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#काँग्रेस_के_कुकर्म Vs #इतिहास_ही_हमारी_धरोहर_है

☝जब यूनानी आक्रमणकारी #सेल्यूकस, #चन्द्रगुप्त_मौर्य से हार गया था और उसकी सेना बंदी बना ली गयी थी...

☝तब उसने अपनी खूबसूरत बेटी #हेलेना के विवाह का प्रस्ताव #चन्द्रगुप्त के पास भेजा..

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☝️सेल्यूकस की सबसे छोटी बेटी थी #हेलेन
☝जो बेहद खूबसूरत* थी,उसका विवाह #आचार्य_चाणक्य ने #प्रस्ताव मिलने पर #सम्राट_चन्द्रगुप्त से कराया था,

#चाणक्य ने विवाह से पहले #हेलेन और #चन्द्रगुप्त से कुछ शर्ते रखी,जिसके बाद उन दोनों का विवाह हुआ था...

👉पहली शर्त यह थी की उन दोनों
से उत्पन्न संतान उनके राज्य का #उत्तराधिकारी नहीं होगा और #कारण बताया की #हेलेन एक #विदेशी_महिला है,

हमारे भारत देश के #पूर्वजो से उसका कोई नाता नहीं है...
हमारी #भारतीय_संस्कृति से #हेलेन पूर्णतः #अनभिग्य है और

👉दूसरा कारण बताया की हेलेन विदेशी शत्रुओ की बेटी है, उसकी #निष्ठा
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#इतिहास नहीं #चश्मा बदलें
मैंने हजार साल के इतिहास को साफ किया
सब बादशाहों को निकाल दिया
स्याही पोत दी हर नाम पर
बाबर हुमायूं अकबर जहाँगीर शाहजहाँ को बेकिताब किया
बहादुरशाह ज़फ़र भी निर्वासित हुए
पन्ने फाड़ दिये मंगोल मुग़ल लोधी गुलामवँश के
ताजमहल को तेजोमहल किया
कुतुबमिनार और लाल क़िला तंबू से ढक दिया
इतिहास के पन्नों से फिर भी खून का रिसाव हो रहा
तलवारों और चीख़ों की आवाज़ें आ रही
घोडों की टापें हाथियों की चिंघाड़
दक्षिण के चोल चेर काकितेय राष्ट्रकूट पंडियन पल्लव लड़ रहे
उत्तर में चंदेल परमार सोलंकी प्रतिहार तलवारें भाँज रहे
बंगाल के पाल सेन लड रहे थे
मौर्य गुप्त कोशल मगध सीमाओं का विस्तार कर रहे
चोल राजेन्द्र साम्राज्य इंडोनेशिया तक ले गये
राजपूतों मराठों सिक्खों की तलवारें खिंची
दरबारों में भाई सामँत षड़यंत्र रच रहे
इतिहास के हर पन्ने पर खून की लकीरें पड़ी थी
जैन बौद्ध शैव वैष्णव सबमें वैमनस्य था
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#प्रधानमंत्री का झूठ- "#रेलवे में विकास 2014 के बाद शुरू हुआ।"

