गुरुदेव को जब ये पता चली तो उन्होंने कहा कि उनका आशीर्वाद खाली न जा सकता और वो नाग लोक गए वहां जाकर उन्होंने पद्म नाग से उनके प्राण मांगे
राजा मंडलीक की हर जीवन की कड़ी में बाबा कालीवीर ने उनका साथ दिया चाहे वो उनका विवाह था या सुल्तान से ब्राह्मणी की गाय छुड़वाना या अनंगपाल से युद्ध या कोई और पल।