभीर परिणाम होतात. +
तज्ज्ञांच्या मतानुसार या दोन्ही गोष्टी प्रदीर्घ काळाकरता एकत्रितपणे सेवन केल्यावर त्याचे शरीरावरती अत्यंत हानीकारक असे परिणाम दिसून येतात.

गेली काही वर्षे आमच्यासारखे वैद्य सातत्याने वरील दोन्ही गोष्टींबाबत कंठशोष करून सांगत आहेत; की पुढच्या पिढ्यांची आयुष्य नासवू नका! +
Read 7 tweets

Related hashtags

Did Thread Reader help you today?

Support us! We are indie developers!


This site is made by just two indie developers on a laptop doing marketing, support and development! Read more about the story.

Become a Premium Member ($3.00/month or $30.00/year) and get exclusive features!

Become Premium

Too expensive? Make a small donation by buying us coffee ($5) or help with server cost ($10)

Donate via Paypal Become our Patreon

Thank you for your support!