#देश का सच-

#चितरंजन रेल कारखाना- 26 जनवरी, 1950

#चेन्नई रेल कोच कारखाना- 2 अक्टूबर, 1955

#बनारस रेल कारखाना- 1961

रेल कोच फैक्ट्री #कपूरथला- 1985

रेल कारखाना, #बेंगलुरु- 1984
रेल कारखाना, #पटियाला- अक्टूबर, 1981

असली #इतिहास तो ये है कि 1950 में मोदी जी ने एक सुपर कंप्यूटर विकसित किया और उसी की मदद से दुनिया का पहला एक कोशिकीय जीव विकसित किया। उनकी अथक मेहनत से उन्होंने 2014 में एक-एक तिनके समेत पूरी दुनिया को डाउनलोड किया।
जब दुनिया के रचयिता वही हैं तो अलग से भारत की बात करना मूर्खता होगी। 2014 के पहले हिंदुस्तान समेत पूरी दुनिया की धरती पर सिर्फ पानी ही पानी था। इति सिद्धम!
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प्रायः ट्वीटर पर पोस्ट देखने में आती है कि हमें इतिहास में हिन्दू राजाओ के बारे में कम सुल्तानों या #मुग़लों के बारे में ज़्यादा पढ़ाया गया। ये वो लोग हैं जो धार्मिक ग्रंथों में वर्णित कपोल कल्पित बातों को तो आँख मीचकर मान लेते हैं+
#NCERT #UPBoard
#मुग़ल
#History #इतिहास
पर संदर्भो,तर्को के साथ लिखे इतिहास को अंग्रेजों और वामपंथियों द्वारा लिखा हुआ बताकर न केवल प्रश्नचिन्ह खड़े करते हैं बल्कि नकारने की हद तक चले जाते हैं. इस प्रकार की पोस्ट करने वाले लोग वो हैं जिनकी इतिहास में कोई रुचि कभी थी ही नहीं.और यदि अब है तो केवल राजनीतिक कारणों से या+
धर्मान्धता फैलाने के लिए. यदि आप ऐसी कोई ट्वीटर पर देखें तो पहले ये पूछें उससे कि क्या कक्षा 10 वीं पास करने के बाद उसने इतिहास विषय को चुना या साइंस अथवा कॉमर्स लेकर आगे का अध्धयन किया. यदि उसने साइंस या कॉमर्स चुनकर आगे की पढ़ाई की है तो उसे बताएं कि उसने 10 वीं तक इतिहास+
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वाक़ई #मौसम_बदल_गया_है !

#कोलकाता में #शाहरुख_ख़ान ने कहा था,"अपनी सीट की बेल्ट बांध लीजिए मौसम बदलने वाला है"। उधर सिनेमा हॉल्स में #पठान चढ़ी इधर वाक़ई मौसम बदल गया आसमान में बादलों से हल्की बूंदा-बांदी भी होती रही। ये"#बॉयकॉट_गेंग" के ग़म में टपकने वाले
आंसू भी हो सकते हैं। इधर फ़िल्म ने एडवांस बुकिंग के रिकार्ड ध्वस्त हुए,उधर कुछ लोगों के अरमान। #इतिहास तो हमें यही बताता है कि,फ़िल्म के चलने और न चलने का बॉयकॉट से दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं होता पर कुछ लोगों की #मूर्खतापूर्ण ज़िद ने पठान को बैठे बैठाए सुपर हिट
बना दिया । ये भी अजीब इत्तेफाक है कि,जब भी #चाइना बॉर्डर पर हालात बिगड़ते हैं,उसी समय शाहरुख़ परिवार भी ख़तरे में आ जाता है। पहले बेटा आर्यन,और उसके बाद स्वयं शाहरूख। पिछले 8 वर्षों में कभी सुना है कि,देश का सब से ताक़त वर व्यक्ति राष्ट्रीय कार्यकारिणी में किसी फ़िल्फ़
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होड़ लगी है पूरे देश में...
..
महाराणा प्रताप को #राजपूत बताने की,
शिवाजी महाराज को #मराठा बताने की,
..
महाराजा सूरजमल को #जाट बताने की,
सरदार वल्लभ भाई पटेल को
#पाटीदार बताने की,
..
पर कोई भी यह नहीं कह रहा है कि ये सब #हिन्दू थे।
#मां भवानी केवल #मराठा हो गई,
..
#वीर तेजाजी केवल जाट हो गए,
मां करणी केवल ठाकुर हो गयी,
..
#भगवान देवनारायण केवल गुर्जर रह गये,
#महर्षि वाल्मीकि केवल शुद्र हो गए,
..
#भगवान राम केवल क्षत्रिय हो गए,
#भगवान कृष्ण केवल यादव हो गए,
..
#भगवान शिव केवल वनवासी हो गए,
#महिषासुर उनका भगवान बन गया,
..
#रावण उनका देवता बन गया,
#माँ सीता केवल महिला बन गईं,
..
#महर्षि मनु केवल अत्याचारी बन गए,
#महात्मा बुद्ध केवल कर्मकांड विरोधी हो गए,
..
#गुरु नानक देव केवल सिख हो गए,
#महावीर स्वामी केवल जैन हो गए,
..
और तो और भगवान #परशुराम ब्राह्मण हो गए!
पर एक बात बताओ?
..
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होड़ लगी है पूरे देश में...
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महाराणा प्रताप को #राजपूत बताने की,
शिवाजी महाराज को #मराठा बताने की,
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महाराजा सूरजमल को #जाट बताने की,
सरदार वल्लभ भाई पटेल को
#पाटीदार बताने की,
..
पर कोई भी यह नहीं कह रहा है कि ये सब #हिन्दू थे।
#मां भवानी केवल #मराठा हो गई,
..
#वीर तेजाजी 👇
केवल जाट हो गए,
मां करणी केवल ठाकुर हो गयी,
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#भगवान देवनारायण केवल गुर्जर रह गये,
#महर्षि वाल्मीकि केवल शुद्र हो गए,
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#भगवान राम केवल क्षत्रिय हो गए,
#भगवान कृष्ण केवल यादव हो गए,
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#भगवान शिव केवल वनवासी हो गए,
#महिषासुर उनका भगवान बन गया,
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#रावण उनका देवता बन गया,
#माँ सीता केवल महिला बन गईं,
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#महर्षि मनु केवल अत्याचारी बन गए,
#महात्मा बुद्ध केवल कर्मकांड विरोधी हो गए,
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#गुरु नानक देव केवल सिख हो गए,
#महावीर स्वामी केवल जैन हो गए,
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और तो और भगवान #परशुराम ब्राह्मण हो गए!
पर एक बात बताओ?
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क्या हम हिन्दू #पतन की और नहीं जा रहे ?
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ॲड ऑन: चायनीज लेखन संस्कृतीच्या विपुल उपलब्धतेमागे अनेक कारणे आहेत. चायनीज लिपीत वर्णमाला नसते, प्रत्येक वर्ण हा एक शब्द असतो. चायनीज बोलीभाषा कितीही वैविध्यपूर्ण असल्या तरी लिहण्यासाठी वापरली जाणारी लिपी सारखी राहते. 'ऑरकल ऑफ बोन्सच्या' उपलब्ध ऐतिहासिक ठेवीमुळे चायनीज
इतिहास लिखित स्वरूपात उपलब्ध आहे. चायनीज इम्पायरला संस्कृतीशी एकसंध ठेवण्यामागचे सर्वात महत्त्वाचे कारण हेच राहिलेय. याउलट भारतीय उपखंडात संस्कृतचे प्राबल्य असले तरी तिची लिपी वेगवेगळ्या ठिकाणी बदलत गेली त्यासोबतच विविध भाषांचा उगम बौध्द कालवधीनंतर वाढला. श्रुति व स्मृतीची ऐकीव
परंपरा वाढत गेली नंतर तिला Rhythmic मंत्रोच्चाराची पाश्र्वभूमी लाभली. सुस्पष्ट मंत्रोउच्चारांशिवाय प्राप्ती होत नसल्याच्या भावनेने भाषेला आणखी जटील बनवले.

