I get mixed feelings looking at this video. On the one hand, I feel happy that historical justice will be served to Pauranik whose temples were destroyed.

On other hand feel pity for them. They will again worship a stone which could not protect itself. People use to gargle on it
But so-called Vishveshwar can't do anything about it.

This reinforces my belief that Murtipooja is just a fraud. It can not lad you to Brahm.

There is no mention of it in Veda.

The Sooner we return to the path of Veda, the better it will be. #BabaMilGaye
Lead*

• • •

Missing some Tweet in this thread? You can try to force a refresh
 

Keep Current with ऋषि उवाच

ऋषि उवाच Profile picture

Stay in touch and get notified when new unrolls are available from this author!

Read all threads

This Thread may be Removed Anytime!

PDF

Twitter may remove this content at anytime! Save it as PDF for later use!

Try unrolling a thread yourself!

how to unroll video
  1. Follow @ThreadReaderApp to mention us!

  2. From a Twitter thread mention us with a keyword "unroll"
@threadreaderapp unroll

Practice here first or read more on our help page!

More from @RushiUvach

May 19
I am giving a detailed refutation.

Moortipooja is not Vaidik form of worship. The Question of its being superior or inferior arise when we accept it as a form of worship. Yajurveda 40.9 clearly mentions that who worship Moorti falls in Darkness.

There is no other way - Veda
Moortipooja is a cheap short cut invented by some fools who cannot perform detail Sadhana as per Vaidik Parampara. But this short cut never takes you to the destination.
Bhakti in itself is futile unless you do Bhakti of ishwara. What is I do Bhakti of my dog? Will I realise Brahm? No. Similarly, bhakti of stone does not yeild any result.So do Bhakti of Ishwara. Image
Read 19 tweets
Jan 3
मूर्ख! अपने पुराण तो ठीक से पढ लेता तो अपने ही पुराणवाले का गला काट देता!
एक भी महापुरुष तथा ऋषि नहीं है, जिनके चरित्र पर पुराणमें कलङ्क ना लगाया हो।
श्रीराम पर पत्नी की अग्निपरिक्षा, सगर्भापत्नी का त्याग और तापस के वध का कलङ्क, श्रीकृष्ण पर परस्त्री सम्भोग और समूहमैथुन का कलङ्क,
ब्रह्मा पर अपनी पत्नी पर आसक्त होने का कलङ्क, विष्णु पर वृन्दा का बलात्कार करनेका कलङ्क, शिव पर अनुसूया का बलात्कार करनेका कलङ्क, इन्द्र पर अहल्या का बलात्कार करनेका कलङ्क, अग्नि पर शिव के वीर्य हो हाथमें धारण करने का कलङ्क, सूर्य पर अपनी भतीजी से विवाह कर नाक में मैथुन का कलङ्क
वायु पर अञ्जना का बलात्कार करनेका कलङ्क, चन्द्र पर अपनी गुरुपत्नी पर आसक्त होने का कलङ्क, ब्नृहस्पति पर अपनी सगर्भाभाभी से बलात्कार करने का कलङ्क, लिस्ट बहुत लम्बी है।

यह सब कथा क्यां आर्यसमाजीने लिखी है?
Read 4 tweets
Dec 27, 2021
पराजय का आभास होने पर स्वयं भाग रहे है यह कह कर की अब प्रश्न मत पूछना। अब हमारे पास उत्तर नहीं है।
१. यह रहाँ बृहदारण्यक उपनिषद के मन्त्र २.४.१० का शाङ्करभाष्य। उसमें उनहोंने इतिहास शब्द की व्याख्या करते हुए ब्राह्मणग्रन्थ का प्रमाण दिया है।
'इतिहास ब्राह्मणमेव' यह पाठ शाङ्करभाष्यमें है की नहीं? इसी से सिद्ध होता है की उनहोने ब्राह्मणग्रन्थ को इतिहास माना है।

और आपने यह प्रश्न का भी उत्तर नहीं दिया की अगर वेद नित्य है तो ब्राह्मणग्रन्थ जिसमें मनुष्य का इतिहास है, वह नित्य कैसे हुए?
२. हमने आप से प्रश्न पूछा था की 'जुहोति' शब्द वर्तमानकालरूप है। उसे आपने आज्ञार्थ कैसे मान लिया? उसका आपने उत्तर नहीं दिया।
Read 14 tweets
Oct 20, 2021
गोपीयों से क्या दिक्कत है?

योगेश्वर श्रीकृष्ण जैसे महात्मा के चरित्र पर पुराण लाञ्चन लगाये और हम उसका विरोध भी ना करे?

यह पढो पौराणिक के मन की अश्लीलता को। ब्रह्मवैवर्त पुराण कृष्णजन्मखण्ड २८ अध्याय। श्रीकृष्ण को पात्र बनाकर क्यां क्यां अश्लीलता लिखी है आप पौराणिको ने।
यह रासक्रीडा के समय दोनों राधा और कृष्ण नवयौवन सम्पन थे। आप स्वयं यह श्लोक पढे। Image
रायण की पत्नी और कृष्ण की मामी राधाजी और कृष्ण एक दूसरे को कामबाण से घायल कर रहे है। स्वयं पढे। अपनी मामी पे कामबाण कौन चलाता है? Image
Read 15 tweets
Oct 13, 2021
आज से हम श्रीमद्देवी भागवत पुराण कि मीमांसा का आरंभ करते है। देवी भागवत पुराण कि मीमांसा का उद्देश उस में जो वेदविरोधी बाते है उसे प्रकाशमें लाना है। हमारा दृढ मत है कि लोग अगर पुराण का मूल पाढ पढेंगे तो अपने आप उसमें से विश्वास उठ जायेगा।

rushiuvach.blogspot.com/2021/10/devi-b…
देवी भागवत पुराण मीमांसा - भाग २ - क्यां महाराज परीक्षित का मोक्ष नहीं हुआ था?

rushiuvach.blogspot.com/2021/10/devi-b…
देवी भागवत पुराण मीमांसा - भाग ३ - क्यां कातवीर्य अर्जुन महान् था?

rushiuvach.blogspot.com/2021/10/is-kar…
Read 15 tweets

Did Thread Reader help you today?

Support us! We are indie developers!


This site is made by just two indie developers on a laptop doing marketing, support and development! Read more about the story.

Become a Premium Member ($3/month or $30/year) and get exclusive features!

Become Premium

Don't want to be a Premium member but still want to support us?

Make a small donation by buying us coffee ($5) or help with server cost ($10)

Donate via Paypal

Or Donate anonymously using crypto!

Ethereum

0xfe58350B80634f60Fa6Dc149a72b4DFbc17D341E copy

Bitcoin

3ATGMxNzCUFzxpMCHL5sWSt4DVtS8UqXpi copy

Thank you for your support!

Follow Us on Twitter!

:(