Discover and read the best of Twitter Threads about #रामायण

Most recents (18)

#कहानी 1976 में शुरू हुई..
फ़िल्म निर्माता-निर्देशक रामानंद सागर अपनी फिल्म 'चरस' की शूटिंग के लिए स्विट्जरलैंड गए। एक शाम वे पब में बैठे और रेड वाइन ऑर्डर की। वेटर ने वाइन के साथ एक बड़ा सा लकड़ी का बॉक्स टेबल पर रख दिया। रामानंद ने कौतुहल से इस बॉक्स की ओर देखा।
👇 Image
वेटर ने शटर हटाया और उसमें रखा टीवी ऑन किया। रामानंद सागर चकित हो गए क्योंकि जीवन मे पहली बार उन्होंने रंगीन टीवी देखा था। इसके पांच मिनट बाद वे निर्णय ले चुके थे कि अब सिनेमा छोड़ देंगे और अब उनका उद्देश्य प्रभु राम, कृष्ण और माँ दुर्गा की कहानियों को टेलेविजन के
👇
माध्यम से लोगों को दिखाना होगा।
भारत मे टीवी 1959 में शुरू हुआ। तब इसे टेलीविजन इंडिया कहा जाता था। बहुत ही कम लोगों तक इसकी पहुंच थी। 1975 में इसे नया नाम मिला दूरदर्शन। तब तक ये दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई और कोलकाता तक सीमित था, जब तक कि 1982 में एशियाड खेलों का प्रसारण
👇
Read 16 tweets
#8_सबूत जो साबित करते हैं कि #रामायण “काल्पनिक” नहीं है, यह हमारा #जीता_जागता “इतिहास” है…!!! 🌿

#थ्रेड👇

जय-जय श्री राम 🙏🚩
जय बजरंगबली हनुमान🙏🚩 Image
1. राम सेतु
धनुषकोडी को वह स्थान माना जाता है जहां भगवान राम ने वानर सेना को एक पुल बनाने के लिए कहा था जो उनकी सेना को लंका तक ले जा सके।
नासा की तस्वीरें और क्षेत्र में तैरते पत्थरों की मौजूदगी राम सेतु पुल के ऐतिहासिक अस्तित्व की ओर इशारा कर रही है। Image
2. पुष्पक विमान मार्ग
निर्देशांक (N,E)
नाशिक 19.99°, 73.78°
हम्पी 15.33°, 76.46°
लेपाक्षी 13.80°, 77.60°
श्रीलंका 7.87°, 80.77°
यह पुष्पक विमान का मार्ग है जब मां सीता का हरण हुआ था। आश्चर्यजनक रूप से सभी एक #सीधी_रेखा में स्थित हैं। हजारों साल पहले वाल्मीकि को कैसे पता चला? Image
Read 9 tweets
@Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @aryavratvijayat @SathyavathiGuj1 @satyabhanushas3 @sanjay16sanjay @NandiniDurgesh5 @DPRASADDWIVEDI1 @Radhika_chhoti @Govindmisr @SahayRk483098 @MukulWatsayan @AnnpurnaU #जाबालि कहकर भी सम्बोधित किया जाता है।