भारतीय संस्कृती ती वैदिक असो वा सब अल्टर्न असो तिला ऐकिव/मौखिक इतिहासाची पाश्र्वभूमी आहे. Sub altern मांडणी तर मौखिक
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आज मीर क़मर-उद-दीन सिद्दीकी की 350वीं जयंती है; इतिहास में निजाम-उल मुल्क आसफ जाह प्रथम के रूप में जाना जाता है, जो राजवंश के संस्थापक थे, जिन्होंने 18 वीं शताब्दी की शुरुआत में हैदराबाद पर सितंबर 1948 में आक्रमण तक अपनी स्थापना के बाद से #हैदराबाद पर शासन किया था।
आसफ जाह प्रथम का जन्म आगरा में, 1671 में, सम्राट औरंगजेब आलमगीर (आरए) के शासनकाल के दौरान हुआ था, और उन्होंने अपने जीवनकाल में कम से कम 7 मुगल सम्राटों की सेवा की।
उनके दोनों दादा उच्च कोटि के मुगल रईस थे, उनके नाना सम्राट शाहजहाँ के वज़ीर थे।
निज़ाम-उल-मुल्क के पिता, गाज़ी-उद-दीन बहादुर फ़िरोज़ जंग मुग़ल सिंहासन के प्रति अथक वफादार थे, और बादशाह औरंगज़ेब (आरए) के पसंदीदा थे, जिन्होंने सम्राट बहादुर शाह प्रथम के अधीन गुजरात के राज्यपाल के रूप में कार्य किया था।
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#किल्ले_तिकोना #मावळ #Sanket_Jagtap
पवना नदीवरील धरणाजवळ पुण्याच्या साधारण ६० कि.मी. अंतरावर असणारा हा किल्ला समुद्रसपाटीपासून सुमारे ३,५०० फूट उंच आहे. या किल्ल्यावरून ३-४ कि.मी. अंतरावरील तुंग किल्ला दिसतो. किल्ल्याच्या त्रिकोणी आकारामुळे याला तिकोना असे नाव पडले आहे .
#इतिहास
तिकोना गडाचा फारसा इतिहास उपलब्ध नाही. परंतु पंधराव्या शतकाच्या अखेरीस, मलिक अहमद निजामशहा याने इ.स. १४८२-८३ च्या सुमारास जुन्नर प्रांतावर स्वारी करून जुन्नरचा बराचसा प्रांत आपल्या ताब्यात घेतला. त्यानंतर त्याने लोहगड काबीज केला.
नंतर त्याने आपला मोर्चा तुंग व तिकोना गडांकडे वळविला.इ.स. १५८५ मध्ये मलीक अहमद निजामशाहने हा किल्ला जिंकून निजामशाहीत आणला. इ.स. १६५७मध्ये शिवाजी महाराजांनी हा किल्ला जिंकून परत स्वराज्यात आणला. पुढे ११ जून १६६५ साली झालेल्या इतिहास प्रसिद्ध 'पुरंदरचा तहात'
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#किल्ले_तुंग #Sanket_Jagtap
११ जून १६६५ रोजी झालेल्या पुरंदरच्या तहात शिवाजी महाराजांनी जयसिंगाला दिलेल्या २३ किल्ल्यांपैकी तुंग हा एक किल्ला होता.
#इतिहास
पवन [मावळ] प्रांतातील तुंग किल्ला हा एक घाटरक्षक दुर्ग म्हणून ओळखला जातो.
पूर्वी बोरघाटामार्गे चालणा-या वाहतुकीवर नजर ठेवण्यासाठी या किल्ल्याचा उपयोग होत असे. या किल्ल्यावरून पवना धरण,लोहगड, विसापूर,तिकोणा,मोरगिरी पवन मावळ हा सर्व परिसर नजरेत येतो.

