अपूर्व اپوروا Apurva Bhardwaj Profile picture
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Nov 14, 2022, 8 tweets

वो सुबह फिर तो आएगी
4 अप्रेल 1968 की घटना है मार्टिन लूथर किंग जूनियर की महज 39 वर्ष की उम्र में हत्या हो गई थी पूरे अमेरिका में शोक की लहर थी इस खबर से गोरे और काले लोगो के बीच बरसो से चली आ रही तनातनी और उग्र हो गई थी पूरा अमेरिका बारूद के ढेर पर बैठा था..दंगे शुरू हो गए थे

फिर अचानक से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रॉबर्ट केनेडी एक ट्रक की छत पर चढ़कर दंगों के बीच काले लोगो की बस्ती मैं जाकर घोषणा करते है “आज मैंने अपने दूसरे भाई को खोया है। उसी तरह खोया है। उसी लड़ाई में खोया है। मैं आपके साथ बैठ रोने आया हूँ। #RobertFkenneddy #JawaharlalNehruJi

आपके मन में आक्रोश होगा कि गोरे लोग इसके जिम्मेदार हैं। तो यह गोरा आपके बीच खड़ा है। आप अपना आक्रोश मुझ पर उतार लें। यह वक्त अमेरिका को एक साथ खड़े होने का है, मार्टिन लूथर किंग के वाशिंगटन में देखे स्वप्न के पूरा करने का। उस नयी सुबह देखने का...

जब एक गोरा किसी अश्वेत की मौत पर उसके कंधे पर सर रख कर साथ रोए,और एक अश्वेत एक गोरे की मौत पर।” बापू दंगे रोकने के लिए खुद उपवास पर बैठ जाते थे उन जगहों पर जाकर अहिंसा से उन दंगो को रोक पाने में सफल हो जाते थे मार्टिन लूथर किंग बापू को अपना आदर्श मानते थे #mahatmagandhi

अहिंसा और सत्याग्रह को नस्लीय हिंसा से लड़ने का प्रमुख हथियार मानते थे बापू और मार्टिन लूथर किंग की हत्या करने वाली विचारधारा एक ही थी लेकिन देश अलग अलग थे बापू की हत्या के बाद जवाहर ने राष्ट्र के नाम संदेश में कहा था #JawaharlalNehru #डाटावाणी

पिछले वर्षों के दौरान इस देश में काफी जहर फैल गया है और इस जहर का लोगों के दिमाग पर असर पड़ा है । हमें इस जहर का सामना करना चाहिए, हमें इस जहर को जड़ से उखाड़ फेंकना चाहिए लेकिन इसके लिए हमें हिंसा और नफरत को त्यागना होगा हम केवल प्रेम से ही इस नफरत के जहर को खत्म कर सकते है

केनेडी और नेहरू ने बताया की एक सच्चा नेता वो होता है जो देश को जोड़ने के लिए लोगो के बीच अपनी जान की परवाह किए बगैर जाता है ऐसी स्थिति में ही एक लोकतांत्रिक औऱ धर्मनिरपेक्ष राज्य की नींव मजबूत की जाती है जब सारी साम्प्रदायिक और विभाजनकारी शक्तियां उसे तोड़ने की साजिश रचती है

भारत का दुर्भाग्य है कि अब ऐसे नेता नही आ रहे है लेकिन मुझे पता है कोई तो केनेडी और जवाहर जब इस थ्रेड को पढ़ेगा तो वो इन शक्तियों से लड़ेगा और पूरा देश उसके साथ खड़ा हो जाएगा. इस अंधेरे में एक नई सुबह की उम्मीद किरण देख रहा हूँ..मुझे यकीन है वो सुबह फिर तो आएगी..#JawaharlalNehru

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