श्री जगन्नाथ जी की रथयात्रा के पावन दिवस पर आइए बताता हूँ आपको वो कहानी जो आपको रुला देगी।
क्या आपको पता है भगवान जगन्नाथ मंदिर पर हुए 17 हमलों की वजह से उन्हें 144 वर्षों तक पूरी मंदिर से दूर रहना पड़ा, इस्लामिक आतंकवाद का सच जानिए इस थ्रेड में
1/13
जगन्नाथ मंदिर को नष्ट करने के लिए #पहला_हमला वर्ष 1340 में बंगाल के सुल्तान इलियास शाह ने किया था, उस वक्त ओडिशा, उत्कल प्रदेश था। इलियास ने मंदिर परिसर में बहुत खून बहाया और निर्दोष लोगों को मारा, लेकिन राजा नरसिंह देव, पुजारियों और आमजन मूर्तियों को बचाने में सफल रहे
2/13
वर्ष 1360 में दिल्ली के सुल्तान फिरोज शाह तुगलक ने जगन्नाथ मंदिर पर #दूसरा_हमला किया।
मंदिर पर #तीसरा_हमला 1509 में इस्माइल गाजी ने किया। पुजारियों ने मूर्तियों चिल्का लेक द्वीप में छुपा दिया राजा रुद्रदेव ने सुल्तान की सेनाओं को हुगली में हरा दिया और भागने पर मजबूर कर दिया
3/13
वर्ष 1568 में जगन्नाथ मंदिर पर #चौथा_हमला हुआ, ये हमला काला पहाड़ नाम के एक अफगान हमलावर ने किया था। हमले से पहले ही एक बार फिर मूर्तियों को चिल्का लेक नामक द्वीप में छुपा दिया गया था। इस हमले में जगन्नाथ मंदिर की वास्तुकला को काफी नुकसान पहुंचा
4/13
इसके बाद वर्ष 1592 में जगन्नाथ मंदिर पर #पांचवा_हमला हुआ। ये हमला ओडिशा के सुल्तान ईशा के बेटे उस्मान और कुथू खान के बेटे सुलेमान ने किया। लोगों को बेरहमी से मारा गया, मूर्तियों को अपवित्र किया गया और मंदिर की संपदा को लूट लिया गया
5/13
1601 में मिर्जा खुर्रम ने #छठवां_हमला किया. पुजारियों ने मूर्तियों को भार्गवी नदी के रास्ते नाव के द्वारा पुरी के पास एक गांव कपिलेश्वर में छुपा दिया।
#सातवां_हमला हाशिम खान ने किया, पुजारियों ने मूर्तियों को खुर्दा के गोपाल मंदिर में छुपा दिया गया
6/13
#आठवां_हमला हाशिम खान ने किया, उस वक्त मंदिर में मूर्तियां मौजूद नहीं थी। मंदिर का धन लूट लिया गया और उसे एक किले में बदल दिया गया। #नौवां_हमला 1611 में मुगल बादशाह अकबर ने किया, इस बार भी पुजारियों ने मूर्तियों को बंगाल की खाड़ी में मौजूद एक द्वीप में छुपा दिया था।
7/13
#दसवां_हमला भी अकबर ने ही करवाया , इस हमले में मंदिर को बुरी तरह लूटा गया था। #ग्यारहवां_हमला वर्ष 1617 में दिल्ली के बादशाह जहांगीर के सेनापति मुकर्रम खान ने किया। उस वक्त मंदिर की मूर्तियों को गोबापदार नामक जगह पर छुपा दिया गया था।
8/13
#बारहवाँ_हमला 1621 में ओडिशा के मुगल गवर्नर मिर्जा अहमद बेग ने किया।
1641 में मंदिर पर #तेरहवां_हमला किया गया। ये हमला ओडिशा के मुगल गवर्नर मिर्जा मक्की ने किया।
मंदिर पर #चौदहवाँ_हमला भी मिर्जा मक्की ने ही किया था
9/13
#बारहवाँ_हमला 1621 में ओडिशा के गवर्नर मिर्जा अहमद बेग ने किया
1641 में #तेरहवां_हमला ओडिशा के मुगल गवर्नर मिर्जा मक्की ने किया
#पंद्रहवां_हमला अमीर फतेह खान ने किया
उसने मंदिर के रत्नभंडार में मौजूद हीरे मोती सोने को लूट लिया
10/13
#सोलहवां_हमला 1692 में औरंगजेब ने मंदिर को पूरी तरह ध्वस्त करने का आदेश दिया था, तब ओडिशा का नवाब इकराम खान था, जो मुगलों के अधीन था। इकराम खान ने जगन्नाथ मंदिर पर हमला कर भगवान का सोने के मुकुट लूट लिया। मुर्तियों को श्रीमंदिर में छुपाया गया था
11/13
#सत्रहवां_हमला वर्ष 1699 में मुहम्मद तकी खान ने किया था, तकी खान, वर्ष 1727 से 1734 के बीच ओडिशा का नायब सूबेदार था। इस बार भी मूर्तियों को छुपाया गया और लगातार दूसरी जगहों पर शिफ्ट किया गया. कुछ समय के लिए मूर्तियों को हैदराबाद में भी रखा गया
12/13
इतने हमलों के बाद भी भगवान श्री जगन्नाथ अपनी पूरी शोभा के साथ आज भी भक्तों के हृदय और पूरी के विग्रह में विराज रहें है।
तो ये थ्रेड उन लोगो को ज़रूर भेजे जो सर्व धर्म सम्भाव की फर्जी डफली बजाते है।
जय श्री जगन्नाथ #रथयात्रा2021
13/13
• • •
Missing some Tweet in this thread? You can try to
force a refresh