ममताजी और उनके साथियों को गंगा आरती करने से रोका गया । रोकनेवाले खुद को #हिंदुत्ववादी बताते हुए भगवा झंडे के साथ आईएसआईएस जैसा काला झंडा साथ साथ लहरा रहे थे ।
हिन्दुओं को गंगा आरती से रोकने वाले हिंदू धर्मद्रोहि 'हिंदुत्ववादियों' के कारण हिंदू धर्म की बड़ी हानि हुई है ।
यही हिंदुत्ववादी कुछ दशक पहले तक और कहीं-कहीं आज भी संस्कृति के नाम पर हरिजन हिन्दुओं को मंदिर प्रवेश और घोड़ी चढ़ने से रोकते हैं, एहसास कराते हैं कि हिन्दू धर्म और हिंदुस्तान में उन्हें अधिकार नहीं हैं ।
ऐसे 'हिंदुत्ववादियों' के कारण हिंदू धर्म की बड़ी हानि हुई है ।
गुरु गोलवलकरजी ने लिखा "हिंदू की निन्दा करने में जिनकी रुचि है वो जाति व्यवस्था, ... की सभी सही गलत कमियों को ... हिन्दुओं की कमजोरी का कारण कहते हैं - हर्षवर्धन और पुलकेशी के समय को देखिए, सभी तथाकथित कुप्रथाएं, जाति आदि आज से कम नहीं थी मगर हम तब भी एक गौरवशाली राष्ट्र थे ।"
हरिजनों से दुर्व्यवहार को जन्म देने वाली जाति व्यवस्था को सही ठहराने वाले हिंदुत्ववादियों के ऐसे पुरातनपंथी सोच के कारण हमारे महान हिंदू धर्म की बड़ी हानि हुई है ।
ईश्वर आराधना हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है । हम सभी धर्मप्रेमी हिन्दुओं को ऐसे सभी लोगों के खिलाफ आवाज उठानी होगी जो हमें मंदिर प्रवेश अथवा गंगा आरती करने से रोकें ।
ये रोकने वाले खुद को 'हिंदुत्ववादी' कहते हैं ।