#रामायण में #श्रीराम के साथ इनका प्रसंग आता है।

ऋषि जाबालि का #जबलपुर से बहुत गहरा नाता रहा है।

#कुलगुरु_वशिष्ठ जी की अनुशंसा पर #महाराजा_दशरथ द्वारा जबलपुर के ऋषि जाबालि को अयोध्या में #मुख्य_याजक ( #यज्ञ_प्रमुख ) नियुक्त किया गया था। Image
@Sabhapa30724463 @ShashibalaRai12 @aryavratvijayat @SathyavathiGuj1 @satyabhanushas3 @sanjay16sanjay @NandiniDurgesh5 @DPRASADDWIVEDI1 @Radhika_chhoti @Govindmisr @SahayRk483098 @MukulWatsayan @AnnpurnaU देववाणी संस्कृत में रचित #वाल्मीकि_रामायण और लोकभाषा अवधि में रचित तुलसीदास जी की #रामचरितमानस में आये उल्लेखों के अनुसार भरत जी के साथ जिस प्रतिनिधिमंडल ने ब्रह्मर्षि वशिष्ठ के नेतृत्व में चित्रकूट की तरफ प्रस्थान किया था, उसमें जबलपुर और जालौर के साधक ऋषि जाबालि भी शामिल थे। Image
Read 32 tweets
#रंगीला_बाबू_की_असलियत👇
एक बार वाल्मीकि बस्ती के मंदिर में गांधी कुरान का पाठ कर रहे थे तभी भीड़ में से एक महिला ने उठकर गांधी से ऐसा करने से मना किया।
गांधी ने पूंछा... क्यों?
उस महिला ने कहा कि ये हमारे धर्म के विरुद्ध है।
गांधी ने कहा.... मैं तो ऐसा नहीं मानता?
महिला ने
👇 Image
जवाब दिया कि हम आपको धर्म में व्यवस्था देने योग्य नहीं मानते।
गांधी ने कहा कि इसमें यहां उपस्थित लोगों का मत ले लिया जाये?
महिला ने जवाब दिया कि क्या धर्म के विषय में वोटों से निर्णय लिया जा सकता है?
गांधी बोला कि आप मेरे धर्म में बांधा डाल रही हैं।
महिला ने जवाब दिया कि आप तो
👇
करोड़ों #हिंदुओ के धर्म में नाजायज दखल दे रहे हैं।
गांधी बोला...मैं तो #कुरान सुनूंगा?
महिला बोली...मैं इसका विरोध करुंगी।
तभी महिला के पक्ष में सैकड़ों #वाल्मीकि नवयुवक खड़े हो गये और कहने लगे कि #मंदिर में कुरान पढ़वाने से पहले किसी मस्जिद में #गीता और #रामायण का पाठ करके
👇
Read 10 tweets
यह जानना आवश्यक है की #रामायण के प्रसिद्ध नगर जैसे #अयोध्या, #चित्रकूट, #किष्किंधा इन सभी का बाद में क्या हुआ ?

ऐसा इसलिए ताकि हम भी यहूदियों की तरह खुद पर हुए अत्याचारों को याद रखे...
#अयोध्या :- श्री राम और रघुवंश की राजधानी, सन 1270 में इस पर मुस्लिम आक्रमणकारी बलबन ने 👇
आक्रमण किया। बलबन ने अयोध्या के सभी मंदिर नष्ट कर दिये, जिस नगरी में रामराज्य की नींव रखी गयी उसी नगरी के बीच चौराहे पर महिलाओ और बच्चों की आपत्तिजनक स्थिति में नीलामी हुई। इंदौर की महारानी अहिल्याबाई होल्कर द्वारा इन मंदिरों का पुनः निर्माण हुआ।

#गंगा_नदी_का_तट :- यह वो तट था
जिसके पास श्री राम ने ताड़का वध करके ऋषियों का उद्धार किया था। सन 1760के समय जब अहमदशाह अब्दाली भारत मे घुस गया और भारत के मुसलमानो ने उसे गंगा नदी तक पहुँचाने में मदद की।तब मराठाओ को जलाने के लिये अब्दाली ने 1 हजार गायों का सिर काटकर इसी गंगा नदी में बहाया।

#चित्रकूट :- वनवास
Read 8 tweets
#भक्त_कागभुषंडी_जी
कौवे के रूप मे दिखने वाले कागभुषंडी प्रभु श्रीराम के बहुत बडे भक्त थे और इन्हे ये वरदान प्राप्त था कि वो समय के बाहर जा सकते थे यानि कि पूर्व मे क्या घटित हुआ और भविष्य मे क्या घटित होगा वो सब देख सकते थे वो समय के बनने बिगडने की प्रक्रिया को देख सकते थे ।
इसलिए उन्होंने महाभारत ११ बार और रामायण १६ बार देखा था वो भी बाल्मिकि जी द्वारा रामायण और वेदव्यास जी द्वारा महाभारत लिखे जाने से पहले क्योकि ये अपने पूर्व जन्म मे कौवा थे और सबसे पहले राम कथा भगवान शंकर ने माता पार्वती जी को सुनाया था तो इन्होने भी सुन लिया था और मरने के बाद
दूसरा जन्म इनका अयोध्यापुरी मे एक शूद्र परिवार मे हुआ था ये परम शिव भक्त थे लेकिन अभिमान वश अन्य देवताओं का उपहास उडाते थे इसी बात से क्षुब्ध होकर लोमष ऋषि ने इन्हे श्राप दे दिया था जिससे ये फिर कौवा बन गये थे और इसके बाद इन्होने पूरा जीवन कौवे के रूप मे ही जिया।
Read 7 tweets
जब भी कोई #चोटी और #जनेऊ को देखता है तो उनके मन में एक धारणा होती है कि ये #ब्राह्मण है!और कई तो पूछ भी लेते है कि आप ब्राह्मण हो क्या?

