एंटी रोमियो स्क्वाड की कार्रवाई के बाद गांव की एक प्रेमिका का अपने प्रेमी को लिखा दिल को छू लेने वाला ख़त--
डियर कालीचरन उर्फ "कल्लू" जी,
अब कहें त कहें का? बस इतना समझिये कि आपकी कल पिटइया के कारन हुई दुर्दशा देख के हमरा करेजा सूख गया है। जब से घर आये हैं मन करता है कि
अपने को मुक्का मार मार के परान दे दें। का कहें ऐ डार्लिंग, जब एंटी रोमियो वाला सिपाही जी आपका बोखार झार रहा था तो हमको अइसा बुझा रहा था कि लाठी आपके पीठ पर नहीं बल्कि हमारे दिल पर गिर रहा है। मन करता था कि सिपाही का मूड़ी मड़ोर के चूल्ही में झोंक दें, लेकिन का करें मजबूर थे।
पता नहीं मुंहफुकउना कउन कॉलेज में रोमियो लोग को थूरने का कोर्स किया था?
अच्छा छोड़िये ई सब। जहां जहां ज्यादा दुखा रहा है वहां ठीक से हरदी-चूना छाप लीजियेगा। अउर कमर में तनी कडुआ तेल में लहसुन पका के मलवा लीजियेगा, अउर ज्यादा चिंता मत करियेगा, काहे कि-
"गाय कौन जे खाये ना?
भौजाई कौन जे गरियाये ना? नेता कौन जे चोराये ना? और प्रेमी कौन जे कुटाये ना"
अउर एक चीज का भरोसा रखियेगा कि भले पुलिस मार के आपका गर्दन-पीठ तोड़ दे, लेकिन हमरा परेम नही टूटेगा। हम अभियो आपही से परेम करते हैं। ढेर का लिखें, अगिला बेर मिलना होगा तो झारखंड में मिलेंगे।
ई यूपी का धरती प्रेम के लिए हराम है।
अच्छा बाय।
आपकी-
कजरारी अँखिया वाली "कजरी" 😀 😀 😀 😀 #कॉपी
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स्वतंत्रतापूर्व की बात है। वाराणसी के एक साधक थे, सुदर्शन जी। माता दुर्गा के परम भक्त।
ब्रह्ममुहूर्त का समय था, वे गंगा जी के जल में कमर तक खड़े जाप कर रहे थे। तभी उधर से एक बाहुबली का बजरा आ निकला। उस आदमी ने विनोद में इनसे पूछा कि, "महाराज, गंगा जी के तल में क्या होगा ?"
महाराज ने आव देखा न ताव, कह दिया,गंगा जी में? खरगोश होगा,और क्या!
कहाँ तो वह बाहुबली महाराज जी को श्रद्धावश कुछ दक्षिणा देने की सोच रहा था,कहाँ यह उलटबाँसी सुन कर वो तिनक गया।
महाजाल डालो तीन बार,वो गरजा,"।अगर खरगोश निकले तो महाराज का घर भर दो।न निकले तो इस ऐंठ का इनको फल
चुकाना होगा।" एक दो लोगों ने सुदर्शन जी को इशारा किया कि माफी माँग लें।
सुदर्शन जी माफी माँगने वाली मिट्टी के बने नहीं थे। वो अपने वक्तव्य से टस से मस न हुये।
जाल पड़ा। कुछ न निकला। दूसरी बार पड़ा। कुछ न निकला। सुदर्शन जी के माथे पर शिकन तक न आई।
"अभी तीसरी बार बाकी है, भाई",
एक पर्वत श्रृंखला के ऊपर एक रनवे बनाया गया था.....
एक विमान यात्रियों से भरा खड़ा था और..... 👍
पायलट अभी तक नहीं आया था..... 😃
अचानक यात्रियों ने हाथों में सफेद छड़ी लिए दो लोगों को आंखों पर काला चश्मा लगाए अंदर आते देखा.....
जो कॉकपिट में चले गए.. 👍
यात्री आपस में कहने लगे कि दोनों पायलट अंधे हैं !
स्पीकर पर आवाज़ आई.....
मैं पायलट सुरेश जहाज़ का कप्तान बोल रहा हूं..... मेरे साथ कप्तान रमेश मेरे सह-पायलट हैं....
ये सच है कि हम दोनों अंधे हैं लेकिन.......
जहाज़ के उन्नत उपकरण और हमारे व्यापक अनुभव को देखते हुए
चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है.... 👍
हम आसानी से जहाज़ उड़ा सकते हैं,हमने अनगिनत बार जहाज़ उड़ाया है.... 👍
यात्रियों की चिंता थोड़ी कम हुई लेकिन फिर भी सहमें हुए थे ..... 😃
खैर, इंजन स्टार्ट हुआ..... विमान रनवे पर दौड़ने लगा....
दोनों तरफ खाई थी..... 😎
नोट- बैंकर मित्र अन्यथा न लें।🙏🙏
एक बार एक महिला अपना पसंदीदा रूमाल बैंक में कैश
काउन्टर पर भूल जाती है।
कैशियर यह सोचकर रूमाल अपने पास रख लेता है कि जिसका भी होगा वो आकर ले जायेगा,लेकिन गलती से अपने आदत के मुताबिक कैशियर द्वारा उस रुमाल पर 2 - 4 stamps लग जाता है।
कुछ समय पश्चात वह महिला आकर अपना रूमाल
मांगती है तो कैशियर उसे उसका रूमाल वापस दे देता है।
जैसे ही वह महिला अपने रुमाल पर बैंक का stamps देखती है तो गुस्से में तमतमाते हुए कैशियर को बोलती है.." ये आपने क्या बेवकूफी किया, मेरा कीमती रूमाल खराब कर दिया,दिमाग नाम की चीज़ है भी कि
नहीं आपके पास "।
कैशियर को भी उस महिला की बातों को सुनकर क्रोध आ गया औऱ फ़िर उसने जबाब दिया." आपको किसने
कहा था यहां रूमाल छोडकर जाने के लिए, हम नौकर नहीं हैं आपके.सरकार हमें बैंक का काम करने के लिए तनख्वाह देती है नकि आपके रूमाल की रखवाली करने के लिए, चलिए फुटीए यहाँ से जल्दी "