देवी माँ सरस्वती एवं देवी माँ स्कन्दमाता को शत् शत् नमन।।
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ॐ नमो नमः।।
या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता ।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ।।
या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता ।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ।।
या देवी सर्वभूतेषु विद्यारूपेण संस्थिता ।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ।।
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या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेण संस्थिता ।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ।।
देवी भागवत के अनुसार वर्ष में चार बार नवरात्रि आते हैं। चैत्र या वासंतिक नवरात्रि, आश्विन या शारदीय नवरात्रि, माघ शुक्ल पक्ष नवरात्रि और आषाढ़ शुक्ल पक्ष नवरात्रि।
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इनमें से चैत्र और शारदीय नवरात्रि, वो दो नवरात्रि हैं जो सामान्य जन के बीच प्रचलित हैं और सभी इन्हें मनाते हैं। इसके अलावा साल में दो बार गुप्त नवरात्रि आती हैं, माघ शुक्ल पक्ष में और आषाढ़ शुक्ल पक्ष में।
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On the auspicious occasion of Chalanti Pratima of Lingaraja Mahaprabhu is taken to Badatota in a procession so as to mark the mango tree which will be used for construction of the Ratha for Rukuna Ratha Yatra (celebrated in the month of Chaitra on Shukla Ashtami)
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The selected mango tree is marked by a cut made by small weapon on its trunk. The carpenters are invited by offerings of garlands and new clothes
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The very next day the trunk of the tree is brought in procession known as “Banajaga Yatra” to Mahakhala (place near Lingaraja Temple) where construction work happens
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As per viddhi, a flag is hoisted on this occasion before actual construction work begins. After this, other woods required for the Ratha is collected from the forest
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या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता ।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ।।
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या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता ।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ।।
या देवी सर्वभूतेषु विद्यारूपेण संस्थिता ।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ।।
या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेण संस्थिता ।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ।।
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देवी भागवत के अनुसार वर्ष में चार बार नवरात्रि आते हैं। चैत्र या वासंतिक नवरात्रि, आश्विन या शारदीय नवरात्रि, माघ शुक्ल पक्ष नवरात्रि और आषाढ़ शुक्ल पक्ष नवरात्रि।
Leftist Ecosystem of Antinational Italian Nexus, Khujiwal, Sujamal, Penguins, Begum, Chinnni, Vatican, Islamic State only aim is to Break India into million pieces by burning India so that millions of Indian lives are lost and than can loot lakhs of crores...
3/n
Those who vote for these Antinational Political Parties in lure of freebies are indirectly destroying the future of our motherland and their kids...
या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता ।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ।।
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या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता ।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ।।
या देवी सर्वभूतेषु विद्यारूपेण संस्थिता ।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ।।
या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेण संस्थिता ।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ।।
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देवी भागवत के अनुसार वर्ष में चार बार नवरात्रि आते हैं। चैत्र या वासंतिक नवरात्रि, आश्विन या शारदीय नवरात्रि, माघ शुक्ल पक्ष नवरात्रि और आषाढ़ शुक्ल पक्ष नवरात्रि।