सिक्किम का एक खास राजनीतिक अतीत है जिसमें कई महत्वपूर्ण एवं रोचक घटनाएं शामिल हैं।
खैर अभी मुद्दे से नहीं भटकते है, लेकिन आप इसके बारे में नीचे दिए हुए लिंक से जरूर पढ़े।
bbc.com/hindi/india-41…
thehindu.com/news/national/….
11.सिक्किम का सबसे प्रमुख साम्राज्य चोग्याल राजवंश था यहां के सन 1642 से ही शासक थे। और 16 जून 1975 को सिक्किम के भारत विलय के साथ 333 साल पुराना राजवंश समाप्त हुआ। चोग्याल वंश धार्मिक-सांस्कृतिक रूप से तिब्बत से जुड़े हुए थे, न की नेपाल से।
हालाँकि इनकी शक्ल लद्दाख के वर्तमान सांसद जामयांग शेरिंग नामग्याल @JTNBJP से काफी मिलती है। सिर्फ शक्ल, दिमाग नहीं।
चोग्याल को भारत के ख़िलाफ भड़काने में उनकी बड़ी भूमिका थी।
नीचे दिए हुए लिंक में वाशिंगटन में हुए राजा और कुक के एक स्पीच की रिकॉर्डिंग है, जिसमे वो सिक्किम को एक अलग देश की तरह represent करते है।
wnyc.org/story/palden-t…
nytimes.com/1976/06/18/arc…
nytimes.com/1975/04/13/arc…
nytimes.com/1974/04/23/arc…
nytimes.com/1975/12/14/arc…
30.अब जनवरी 1966 में देश की प्रधानमंत्री बनती है नेहरू जी की बेटी इंदिरा गाँधी, जो सिक्किम को लेकर शुरू से बिलकुल स्पष्ट थी: सिक्किम का भारत में पूर्णतः विलय।
इस समय तक आते आते सिक्किम का पूरा समीकरण ही बदल चूका था।
एक तरफ 1962 के भारत चीन युद्ध का परिणाम और चीन का बढ़ता आक्रोश,
दूसरी ओर नेपाल & पश्चिम बंगाल में बढ़ता कम्युनिस्म और नक्सली हिंसा,
और सिक्किम में रह रहे नेपाली लोगों का राजशाही के विरुद्ध बढ़ता आक्रोश
सिक्किम को भारत में शामिल कराने की कवायद धरातल पर पहले से ही शुरू कर दी गई। भारत की तत्कालीन इंदिरा सरकार ने इसके लिए कल-बल-छल-बुद्धि सारे दांव अपनाए।
45.इसका वर्णन अशोक रैना ने अपनी पुस्तक इनसाइड रॉ: द स्टोरी ऑफ इंडियाज सीक्रेट सर्विस में बड़े अच्छे से किया है। रैना ने लिखा कि नई दिल्ली ने 1971 में ही सिक्किम भविष्य तय कर लिया था। अगले दो साल रॉ का इस्तेमाल सिक्किम के भीतर सही परिस्थितियों को बनाने के लिए किया।
1973 में रॉ में सात सूत्री कार्ययोजना बनाई गयी। लक्ष्य था चोग्याल को अलग थलग करना, लोकतांत्रिक ताकतों को मजबूत करना, और सिक्किम के विलय की लोगों की मांग को सही दिशा में गति देना।
वह एक दम से खड़ी हुईं... रहस्यपूर्ण ढंग से मुस्कराईं और अपने दोनों हाथ जोड़ दिए। यह चोग्याल के लिए इशारा था कि अब वह जा सकते हैं।
54.जब सिक्किम उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा था, तो चोग्याल ने Jan 1975 में काठमांडू का दौरा किया और राजा बीरेंद्र के राज्याभिषेक समारोह में शामिल होने गए। कुछ आर्टिकल्स के अनुसार, “वहां मौजूद राजा बीरेंद्र, चीनी उप-प्रमुख चेन ली यान और पाकिस्तान के दूत.…
56.वास्तव में, भारत एक "डबल गेम" खेल रहा था। एक तरफ राजा के खिलाफ लहंदूप का लगातार समर्थन कर रहा था। दूसरी ओर, भारत राजा को लगातार आश्वस्त भी कर रहा था कि सिक्किम में आपकी राजशाही बची रहेगी।
अंततः, 27 मार्च 1975 को कैबिनेट की बैठक ने राजशाही को खत्म करने का फैसला किया।
सिक्किम के तत्कालीन भारतीय दूत बीएस दास ने अपनी पुस्तक द सिक्किम गाथा में लिखा है, "भारतीय राष्ट्रीय हित के लिए सिक्किम का विलय आवश्यक था। और हमें गर्व है कि हमने उस छोर पर काम किया।
सिक्किम एक 100% आर्गेनिक स्टेट है। मतलब किसान खेती में किसी किसी भी प्रकार का केमिकल या पेस्टिसाइड का प्रयोग नहीं करते है। #OrganicFarming #Sikkim
आज भी चीन की वही नीति है, जिसके कारण अक्सर डोकलाम और गलवान जैसे विवाद खड़े हो जाते हैं।
"सिक्किम नेहरू की वह ऐतिहासिक गलती है जिसे समय रहते सही कर दिया गया।"
#Sikkim #Sikkim_Integration
भैया आप लोग कृपया समय निकाल कर इसे जरूर पढ़े। यदि मेरे लेखन में कोई त्रुटि हो तो बड़े भाई की तरह मुझे मार्गदर्शित करे। 🙏🙏