या किल्ल्याला तशी वैभवशाली इतिहासाची परंपरा लाभलेली नाही.
मात्र १६५७ मध्ये मावळ प्रांतातील इतर किल्ल्यांसमवेत हा किल्ला देखील स्वराज्यात सामील झाला. सन १६६० मध्ये या भागाच्या सुरक्षिततेसाठी[नेताजी पालकर]यांची नियुक्ती झाली. जयसिंगाने आणि दिलेरखानाने आपल्या स्वारीच्या वेळी ६ मे १६६५ रोजी तुंग आणि [तिकोना] या भागातील अनेक गावे जाळली
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आर्य बाहर से आये थे। राम और कृष्ण मिथिकल करैक्टर्स हैं। गौतम बुद्ध बौद्ध धर्म में पैदा हुए थे। हिदू थे ही नहीं। जलेबी-समोसा, हलवा-पूरी मुगल लाये थे। पृथ्वीराज चौहान ने दिल्ली पर कभी शासन नही किया।ज्ञानवापी नवमी सदी की मस्जिद है।औरंगजेब महान राजा था।
इति इतिहास।
पांचवी सदी में अरब देशों में दूध की नदियां बहती थीं। विज्ञान और शिक्षा का प्रसार अपने चरम पर था। दूध की बाहुल्यता को देखकर एक महान अरबी साइनिस्ट ने दूध को संकुचित कर पेट्रोलियम में बदल दिया जिसके दुष्परिणाम से समूची धरा मरुस्थल में तब्दील हो गयी थी।
#इतिहास
पृथ्वीराज चौहान, राणा प्रताप और शिवाजी वस्तुतः इतने वीर और पराक्रमी नही थे। इनकी वीरता की कहानियां हिंदुओं के अहं तुष्टि के लिये कॉलोनियल इतिहासकारों द्वारा डिवाइड एंड रूल पॉलिसी के तहत गढ़ी गयी थी। शिवाजी तो आगरा से भागने के बाद भी औरंगजेब को चिट्ठी लिखते थे।
#इतिहास Image
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#ज्ञानवापी_मंदिर इतिहास !