*लेकिन उन्हें जब पता चलता है कि ये #जाट #रोड़ #गुर्जर #यदुवंशी #बनिया #क्षत्रिय #वाल्मीकि #वनवासी हैं तो वो पूछते हैं कि दूसरे कास्ट होकर 👇
#चोटी क्यों रखते हो?*

*अब यहाँ एक सवाल खड़ा होता है!*

*क्या आप कभी किसी #सरदार_जी से पूछते हो कि #पगड़ी क्यों बांधते हो?*

*किसी #मौलाना_जी से पूछते हो #गोल टोपी क्यों पहनते हो?*

*किसी #ईसाई से पूछते हो यीशु का #लोकेट क्यों पहनते हो?*

*सोच विचार कर देखिए आज कितने #हिन्दू👇
चोटी रखते हैं?
*कितने #जनेऊ पहनते हैं?

*कितने* *#वेद,#शास्त्र,#उपनिषद,#दर्शन,#रामायण,#महाभारत, #सत्यार्थ_प्रकाश #गीता आदि ग्रन्थ पढ़ते हैं?

*हमारे #पतन का कारण हम स्वयं है!
*समाज में मुश्किल से कुछ प्रतिशत लोग है जो अपनी पहचान बनाए हुए है! उन्हें भी लोग अलग ही नजरिए से देखते है
Read 5 tweets
बचपन में जब पहली बार #रामायण देखी थी तब माँ सीता का परित्याग कुछ हज़म नहि हुवा था ओर ना ही आज हो रहा है।
वैसे भी मुजे हमेशा से उत्तरकांड की विश्वसनीयता पे संदेह रहा हे।
इस विषय को लेकर मेरे कुछ तर्क लिख रहा हूँ के क्यूँ मुजे सीता माँ के परित्याग का प्रसंग सच्चा नहि लग रहा।(1/n)
1. एक व्यक्ति जिसे पहली नज़र में किसी से प्रेम हो जाता हे ओर वह उस प्रेम की प्राप्ति के लिये अपनी आराध्या देव भगवान शिव के धनुष को तोड़ देते हे।

2. जो पत्नी उन्हें अपने प्राणो से ज़्यादा प्रिय हे। (2/n)
3. जिस दोर में राजाओं की एक से अधिक रानि होती थी ओर जिनके खुद के पिता की तीन रानी थी फिर भी उन्होंने ने ये प्रण लिया के वो आजीवन दूसरी शादी नहि करेंगे।

4. वनवास दरमियान जो इंसान अपनी पत्नी के पेरो में काँटे देख कर विचलित हो जाता था।(3/n)
Read 6 tweets
रावणाने स्वतःच्या सुनेला सोडलं नाही...

एकदा रावणाच्या सैन्याचा तळ कुबेराच्या नगरी बाहेर पडलेला होता. हा कुबेर म्हणजे रावणाचा भाऊ. कुबेराचा मुलगा नलकुबेर अतिशय सात्विक होता. त्याची बायको रंभा. म्हणजे ही रंभा रावणाची सुन होते.

ही रंभा रावणाच्या राहुटीसमोरून जात असताना त्याची Image
नजर रंभेवर पडली. तो तिच्याशी अतिप्रसंग करु लागला. रंभेने आपल्या सास-याला नात्याची आठवण करुन देवून हर त-हेने विनवून पाहिले. पण रावणाने तिचे एक ऐकले नाही. त्याने तिच्यावर बलात्कार केला. ही गोष्ट जेंव्हा नलकुबेराला कळाली तेंव्हा त्याने
रावणाला शाप दिला, " जर रावणाने कुठल्याही स्रिच्या इच्छेविरुद्ध तिच्याशी संग करायचा प्रयत्न केला तर रावणाच्या प्रत्येक डोक्याचे तात्काळ सात तुकडे होतील आणि त्याचा मृत्यु होईल."

