#HathrasCase पर चीखने चिल्लाने वाली मीडिया पत्तलकार, बॉलीवुडिया समुदाय, लेफ्ट और लिबरल ये सब #BalrampurCase पर मौन धारण कर रखे हैं ।
क्या आपको इनके मौन का कारण पता है?
क्या आपको इनके #Hathras पर चिल्लाने का कारण पता है?
#HathrasCase पर इन्होंने चिल्लाया क्योंकि इस केस में हिन्दू आरोपी है तो इनको एक और मौका मिल गया हिन्दुओं को नीचा दिखाने का उनको उनके धर्म से नफरत करवाने का।
मीडिया के जाने माने पत्तलकारों ने भी हिन्दू धर्म और उस जाति विशेष का कई बार नाम लिया ।
परंतु जब बात आती है #BalrampurCase की जहां की घटना लगभग #HathrasCase जैसी ही है वहां पर किसी ने कुछ नहीं बोला और मीडिया ने उस पर आर्टिकल तो लिखा परंतु इस बार धर्म और जाति का नाम नहीं लिखा ना ही किसी को धर्म या जाति का लेते सुना!!
जबकि इस बार भी दरिंदगी का शिकार एक हिन्दू - दलित ही थी ।
यहां किसी ने कुछ नहीं बोला क्योंकि यहां पर आरोपी तथाकथित अल्पसंख्यक हैं ।
ये बात इनके एजेंडे में नहीं बैठती वो अल्पसंख्यकों के समुयाद के लोगों को नीचा नहीं दिखाना चाहते उनके मजहब से नफरत नहीं करवाना चाहते इसी लिए
कही भी उनके मजहब या उनकी जाति का जिक्र भी नहीं किया गया ।
धिक्कार है ऐसे लोगों पर जो कि आरोपी का धर्म और जाति देखकर अपराध का विरोध करते हैं।
और साथ ही धिक्कार है उन लोगों पर जो उन लोगों को फ़ॉलो करते हैं उनको अपना रोल मॉडल मानते हैं। #ShameOnSoCalledShubhChintak
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मुझे नहीं लगता कि बीजेपी कभी पीठों , मठों और मन्दिरों को सरकारी नियंत्रण से बाहर करेगी ।
जो मंदिर अभी तक सरकारी नियंत्रण में नहीं थे बीजेपी अब उनको भी नियंत्रण में लेने कि कोशिश कर रही है।
शायद आपको पता होगा अभी हाल ही में उत्तराखंड कि सरकार ने 51 मन्दिरों को अपने अधिकार में
लेने कि कोशिश की है।
अब इसके विरोध में @Swamy39 जी ने पेटिशन डाली है और मामला शायद अभी भी कोर्ट में है।
आप देख सकते हैं बीजेपी कि हठ वो अभी भी मन्दिरों को नियंत्रण में लेना चाहते हैं।
बीजेपी बस नाम की हिंदुत्व पार्टी रह गई है बाकी काम इनके हिन्दू विरोधी ही होते है
लोग अभी भी बीजेपी का हिंदुत्व के नाम पर समर्थन करते हैं ।
शायद अपने कहावत तो सुनी ही होगी :-
"जो दिखता है वहीं बिकता है।"
क्योंकि बीजेपी ने पिछले के सालों में हिंदुत्व पार्टी के नाम पर मार्केटिंग की है और अभी कर रही है।
कैसी जनता है इस देश में जो फालतू को चीजों ट्रेंड करते रहते हैं,
सारा दिन कुछ ना कुछ ट्रेंड होता ही रहता है।
जिसमे कुछ मांग सही होती है और कुछ बेवजह की
जैसे कि सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमयढंग से हुई मौत पर सीबीआई जांच की मांग सही थी और सीबीआई जांच हो भी रही है
और सीबीआई जांच करवाने के लिए लोग 60 दिनों से ज्यादा तक #CBIForSSR ट्रेंड करवाते रहे अंततः सर्वोच्च न्यायालय ने सीबीआई जांच के आदेश भी दे दिए जो कि एक सही निर्णय था ।
परंतु 16 अप्रैल को पालघर में हुई हिन्दू साधु की लिंचिग के लिए लोगों ने सीबीआई जांच की इतनी ज्यादा मांग नहीं की बस शुरुआत में चंद दिनों तक ये मांग चलती रही उसके बाद सब लोग लगभग भूल से गए हैं कि पालघर में भी कुछ हुआ था।
अब समय आ गया कि हमें उस पार्टी या नेता का समर्थन करना चाहिए जो इन उद्देश्यों को पूरा करे और हिंदुत्व के लिए काम करे
अन्यथा जैसा अभी हो रहा है वही होता रहेगा ।
अल्पसंख्यकों को तो पूरे की लगभग 70% scholarship दी जाती है उनकी बच्चियां 10 पास करेगी तो उनको एक्स्ट्रा पैसे मिलेंगे और हिन्दुओं के बच्चों को बस ऐसे ही कुछ मनमोहक छायाचित्र ।
इन्हीं के साशन में अगर हिन्दू अपने धर्म पर की गई गंदी टिप्पणी का कोई जवाब दे तो उसको जेल भेज देंगे या किसी हिन्दू ने अल्पसंख्यकों के मजहब पर कोई टिप्पणी कर दी तो उसे भी जेल भेज देंगे ।
परंतु कोई अल्पसंख्यक हिन्दू धर्म पर या हिंदुओं के देवी देवताओं पर कितनी भी गंदी टिप्पणी कर दे वो इनके संविधान के अनुसार FREEDOM OF EXPRESSION में आयेगा
चाहे कोई देश के टुकड़े करने को बोले वो भी freedom of expression में आयेगा
बस अगर किसी हिन्दू ने कुछ भी किए तो उसकी खैर नहीं ।
अन्याय करना पाप है ,लेकिन अन्याय को सहन करना उससे भी बड़ा पाप है ।
अगर आप अभी होने वाले अन्याय को सहन करेंगे तो अन्याय करने वाले को और अधिक साहस मिलेगा ,जिससे आप को भविष्य में और भी ज्यादा अन्याय को सहन करना पड़ेगा ।
इसीलिए हिन्दुओं अब समय आ गया है एकजुट होकर अन्याय का विरोध करने और न्याय पाने का।
ये मोदी सरकार तब तक हिंदुओं के लिए कुछ भी नहीं करेगी जब तक इन पर दबाव नहीं पड़ेगा
जिनकी वजह से इनको सत्ता मिली ये उनपर ध्यान ही नहीं दे रहे।