शंभू महादेवाच्या १२ज्योतिर्लिंग पैकीं एक ज्योतिर्लिंग म्हणजे #काशी_विश्वनाथ यामंदिराचा उल्लेख स्कंद पुराणातही करण्यात आलेला आहे.
#इतिहास
✨११९४मध्ये मोहम्मद गौरीचा सेनापती आणि नंतर झालेला सुलतान कुतुबुद्दिन ऐबक याने पाहिले उध्वस्त केले.
✨१२३०मध्ये
१/८
मंदिराची पुन्हा एका गुजराती व्यापाऱ्याने उभारणी केली.
✨१४४७-१४५८ मध्ये हुसैन शाह शरिकी याने अर्धवट उध्वस्त केले.
✨१४८९-१५१७मध्ये पुन्हा राहिलेले सिकंदर लोदी याने हे मंदिर उद्ध्वस्त केले.
✨१५८५मध्ये अकबराचा अर्थमंत्री राजा तोडरमल याने हे मंदिर पुन्हा उभारले.
✨त्या नंतर१६६९
२/८
मध्ये औरंग्या ने काही भाग उधवस्त करून मशीद उभारली होती.यात पण तर्क वितर्क आहेत.
✨१७८० मध्ये आपल्या इंदूर च्या महाराणी अहिल्याबाई होळकर यांनी या मंदिराचा जिर्णोद्धार केला.
✨१८६८ मध्ये #The_Sacred_City_of_Hindu या रेव्ह.एम्.ए.यांच्या बुक मध्ये ज्ञानवापी मशिदीत ४ही कोपऱ्यात
३/८
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1.
⚔️ यदि हमारे #पूर्वज युद्ध हारते ही रहे, तो हम 1200 साल से जिंदा कैसे हैं?
▪️हम 1200 सालों से हिन्दू कैसे बने हुए हैं?
▪️हमारे पूर्वजों की भूमि की चौहद्दी प्रायः वैसी ही क्यूँ है?
▪️और उसी चौहद्दी को पुनः हासिल करने को हम प्रतिबद्ध क्यूँ है?
आजकल लोगों की एक सोच बन गई है.
👇👇
2.
कि
⚔️ #राजपूतों ने लड़ाई तो की, लेकिन वे एक हारे हुए योद्धा थे,
▪️जो कभी अलाउद्दीन से हारे,
▪️कभी बाबर से हारे,
▪️कभी अकबर से,
▪️कभी औरंगज़ेब से.!
⚔️ पर क्या वास्तव में ऐसा ही है?
▪️यहां तक कि समाज में भी ऐसे कईं राजपूत हैं, जो महाराणा प्रताप, पृथ्वीराज चौहान
@vishalurll
👇👇
3.
जैसे योद्धाओं को महान तो कहते हैं,
लेकिन उनके मन में ये हारे हुए योद्धा ही हैं?
⚔️ महाराणा प्रताप के बारे में ऐसी पंक्तियाँ गर्व के साथ सुनाई जाती हैं :-
"जीत हार की बात न करिए, संघर्षों पर ध्यान करो"
"कुछ लोग जीतकर भी हार जाते हैं, कुछ हारकर भी जीत जाते हैं"
@geet779
👇👇
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गुर्जर जाति द्वारा दक्षिण एशिया मे महान गुर्जरदेश गुर्जरात्रा देश स्थापित किया था जो राजवंश गुर्जर जाति का गुर्जर प्रतिहार साम्राज्य कहा जाता था
#गुर्जर_प्रतिहार_सम्राट_मिहिरभोज
#गुर्जर_प्रतिहार_सम्राट_पृथ्वीराजचौहान
#Gurjara_Pratihara_Empire
#Gurjar
#History
#इतिहास
#Gujratra
गुर्जर जाति द्वारा दक्षिण एशिया मे महान गुर्जरदेश गुर्जरात्रा देश स्थापित किया था जो राजवंश गुर्जर जाति का गुर्जर प्रतिहार साम्राज्य कहा जाता था
#गुर्जर_प्रतिहार_सम्राट_मिहिरभोज
#गुर्जर_प्रतिहार_सम्राट_पृथ्वीराजचौहान
#Gurjara_Pratihara_Empire
#Gurjar
#History
#इतिहास
#Gujratra
गुर्जर जाति द्वारा दक्षिण एशिया मे महान गुर्जरदेश गुर्जरात्रा देश स्थापित किया था जो राजवंश गुर्जर जाति का गुर्जर प्रतिहार साम्राज्य कहा जाता था
#गुर्जर_प्रतिहार_सम्राट_मिहिरभोज
#गुर्जर_प्रतिहार_सम्राट_पृथ्वीराजचौहान
#Gurjara_Pratihara_Empire
#Gurjar
#History
#इतिहास
#Gujratra
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आदिवाराह विष्णु अवतार गुर्जर राजवंश के मुकुटमणि #गुर्जर_प्रतिहार_सम्राट_मिहिर_भोज
जिन्होंने दक्षिण #एशिया मे पहला हिंदू साम्राज्य स्थापित किया
#Gurjara_Pratihara_Empire
#गुर्जरात्रा
#Gujratra
#History
#इतिहास
#GurjarSamratPrithviRajChauhan
#Gurjar
#गुर्जर_सम्राट_पृथ्वीराजचौहान
आदिवाराह विष्णु अवतार गुर्जर राजवंश के मुकुटमणि #गुर्जर_प्रतिहार_सम्राट_मिहिर_भोज
जिन्होंने दक्षिण एशिया मे पहला हिंदू साम्राज्य स्थापित किया
#Gurjara_Pratihara_Empire
#गुर्जरात्रा
#Gujratra
#History
#इतिहास
#GurjarSamratPrithviRajChauhan
#Gurjar
#गुर्जर_सम्राट_पृथ्वीराजचौहान
आदिवाराह विष्णु अवतार गुर्जर राजवंश के मुकुटमणि #गुर्जर_प्रतिहार_सम्राट_मिहिर_भोज
जिन्होंने दक्षिण एशिया मे पहला हिंदू साम्राज्य स्थापित किया
#Gurjara_Pratihara_Empire
#गुर्जरात्रा
#Gujratra
#History
#इतिहास
#GurjarSamratPrithviRajChauhan
#Gurjar
#गुर्जर_सम्राट_पृथ्वीराजचौहान
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Thread :