नलकुबेराच्या तपोबलाचा रावणाला आंदाज होता. म्हणून मृत्युच्या भितीने त्याने सीतेच्या इच्छेविरुद्ध
Read 4 tweets
👉🏾कहानी 1976 में शुरू हुई।

फ़िल्म निर्माता-निर्देशक रामानंद सागर अपनी फिल्म 'चरस' की शूटिंग के लिए स्विट्जरलैंड गए। एक शाम वे पब में बैठे और ऑर्डर दिया। वेटर ने ऑर्डर के साथ एक बड़ा सा लकड़ी का बॉक्स टेबल पर रख दिया। रामानंद ने कौतुहल से इस बॉक्स की ओर देखा। @Sabhapa30724463 👇🏾
वेटर ने शटर हटाया और उसमें रखा टीवी ऑन किया। रामानंद सागर चकित हो गए क्योंकि जीवन मे पहली बार उन्होंने रंगीन टीवी देखा था। इसके पांच मिनट बाद वे निर्णय ले चुके थे कि अब सिनेमा छोड़ देंगे और अब उनका उद्देश्य प्रभु राम, कृष्ण और माँ दुर्गा की कहानियों को टेलेविजन के
@Geetaverma07👇🏾
माध्यम से लोगों को दिखाना होगा।

भारत मे टीवी 1959 में शुरू हुआ। तब इसे टेलीविजन इंडिया कहा जाता था। बहुत ही कम लोगों तक इसकी पहुंच थी। 1975 में इसे नया नाम मिला दूरदर्शन। तब तक ये दिल्ली, मुम्बई,चेन्नई और कोलकाता तक सीमित था, जब तक कि 1982 में एशियाड खेलों का प्रसारण
@rs414317👇🏾
Read 28 tweets
#Long_Thread
#Sri_Raghava_Yadhaveeyam
A VERY UNIQUE & STRANGE SANSKRIT SCRIPTURE..!!
In straight order it narrates story of Shri Rama whereas in reverse order, the story is of Shri Krishna..

#दक्षिण_भारत_का_ग्रन्थ
सीधा पढ़े तो #रामायण और उल्टा पढ़े तो कृष्ण #भागवत की कथा...
कांचीपुरम के 17वीं शदी के कवि #वेंकटाध्वरि रचित ग्रन्थ "#राघवयादवीयम्" ऐसा ही एक #अद्भुत_ग्रन्थ है।

इस ग्रन्थ को
‘अनुलोम-विलोम काव्य’ भी कहा जाता है। पूरे ग्रन्थ में केवल 30 श्लोक हैं। इन श्लोकों को सीधे-सीधे
पढ़ते जाएँ, तो रामकथा बनती है और
विपरीत (उल्टा) क्रम में पढ़ने पर..
कृष्णकथा। इस प्रकार हैं तो केवल 30 श्लोक, लेकिन कृष्णकथा के भी 30 श्लोक जोड़ लिए जाएँ तो बनते हैं 60 श्लोक।

पुस्तक के नाम से भी यह प्रदर्शित होता है, राघव (राम) + यादव (कृष्ण) के चरित को बताने वाली गाथा है ~ "राघवयादवीयम।"

उदाहरण के तौर पर पुस्तक का पहला श्लोक है....
Read 11 tweets
1.
आजकल टीवी पर प्रसारित हो रहा #राधा_कृष्ण सीरियल बहुत घटिया सोच वालों ने, सिर्फ अपनी जेबें भरने के लिए बनाया है!
इसका विरोध करके इसे बंद करवाना चाहिए.. ● इस सीरियल में गलत कहानी दिखाई जा रही है, लेकिन हैरानी की बात है उसका विरोध कोई भी #हिंदू नहीं कर रहा है😴
क्यों?
Cont..2 Image
2.
● इस सीरियल में भगवान #श्रीकृष्ण का चरित्र एक मनचला, फ्लर्ट करने वाले युवक का दिखाया जा रहा है,
जो कि पूरी तरह से आपत्तिजनक है,
बड़े बड़े भाषण देने वाले, वेद पुराणों के परम ज्ञाता साधु संत क्यों चुप्पी साधे हुए हैं?
● इस सीरियल में मनगढ़ंत कहानी बनाकर लोगों को....
Cont...3
3.
दिखाई जा रही है जिसका उद्देश्य सिर्फ मनोरंजन करके पैसे कमाना है!
● सीरियल के अब तक 700 से ज्यादा एपिसोड हो चुके हैं, हर एपिसोड मिर्च मसाला लगाकर बनाया जा रहा है!
सीरियल शुरू होने से पहले एक Disclaimer भी आता है जिसमें लिखा होता है यह सिर्फ मनोरंजन के लिए है
@BablieV
Cont..4
Read 12 tweets
अंतिम सांस गिन रहे #जटायु ने कहा कि "मुझे पता था कि मैं #रावण से नही जीत सकता लेकिन फिर भी मैं लड़ा ..यदि मैं नही लड़ता तो आने वाली #पीढियां मुझे कायर कहतीं"
जब रावण ने जटायु के दोनों पंख काट डाले... तो मृत्यु आई और जैसे ही मृत्यु आयी... तो गिद्धराज जटायु ने मृत्यु को ललकार कहा..
"खबरदार ! ऐ मृत्यु ! आगे बढ़ने की कोशिश मत करना..!मैं तुझ को स्वीकार तो करूँगा... लेकिन तू मुझे तब तक नहीं छू सकती...जब तक मैं माता #सीता जी की "सुधि" प्रभु "#श्रीराम" को नहीं सुना देता...!

