भारत की स्वतंत्रता के समय सभी की दृष्टि कांग्रेस अध्यक्ष पद की और थी,क्योंकि स्वतंत्रता के बाद कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष को भारत का प्रथम प्रधानमंत्री होने का गौरव प्राप्त होता।अध्यक्ष पद की दौड़ में दो लोग शामिल थे, एक थे नेहरू और दूसरे थे #SardarVallabhbhaiPatel 1/4 #Thread
जब परिणाम सामने आये, तो सब चौंक गए। 15 में से 12 राज्य समितियों ने #SardarPatel के नाम का समर्थन किया, जबकि 3 राज्यों ने किसी के भी नाम का समर्थन नहीं किया। इस प्रकार पंडित जवाहरलाल नेहरू को किसी का भी समर्थन प्राप्त नहीं हुआ। 2/4
अतः यह तय हो गया था कि #SardarVallabhbhaiPatel ही अगले कांग्रेस अध्यक्ष होंगे, परन्तु महात्मा गांधी पंडित नेहरू को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते थे, इसलिए उन्होंने #SardarPatel पर अपना नाम वापस लेने का दबाव बनाया। 3/4
#SardarPatel ने महात्मा गांधी की इस बात को सहर्ष स्वीकार कर लिया। इस प्रकार पंडित नेहरू देश के प्रथम प्रधानमंत्री बन गए। आज राजनैतिक संत महात्मा #SardarVallabhbhaiPatel की जयंती पर उनके अद्भुत कार्यों और देशप्रेम को NationKnows नमन करता है 4/4