#इतिहास में अद्वितीय है माता गुजरी, जिन्होंने अपने पति गुरु तेग बहादुर जी को भेजा था धर्मरक्षा हेतु शहीदी के लिए।

#SikhHistory
#ਮਾਤਾ_ਗੁਜਰੀ_ਦੇ_ਲਾਲ Image
नारी शक्ति की प्रतीक, वात्सल्य, सेवा, परोपकार, उत्सर्ग की शक्तिस्वरूपा माता गुजरी जी का जन्म #करतारपुर (#जालंधर) निवासी लालचंद व बिशन कौर जी के घर सन् 1627 में हुआ था। 8 वर्ष की आयु में उनका विवाह करतारपुर में श्री तेग बहादुर साहब के साथ हुआ।
#SikhHistory
#ਮਾਤਾ_ਗੁਜਰੀ_ਦੇ_ਲਾਲ Image
विवाह के कुछ समय पश्चात गुजरी जी ने करतारपुर में मुगल सेना के साथ युद्ध को अपनी आंखों से मकान की छत पर चढ़कर देखा। उन्होंने गुरु तेग बहादुर जी को लड़ते देखा और बड़ी दिलेरी से उनकी हौसला अफजाई कर अपनी हिम्मत एवं धैर्य का परिचय दिया।

#SikhHistory
#ਮਾਤਾ_ਗੁਜਰੀ_ਦੇ_ਲਾਲ Image
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#वाचन #म #धागा

“शिवाजी महाराज सिडनीच्या लायब्ररीमध्ये”

ह्या आठवड्यात घडलेली एक अतिशय सुखद घटना:

काम संपल्यावर संध्याकाळी वाचायला पुस्तकं आणावीत म्हणून सिडनी मधल्या एका जगप्रसिद्ध वाचनालयात गेलो होतो. नवीन आलेल्या पुस्तकांविषयी ग्रंथपालासोबत गप्पा मारताना त्यांना विचारले
1/9👇
आंतरराष्ट्रीय विभागात वाचण्यासारखे काय आहे?
तर त्यांनी ३-४ ग्रीक आणि इतर युरोपीय पुस्तकांविषयी सांगितले आणि मग म्हणाले,

भारतातल्या एका महान राजाविषयी नुकतेच एक पुस्तक आम्ही आमच्या संग्रहात समाविष्ट केले आहे - “द ग्रेटेस्ट किंग शिवाजी”.

मी जागेवर उडीच मारली!👇2/9
आणि गप्पा आवरत्या घेऊन दुसऱ्या मजल्यावरच्या आंतरराष्ट्रीय पुस्तकांच्या विभागाकडे वळलो.

तिथे हाती लागलं हे हिंदी भाषेतलं डॉ. हेमंतराजे गायकवाड लिखित "शिवाजी महाराज द ग्रेटेस्ट" हे अनोखं पुस्तक..

