👉 रोने वाले तो रोएंगे ही 😜
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उन्हें तो रोना ही है?
सरकार के कोरोना रोकने की कोशिशों पर !
फैल गया तो लोगों की लाशों पर !
और यदि लाशें न मिलीं तो अर्थव्यवस्था पर!
अर्थव्यवस्था को संभाल लिया तो सेंसेक्स के गिरने पर ?
GDP growth सही आ गयी तो उसके caculation method पर !
उससे सन्तुष्ट कर दिया तो रुपये की गिरती कीमत पर !
रुपया चढ़ गया तो महंगाई पर !
महंगाई घट गई तो किसानों की दुर्दशा पर !
किसानों को सीधा लाभ दे दिया तो उसको नाकाफ़ी कह कर !
गरीबी को फोकस में लिया तो सेना के घट रहे बजट पर !
कंधार में प्लेन हाइजेक हुए तो सिसकते परिवारों पर !
आतंकवादी छोड़ दिये तो उनके छोड़े जाने पर !
आंतकी हमला हुआ तो हमले पर !
हमला होने से पहले ही पकड़ लिया, तो पकड़े गए लोगों पर!
सब्जी सस्ती हुई तो काश्तकार की दुर्दशा पर !
प्याज़ 100 रुपये हुआ तो थाली के ज़ायके पर !
प्याज़ 8 रुपये रह गया तो नासिक के किसान पर ।
अरहर दाल 150 हो गई तो महंगाई पर !
65 रह गई तो फिर किसानों पर !
न लिया तो देश की सुरक्षा से समझौते पर !
GST लग गया तो व्यापारियों पर !
न लगे तो कर सुधारों पर!
रोमियो स्कॉयड बना तो लड़कों के पिटने पर !
स्कॉयड ठंडा हो जाये तो लड़कियों को छेड़ने पर !
पुलिस नक्सलियों को पकड़ ले तो विरोध की आज़ादी पर।
जामिया में पुलिस एक्शन ले तो एक्शन पर रोना,
JNU में एक्शन न ले तो न लेने पर।
उनकी ग्रह दशा ही रोने वाली रही है।
क्योंकि
उन्हें मलाई चाटने को नहीं मिल रही है।
उनसे बहस न करिये। सकारात्मक रहिये।
आगे बढ़िये और रोने वालों की परवाह मत करें...
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