ठक ठक ठक..
अघोरी श्मशान में चला जा रहा था कि एक शव ने उस घनघोर रात्रि में चिता से ऊठकर उसे पाँव से खींचकर पटक दिया और छाती पर चढकर ठहाका लगाया- "अघोरी! #राजनीति और #राष्ट्रनीति में अंतर बताओ नहीं तो छाती फाड़कर तेरा रक्त पी जाऊँगा"
उसने नाम समेत चंद लद्दाखीयों के विडीयो प्रस्तुत किया।
१~दोरजे ग्यास्टोन, लेह का युवा काँग्रेसाध्यक्ष है।
२~ ईशे नामग्याल, यह २०१८ में लद्दाख नगरपालिका के अध्यक्ष रह चुका है काँग्रेस से।
४~ सचिन मेरूपा, हिमाचल प्रदेश से काँग्रेस के छात्र संगठन का अध्यक्ष रह चुका है।
५~ टूंडुप नूहू, जनरल सेक्रेटरी है काँग्रेस का लद्दाख से।
बस कर अघोरी, बस कर! आगे नहीं सुनना, ये लद्दाखी भारतीय नही,केवल कांग्रेसी हैं।
शव फूट फूट कर रोने लगा, सियार क्रंदन कर रहे थे, अघोरी रो रहा था.. दसों दिशायें रो रही थी, सारे नक्षत्र रो रहे थे, विपुल झंझावात प्रारंभ हो गया 👇
नमो नमः 🙏
वन्दे मातरम् 🚩