तुकाराम महाराज म्हणतात तसं 'आनंदाचे डोही आनंद तरंग' अशीच अवस्था झाली माझी..
👇 3/9
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1.
#अथ_श्री_महान_भारत_कथा ...
#मोदीजी द्वारा, पीछे हटने का #रहस्य , समझना है तो , #श्रीकृष्ण - बलराम के इस संवाद को समझो 👇👇
🔱 #रथों के पहियों और घोड़ो की टापों से उड़ती धूल के बीच, आंखों से ओझल होते नगर को उन्होंने आखरी बार देखा और हाथ जोड़ अपना अंतिम #प्रणाम किया...🙏
Cont2
2.
"शायद मन ही मन #जन्मभूमि से क्षमा भी मांगी"..!
🔱 तभी कंधे पर हाथ रख #दाऊ ने पूछ लिया...
क्या निर्णय सही है तुम्हारा.?
क्या जिस #क्षत्रियधर्म का तुम दूसरों को ज्ञान देते हो, उसकी #मर्यादा का ये उलंघन नहीं.?
🔱 दाऊ, क्षत्रिय धर्म से ऊपर होता है #राजधर्म ..
और राजधर्म...
Cont3
3.
का अर्थ है, #प्रजा का सुख, उसका #विकास, उसकी #समृद्धि ..
और इसके मार्ग में आने वाले प्रत्येक अवरोध को दूर करना राजा के तौर पर मेरा सर्वप्रथम #कर्तव्य है😑
🔱 हाँ, आज #क्षत्रित्व शायद हारा हो, पर #धर्म पालन हुआ है!
मेरे क्षत्रित्व का भार, प्रजा के कंधों पर नहीं हो सकता!
Cont4
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#छत्रपती_शिवाजी_महाराज आणि #इतिहास
शिवाजी महाराजांच्या आरमाराचा प्रमुख कोण होता ??
खोटे उत्तर - दौलत खान.
खरे उत्तर - याच दौलतखानाने परत सिद्दीशी हातमिऴवणी केली. त्या अगोदरच राजांनी दर्यासारंगास आरमार प्रमुख नेमले होते.
शिवाजी महाराजांच्या घोडदळाचा प्रमुख कोण होता ??
खोटे उत्तर - सिद्दी हिलाल
खरे उत्तर - हा बाटगा सिद्दी हिलाल शाहेस्तेखानाला गुप्त बातम्या पुरवत होता. तेव्हा आमच्या बहीर्जी नाईकांनी याला वाटेतच ठार केला.
शिवाजी महाराजांचा पहिला सर-सेनापती कोण होता ?? खोटे उत्तर - नूरखान
खरे उत्तर - पहिले सेनापती माणकोजी दहातोंडे होते.
नूरखान हा दरोडेखोर होता जुन्नर मावऴात.
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१०० नंबरी सोन!

छत्रपती शिवाजी महाराजांचा इतिहास म्हटलं की एक नाव डोळ्यासमोर येत ते म्हणजे - श्रीमंत शिवशाहीर बाबासाहेब पुरंदरे.. एक ऋषितुल्य व्यक्तिमत्त्व

पूर्ण नाव - बळवंत मोरेश्वर पुरंदरे. १/

#बाबासाहेब_पुरंदरे_शताब्दी
लहानपणापासून इतिहासाचं बाळकडू मिळालेले बाबासाहेब पुढे जाऊन एवढं भव्य कार्य करू शकले त्याची गोम खरी त्यांच्या बालपणात आहे. खुद्द पुरंदरे घराण्यात जन्म झाला. अस घराणं ज्याने शेकडो वर्षे ह्या महाराष्ट्राची सेवा केली. अशा समृद्ध इतिहासाचा वारसा लाभलेले बाबासाहेब. २/
बाबासाहेबांनी कधीही हातच राखून सांगितलं नाही. जे इतिहासात सापडलं ते तसच्या तस त्यांनी जगासमोर मांडलं. या महाराष्ट्राला कोमल, नाजूक नव्हे तर रांगडेपणाची सवय आहे पण कालौघात त्याच विस्मरण झालं. पण तो अज्ञानाचा थर बाजूला करण्याचं काम त्यांनी केलं आणि ३/
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#इस👇Tweet के सभी #भाग को पढ़ें

