अच्छा एक बात नोटिस की आपने l?
तथाकथित रूप से800साल बाद हिंदुओं की सत्ताके आने के बावजूद ..
दो दो बार पूर्ण बहुमत मिलने के बावजूद भी यदि आप किसी भक्त से बात करो तो वो झुंझलाया हुआ ,बौराया हुआ ,गालियां देता हुआ,दुख से सराबोर ,रोता हुआ रुंदड़ मचाता हुआ
और पूरीतरह असंतुष्ट मिलेगा।
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इसके उलट आप किसी बीजेपी विरोधी को देखो तो वो मस्त मजे में हंसी मज़ाक करता हुआ टेंशन मुक्त मिलेगा।
कभी सोचा है क्यों?
इसके कारण बहुत गहरे और मनोवैज्ञानिकहै।
चूँकि ये फ़र्ज़ी विकास और हिन्दू सत्ताका छद्मावरण जो इनके पप्पाने जो क्रिएट किया है,ये खुद इन्हे भी अपने गहरे अंतर्मन में
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विश्वास नहीं की टिक पायेगा।एक्चुयलि टिक ही नहीं सकता।
बाकी ये मुंह से भले ना कहें ,लेकिन आर्थिक रूप से बर्बाद होने का डर और लुटेरी पूंजीवादी नीतियों की ताप अब इन्हे भी सताने लगीं हैं।
इसलिए इस कुंठाको मिटानेके लिए ये हमेशा गाली गलौच,अपन हर वैचारिक विरोधी को मार डालने ख़तम कर
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देने की कल्पना करतें रहतें हैं।
इसी की परिणीति हुई की किसान बिल वापिस लेते ही साहेब के परमभक्त भी उन्हें दे दबा दब गालियां दे रहें हैं।
और आनेवाले वक़्त में ये साहेब को लाल कृष्ण आडवाणी से भी बुरा हाल करके छोड़ेंगे , स्कीन शॉट ले के रख लीजिये इस पोस्ट का।
निष्कर्ष के तौर पे
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आप बस यही समझिये की -
ख़ुशी तो आपके अंदर से ही स्फुटित होती है ना?
लेकिन जिस विचारधाराके गर्भ में नफरत , जातीयता, धार्मिक और रेसियल दम्भ भरा होगा उसके फॉलोवर आपको कभी खुश नहीं मिलेंगे।
जो विचारधारा किसी एक कौमको को ख़तम कर देने,
एक चुनाव जीतनेको तख्ता पलट देनेसे तुलना करे
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और छोटे छोटे राज्यों में चुनाव जीतने को किसी बड़े युद्ध की जीत जैसे मानने जैसी कुंठा से ग्रस्त हो।
और जिसका आधार ही सिर्फ नफरत हो...तो ख़ुशी आएगी कहाँ से?
इसीलिए आपको हर भक्त बौराया हुआ,भड़भड़ाया हुआ गालियां देने को तैयार मिलेगा।
और ऐसा इन्हे साकारण जानबूझ कर बनाया जा रहाहै।
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ये बाकायदा एक साजिश के तहत हो रहा है
ये लोग हर इंसान की साम्प्रदायिक कुंठा को उकेर उकेर कर उसे गुस्से से भर देना चाहतें हैं।
हालत ये है की ये लोग देवी देवताओं तक की फोटो को गुस्से और क्रोध से भरी हुई दिखाना चालू कर दिए।
क्योंकि गुस्से , क्रोध और कुंठा से भरी भीड़ को किसी भी
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दिशा में हांका जा सकता है।
इसलिए देखियेगा की आपको लगभग हर भक्त गुस्सेबाज , गालीबाज और किसी अजीब से कुंठा में घिरा मिलेगा।
इसलिए जहां कोई भक्त मिले ,,आप उसपर तरस खाइये और उसके ठीक होने की दुआ कीजिये।
ये लोग दया के पात्र हैं।
8 @BramhRakshas @Avnish__Jain
ये यूरिन जिहाद वाली हिंदू महिला कह रही है। गोदी मीडिया सरगना अमर उजाला ने उसका भी इंटरव्यू ले लिया।
आगे जमानत पर छूटा नारायण साई इंटरव्यू दे सकता है कि उसने जिन औरतों का बलात्कार किया, उससे उसे सुकून मिला। 3/1
कल एक हत्यारा कह रहा था कि बाबा सिद्दीकी बुरा आदमी था। मार दिया। मुक्त कर दिया।
मोहन भागवत और नरेंद्र मोदी के हिंदू राष्ट्र में हर बलात्कारी, हर हत्यारे को गोदी चैनलों के सामने बोलने की आजादी है, ताकि ज़हर की मात्रा बढ़ाई जा सके।
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बस सोचिए कि जिस दिन वे आपकी बेटी, आपके परिवार के बारे में बोलेंगे, तब आप पर क्या गुजरेगी?
मीडिया की दलाली यहां तक आ पहुंची है, क्योंकि जनता चुप है। 3/3 @soumitraroy ✍️
हमारा एक बच्चा ऑस्ट्रेलिया मे किसी के यहाँ पेईंग गेस्ट था, मालिक का दूध का काम था उसने बताया कि भारत में तो दूध मे थोड़ा सा पानी मिला देते हैं और मुनाफा बढ़ जाता हैं । 3/1
नतीजतन उसका सामान और उसे तुरंत बाहर कर दिया क्योंकि खाने पीने मे धोखा देशवासियों से सबसे बड़ी गद्दारी होती है जो नस्ले बिगाड़ देती है ।
मगर हम तो भुगत है जी, मालिक को चंदा मिलता हो तो हम मौत का टीका भी घुसवा लेते हैं ।
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रामदेव की सोहन पापड़ी की जाँच हुई और उसमे मिलावट पाई गई जिसपर कैद और जुर्माना दोनो सज़ा मिली।
जिस के भरोसे उछल कूद कर रहा था और 35 रुपये लीटर पेट्रोल बिकवा रहा था अब वो पहचानता भी नहीं होगा ❌ 3/3 @parmodpahwaInd ✍️
क्या आपको मालूम है कि हर फ्लाइट में दो पायलट क्यों रखे जाते हैं?
