क्या गमहै जिसको छिपा रहेहो.
कॉलेजके दिनोंके हमारे एक सहपाठी हैं!बड़ेही हँसमुख और मिलनसार आदमी हैं!एक बार मुझे उनके गांव(विलेज)जाना हुआ!ऐसे बतकही चल रही थी..कि तभी बरामदे में 20-22साल का एक नौजवान दाखिल हुआ!
उसकी तरफ इशारा करके उन्होंने मुझसे कहा- कपिल!एकरा से पूछ!शरीफ़ा खाई?
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(इससे पूछो शरीफ़ा खायेगा)
मैंने पूछ लिया!
अब वो नौजवान लगा मुझे गरियाने! मैं भी आश्चर्यचकित!! हमारी पहले कभी मुलाकात भी नहीं हुई और ये गरिया ऐसे रहा है जैसे हम वर्षों से पडोसी हों!
गाली वाली देकर जब वो चला गया तो मैंने मित्र से पूछा- ये शरीफा वाला मामला क्या है बे?
मित्र महोदय जब नौवीं कक्षा में थे तो उन्होंने अपने बगीचे में शरीफे का एक पेड़ लगाया! नर्सरी से लाकर! जो नौजवान गरिया रहा था वो भी उसी स्कूल में पढता था! दो या तीन कक्षा नीचे!
पौधा लगाने के दो तीन महीने बाद स्कूल में किसी बात पर मित्र में और नौजवान में कहासुनी हो गयी!
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नौजवान कमजोर था तो स्कूल में कुछ नहीं बोला!
स्कूल छूटने के बाद उसने सारा गुस्सा शरीफे के पौधे पर निकाला!
पहले उसने पौधे को काटा! फिर एक ईंट से बचे हुए ठूंठ को थूर दिया ताकि पनप न सके! ये सारा काम उसने रात के अंधेरे में किया!
हमारे महान मित्र चुपचाप ये सब देख रहे थे!
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पौधा जब पूरी तरह से तहस नहस हो गया तो ये भाई साहब निकले!
अँधेरे में नौजवान को पकड़ा! खोपचे में ले गए और गां* मार दी!
अगले दिन दो और लड़कों को बुलाकर लाये उसी बगीचे में और दोनों को उसपर छोड़ दिया! ये दोनों भी अपना हाथ साफ किये!
समय बीता! स्कूल से लोग कॉलेज में पहुँच गये!
उम्र भी बढ़ी! लेकिन नौजवान के मन से शरीफा का वो पेड़ नहीं गया!
आज भी उससे कोई पूछ दे कि शरीफा खाओगे?? ...तो वो भड़क उठता है!
अब पता ये करना है कि राष्ट्रीय / अंतर्राष्ट्रीय- हर मामले में ये 'पान भण्डार' वामपंथियों को क्यों घसीटने लगता है?
एक बादशाह के दरबार में एक अनजान आदमी नौकरी मांगने के लिए हाजिर हुआ
काबिलियत पूछी गई तो कहा सियासी हूं
(अरबी में सियासी का मतलब अफहाम फहम तफहीम से मसला हल करने वाले को कहते हैं )
बादशाह के पास
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सियासतदानों की भरमार थी उसे खास घोड़ों के अस्तबल का इंचार्ज बना दिया गया जिस का इंचार्ज हाल ही में इंतकाल कर गया था।
कुछ रोज़ बाद बादशाह ने उसे अपने सबसे महंगे प्यारे घोड़े के बारे में पूछा उसकी चाल ढाल हक़ीक़त
उसने कहा कि घोड़ा नस्ली नही है।
बादशाह को हैरत हुई उसने जंगल से
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घोड़े वाले को बुलवाया जिस से लिया था उस से पूछा क्या यह बातें सच है उसने बताया घोड़ा नस्ली है लेकिन इसकी पैदाइश पर इसकी माँ मर गई थी यह एक गाय का दूध पीकर उस के साथ पला बढ़ा है।
अस्तबल के इंचार्ज को बुलाया गया।
बादशाह ने सवाल किया तुम्हें कैसे पता चला यह घोड़ा नस्ली नहीं है
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