#शक्कर 45 से 35 हो गई, मिठाई #खाओ
क्यों पेट्रोल-#डीजल को रो रहे हो

#दालें 125 से 80 पर आ गई, दाल #तड़का खाओ,
क्या पेट्रोल-डीजल को #रो रहे हो

6 साल #पहले 2 लाख रुपये का #इंश्योरैंस 5000/- से 6000/- में मिलता था, #आज 330/- प्रति वर्ष में मिलता है
लेकिन पीना तो #पेट्रोल है 😢😭😢

सीमेंट की #कीमत रुपये में - भारत 250; नेपाल 600; बांग्लादेश 500; श्रीलंका 500 लेकिन पीना तो #पेट्रोल है ?😢😭😢😭

6 साल #पहले 1000 Km के हवाई सफर का किराया 5000/- था, आज 6 साल बाद #लगभग 3400 है। लेकिन पीना तो #पेट्रोल है 😢😭😢
जब टमाटर 100रुपये #किलो थे, तब चिल्ला रहे थे टमाटर #महंगे हैं।
अब 20 रुपये #किलो है।
अब खरीद लो और बाकि 80रु बचे उसका #पेट्रोल भरवा लो
😄😜😜😝

6 साल पहले रेलवे #स्टेशन पर सीढ़ी पर चल कर जाना पड़ता था, आज #एक्सीलेटर पर चढ़ कर जाते है, लेकिन पीना तो #पेट्रोल है 😢😭😢
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इंग्रजांनी नोट छापण्याकरिता नाशिक ठिकाणचं का ठरवलं (#इतिहास)
पैसे छापणे हा नाशिकचा खुप जुना व्यवसाय आ। हे. आजही नाशकात भद्रकाली परिसरात एक टांकसाळ गल्ली आहे. इथल्या टांकसाळे वाड्यात मुठ्ठल नामक परिवार राहायचा. त्यांना पेशव्यांनी टांकसाळे हे आडनांव दिले होते.
#म #मराठी
बडोद्याचे गायकवाड नाशकातल्या टांकसाळीतून १७६९ ते सुमारे १७७२ या कालावधीत आपली नाणी पाडत असत. पेशवाईत नाणी पडण्याच्या भानगडीत सरकार पडत नसे. नाणी पाडणे हा खाजगी धंदा असायचा. हा व्यवसाय सुरु करायला सरकारची परवानगी मात्र घ्यावी लागे. अर्थात सरकार नाणी पडण्याचा मोबदला मात्र घेत असे.
१७५०च्या सुमारास दोन कासारांना नाणी पाडण्याची परवानगी मिळाली होती. तीन वर्षाच्या लायसन्ससाठी त्यांना १२५ रुपये फी भरावी लागली होती. शिवाय गिऱ्हाईकानी नाणी पाडण्यासाठी टांकसाळीत चांदी जमा करायची आणि दर शेकडा नाण्यांच्या मागे सरकारला काही करही द्यावा लागे.
#म #मराठी
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थ्रेड.... Must read...

#कम्युनिस्ट क्या है, कौन है, थोड़ा समझिए..

यदि आपके घर में काम करने वाले नौकर से कोई आकर कहे, कि तुम्हारा मालिक तुमसे ज्यादा क्यों कमा रहा है?

तुम उसके यहां काम मत करो, उसके खिलाफ #आंदोलन करो, उसे मारो और अगर जरूरत पड़े तो #हथियार उठाओ, Image
हथियार मैं ला कर दूंगा👈👈👈 यह सलाह देने वाला व्यक्ति कम्युनिस्ट है..

यदि आपके घर में आपको पलंग से चोट लग जाए तो यह व्यक्ति आकर आपको बोलेगा कि यह घर तुम्हारे लायक नहीं, तुम्हारा #दुश्मन है, इसे तोड़ दो, मैं तुम्हें इससे अच्छा घर दिलाऊंगा👈👈👈यह आदमी कम्युनिस्ट है..
कोई शैतान बच्चा जिसने साल भर पढ़ाई नहीं करी और परीक्षा में उसके फेल होने के पूरे आसार हैं, उसके पास जाकर बोलना कि तुम नकल करो और जो कोई रोके उसे मारो👈👈👈यह सलाह देने वाला कम्युनिस्ट है..

अगर कोई गरीब #मजदूर, जो किसी ठेकेदार या किसी #पुलिस वाले का सताया हो,
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