मौत उन्हें छू नहीं पा रही है...काँप रही है खड़ी हो कर...मौत तब तक खड़ी रही, काँपती रही...
यही इच्छा मृत्यु का वरदान जटायु को मिला ।

किन्तु #महाभारत के #भीष्म_पितामह छह महीने तक बाणों की #शय्या पर लेट करके मृत्यु की प्रतीक्षा करते रहे...आँखों में आँसू हैं ...वे पश्चाताप से रो रहे हैं...भगवान मन ही मन मुस्कुरा रहे हैं...!
कितना अलौकिक है यह दृश्य... #रामायण मे जटायु
Read 8 tweets
कविताएं भावनाओं सी होतीं
शब्दों को पद्यों में पिरोतीं
सपनों का यथार्थ रूप
कविता अंधकार में धूप

क्रांति लाती कविताएं
हास्य से मन मोह जाएं
गंभीरता से भरे कुछ शब्द
सोचने को मनुष्य विवश

आहट ये विश्वास सा
भूत भविष्य आज का
समाज का सटीक चित्रण
कविता कामनाओं का उदाहरण
#Kवी #youthday
छत ये मिट्टी की
सोने नहीं देती
बारिश का डर तो
हर वक़्त बना रहता

निश्चल है ये मन
मस्तिष्क मगर फिर भी
जाने क्यों मचलता सा
होनी से डरता सा

एक दिन अपने छत को
पक्का मैं बनाऊँगा
पर मिट्टी तो फिर भी
वो साथ में आएगी

#Kवी
From Mundeshwari Devi Temple, Bhabhua, the oldest functional temple in the world, India is land of mystical temples, usually elaborated structures & are our most valuable assets. These temples remind us of architectural brilliance those days. My words for majestic temples.

#Kवी Describing the beauty of Ol...Image
Read 16 tweets
जे #रामायण बघत आहेत त्यांनी बघितलं असेल की रावण जेव्हा सिंहासनावर बसलेला दाखवत असत तेव्हा त्याच्या पायाखाली एक माणूस हा असा पडलेला असायचा. हा माणूस कोण होता ? रावणाच्या पायाखाली सिंहासनाच्या समोर या अशा अवस्थेत शनिदेव असायचे.
रावणाने फक्त देवांना त्रास दिला नाही, त्याने नवग्रहांनाही आपल्या मुठीत ठेवलं होतं. त्यांना डांबून तो त्यांना लंकेला घेऊन गेला होता.

रावण ज्योतिषविद्येत पारंगत होता. जेव्हा मेघनादचा जन्म होणार होता तेव्हा रावणाने सगळ्या ग्रहांना अशा घरांमध्ये बसवलं की होणारा मुलगा अजय, अमर होईल.
पण शनिदेवांनी एक युक्ती केली, बरोबर मेघनादच्या जन्माच्या आधी एका राशीतून दुसर्‍या राशीत प्रवेश केला. यामुळे झालं असं की, मेघनाद अजय आणि दीर्घायुषी होऊ शकला नाही. हे बघून रावण प्रचंड चिडला आणि त्याने शनीच्या पायावर गदा प्रहार केला. एवढं करूनही रावणाचा राग शांत झाला नाही.
Read 6 tweets
अत्यंत आवश्यक पोस्ट, सभी पढ़े। मन मैला करके, पूर्वाग्रह व कुंठा के साथ पढ़ेंगे तो सब गलत ही लगेगा।

कोरोना से जंग में आम नागरिकों का मनोबल मनोरंजन के साथ मजबूत रहे इसलिए रामायण और महाभारत का प्रसारण प्रांरभ हुआ है। दुर्बुद्विजीवी ये देखकर अवसाद में है कि लोग इस बहाने....

