इस दुनिया के सबसे मसरूफ़ हस्ती जिनको पूरी कायनात के इंसान, जिन्नात और चरिंद, परिंद सबके लिए नबी बनाकर भेजा गया वो हमारे आका जनाब ए मुहम्मद ﷺ है आप ﷺ से बड़ी जिम्मेदारी किसी के कंधो पर न आई और न ही कयामत तक आयेगी लेकिन फिर भी आप ﷺ बच्चों को टाइम देते थे उनके साथ खेलते 1/2
उनपर शफकत करते और लोगो को इसकी तालीम देते, कई हदीसे मौजूद है जिनमें आप ﷺ ने बच्चों से मोहब्बत से शफकत के साथ पेश आने का दर्स दिया है यतीम मिस्कीन बच्चों पर शफकत करने पर बड़ा अज़र सवाब बताया है, लेकिन हम अपना जायज़ा लें कि अपने बच्चों को कितना टाइम देते ? गैरो के तो छोड़िए
यकीन मानिए आप स्कूल/कॉलेज उनको भेज कर ये समझे कि अब ये कामयाब हो जायेगा, सारी जिम्मेदारी स्कूल/कॉलेज की हुई ऐसा नही बच्चे आपकी शफकत के मोहताज होते है आपका घर उनकी पहली तालीम गाह होती है, उनकी तरबियत घर पर बेहतर मिलेगी लेकिन आज लोग इसकी अहमियत से न वाकिफ है जिसका नुकसान ये है 1/3
कि बच्चें बच्चियां गलत संगत में पड़कर हराम नाजायज़ काम करते है और अफसोस कुछ तो मुर्तद हो जाते/जाती है एक गलती जो आपने शुरू में उनकी परवरिश सही से नही की थी आज आपकी रुसवाई जिल्लत बेबसी की वजह बनती है इसलिए #ChildrensDay पर अहेद करे पूरी निगरानी से उनकी परवरिश करेंगे इंशा अल्लाह