नहीं मालूम है तो सांत्वना भरे कैपिटल लेटर्स में लिखे हुए इस फर्रे पर गौर कीजिए!
इस फर्रे को सरकाया है स्पाइस जेट वालों ने!
हुआ ये कि मुम्बई से बेंगलोर जा रही स्पाइस जेट की एक फ्लाइट में सवार एक सज्जन 3/1
टॉयलेट करने गए! फारिग होने के बाद उनसे दरवाजा खुला ही नहीं!..तो वे टॉयलेट के दरवाजे को लगे पीटने!जिससे केबिन क्रू के सदस्य सकते में आ गए!माजरा पता चला तो केबिन क्रू ने भी बाहर से दरवाजा खोलने की काफी कोशिश की और नाकाम रहे!
फिर उन्होंने ये फर्रा लिखा और टॉयलेट के अंदर सरका दिया!
यूं तो फ्लाइट में दो पायलट रखने की बहुत सारी वजहें हैं!
मुख्य वजह इस फर्रे में छिपी हुई है कि In case एक पायलट अगर टॉयलट में ऐसे फंस जाता है तो दूसरा पायलट जहाज को सही सलामत उतार लेगा! 3/3 @Kapil121112 ✍️
राष्ट्रपति महोदया ने संसद से पास तीनों बिलों पर हस्ताक्षर कर दिया, अब IPC और CRPC शब्द इतिहास हो गया है। नये कानून में हर जगह इंडियन की जगह भारतीय लिख दिया गया है।
अब IPC की जगह भारतीय न्याय संहिता अर्थात BNS और CRPC को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता तथा इंडियन एविडेंस एक्ट को
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भारतीय साक्ष्य संहिता के नाम से जाना जाएगा।
इसके साथ ही मर्डर पर लगने वाली धारा 302 अब परिवर्तित करके धारा 101 कर दी गयी है , 302धारा अब छिनैती पर लगेगी। इसी प्रकार बलात्कार में लगने वाली धारा 376की जगह अब धारा 63,64,गैंगरेप पर धारा 70लगेगी।
और धोखाधड़ी पर लगने वाली धारा भी
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अब इतिहास हो गयी है , अब आप किसी को चार सौ बीसी आदमी की जगह तीन सौ सोलहवां आदमी कहिएगा , क्योंकि इसमें धारा 316 लगेगी।
सरकार ने अब पुलिस, वकील और न्यायिक प्रक्रिया में लगे सभी लोगों को सारी नयी धाराएं फिर से याद करने का काम दे दिया है।
एक आदमी नकली नोट छापता था .एक दिन गलती से उसने पंद्रह रूपये का एक नोट छाप दिया..अब पंद्रह रूपये का नोट आती तो हैं नहीं ..
उसने बहुत सोचा - “शहर में तो सब समझदार लोग होते हैं.अगर ये नोट यहाँ चलाने गया तो मैं पकड़ा जाऊंगा.हाँ अगर किसी दूर दराज़ के गाँव में गया तो शायद ये चल जाए..“
ये सोच कर वो बहुत दूर बसे एक छोटे से गाँव में गया ..
उसने देखा की लोहार लोहे की धौकनी में काम कर रहा हैं ..
उसने लोहार से कहा - “अरे भाई ! मेरे एक नोट का छुट्टा करा दो .. “
ये कहके उसने पंद्रह रुपये का नोट आगे बढ़ा दिया …
लोहार ने अपना हाँथ पोंछा और नोट को पकड़ कर देखने लगा
साथ ही साथ उसने नोट छापने वाले को भी एक नज़र देखा ..
उस आदमी की तो हलक सुख गयी … उसे लगा “लगता है लोहार ने पकड़ लिया …”
लोहार बोला - “भाई जी ! मेरे पास पंद्रह रूपये शायद ना हो .. मैं चौदह रूपये दे सकता हूँ “
नोट छापने वाले ने सोचा - “अरे चलो मेरा क्या जाता है .. चौदह ही सही"
सुकरात कहता है कि जब मैं छोटा था तो बहुत देर से सो कर उठता था मां को मेरी इस आदत से बहुत सख्त नफरत थी क्योंकि वह मुझे एक बहुत बड़ा बिजनेसमैन देखना चाहती थी
एक दिन मां मुझे एक उस्ताद साहब के पास लेकर गईं ताकि वह मुझे सुबह जल्दी उठने के फायदे बताएं
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उस उस्ताद ने मुझे कहानी के जरिए मोटिवेट करते हुए कहा...
दो परिंदे थे..
एक सवेरे उठकर कीड़े मकोड़े तलाश करके पेट भरता था, और दूसरा देर से उठता जिसके लिए कोई कीड़ा मकोड़ा जमीन पर रेंगता ना होता कि वह खा सके
यह कहानी सुना कर उस्ताद ने सुकरात से फीडबैक लेते हुए पूछा ..
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इस कहानी से आपने क्या समझा .. ??
सुकरात बोले : जो कीड़े सुबह जल्दी उठते हैं वह जल्दी खाए जाते हैं ,,,