👇
वो सत्य न जान जाये जो महाभारत या रामायण के बारे में फैलाकर दुर्बुद्विजीवियों ने वैमनस्य का बीज बोया हुआ है। लोग महाभारत या रामायण देखेंगे या पढ़ लेंगे तो शायद वे यह जान जायेंगे कि

1.दासी की कोख से पैदा हुआ विदुर हस्तिनापुर का महामंत्री था....

👇
और विदुर नीति के आधार पर हस्तिनापुर अपना प्रशासन चलाता था। स्वयं नीतिशास्त्र के महान गुरु बृहस्पति के शिष्य भीष्म,विदुर से सलाह मशविरा कर प्रशासनिक कार्यो में राजा को सलाह देते थे।

2. वनवासी एकलव्य जो द्रोणाचार्य से धर्नुविद्या नहीं पा सका था वह आगे चलकर मगध नरेश जरासंध का..👇
Read 14 tweets
i thought of making a thread #KnowYourRamayana.

an interesting chapter(=sarga) - and perhaps the most tragic - in the Valmiki Ramayana is the 45th sarga of Aranya kaanDa. valmikiramayan.net/utf8/aranya/sa…

the interesting part: there is no mention of Lakshmana drawing a rekha(line) 🙂
2.
now the tragic part:😭
सौमित्रे मित्र रूपेण भ्रातुः त्वम् असि शत्रुवत् ||३-४५-५
Son of Sumitra, you are an enemy of your brother(Rama)in the disguise of a friend.

इच्छसि त्वम् विनश्यन्तम् रामम् लक्ष्मण मत् कृते ||३-४५-६
Lakshmana,for wanting me you desire Rama's destruction.
Now, we have oft heard of this - "when street dogs bark, why would an elephant even bother!". Some random people casting aspersions will never bother a person. But, here Sita - whom he(Lakshmana) verily considered like his mother - she is herself doubting his integrity. 😭
Read 20 tweets
Thread:- #राम का कालखण्ड

राम त्रेतायुग के अन्तिम चरण में हुये थे।
त्रेता के बाद 8,64000 का द्वापरयुग + 5120 वर्ष कलयुग के हो चुके हैं। = 8,69,120 वर्ष

यदि श्री राम को त्रेता के बिल्कुल अन्त में भी मान लें तब भी श्री राम को 8,69,120 वर्ष (2019 तक) हो चुके हैं।
@Aabhas24

(1/n)
रामायण और महाभारत हमारे देश का वास्तविक इतिहास है।
वैसे तो #राम_सेतु स्वयं में रामायण का अकाट्य प्रमाण है , परन्तु रामायण विरोधी लोग इसे भी नही स्वीकारना चाहते।
वे लोग भी ऐसे ही हैं, जो सूर्य के अस्तित्व को नकारने के लिए आँख बंद कर लेते हैं।
(2/n) Image
विश्व में अनेको प्रजातियां समय व परिस्थिति के साथ लुप्त होती चली गयी। इसी तरह हाथियों की अनेको प्रजातियां थी, जिनमे एक प्रजाति थी, जिसका नाम है (Gomphotherus)। इस प्रकार के हाथी के 4 दांत होते थे, 2 दांत ऊपर की तरफ, 2 दांत नीचे की तरफ।
रामायण में इनका स्पष्टतः उल्लेख है।
(3/n) ImageImage
Read 9 tweets

Related hashtags

Did Thread Reader help you today?

Support us! We are indie developers!


This site is made by just two indie developers on a laptop doing marketing, support and development! Read more about the story.

Become a Premium Member ($3.00/month or $30.00/year) and get exclusive features!

Become Premium

Too expensive? Make a small donation by buying us coffee ($5) or help with server cost ($10)

Donate via Paypal Become our Patreon

Thank you for your support!