पता है हम हिन्दुओ के लिए सबसे बुरी बात क्या है कि हम सब राजनीतिक रूप से बंटे हुए है और इस राजनीतिक बंटवारे ने हमे अपने धर्महित के प्रति कायर बना दिया है।
जब मैंने अपने कुछ सपाई और कांग्रेसी मित्रों से किशन भरवाड़ और #LavanyaSuicide के मुद्दे पर react करने के लिए कहा तो
उनका साफ-2 कहना था कि ये भाजपाइयों के लिए मुद्दा है हमारे लिए कोई मुद्दा नही है मतलब पूरे देश मे ये perception बन चुका है कि जो हिन्दू हित की बात करेगा वो भाजपाई है हम हिन्दुओ को ये समझना होगा कि भाजपा भी एक राजनीतिक पार्टी है जिसने अपने हित के लिए जीतनराम मांझी जैसे नेताओं से
गठबंधन कर रखा है जो रामद्रोही है और सनातन धर्म की दिन रात गरियाते रहते है हमे ये समझना होगा कि हम सब राजनीतिक फायदे के लिए भले अलग अलग पार्टी के समर्थक हो सकते है लेकिन हिन्दू हित के मुद्दों पर हमें कदम से कदम मिलाकर चलना होगा तभी हिंदुस्तान हिन्दुओ के लिए 100% सुरक्षित रह सकता
है, हमारी राजनीति आकांक्षा(ओ) ने ही हमे अपने ही देश मे कैराना और मेवात के दर्शन कराए है हमारे बंटने के कारण ही कोई मौलाना मस्जिद में बैठकर एक हिन्दू की हत्या का षड्यंत्र रचता है हमारे बंटवारे ने ही हमे हर मुद्दे पर असहिष्णु बताने की चलन की शुरुआत हुई है हमारे बंटवारे ने ही हमें
मिशनरियों को मौका दिया है कि वे किसी बच्ची को धर्मांतरण के लिए दवाब बनाये और ये सब तबतक चलता रहेगा जबतक भाजपाई, सपाई, कांग्रेसी, भीमटे वामपंथी आदि बने रहेंगे।।