कुछ लोग बड़ा इतराते हैं कि हम यहा लंगर लगाते हम वहां लंगर लगाते हैं ऐसे लोगों को एक बार हिंदुओं के अमरनाथ तीर्थ यात्रा पर या माता चिंतपूर्णी के मेले पर जरूर जाना चाहिए उनका सारा हंकार टूट जाएगा।
1973 में इंदिरा गाँधी ने न्यायमूर्ति AN रे को भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में बैठा दिया, वो भी तब जब उनसे वरिष्ठ न्यायधीशों की लिस्ट जैसे न्यायमूर्ति JM शेलात, KS हेगड़े और AN ग्रोवर सामने थी।
अंततः हुआ यह कि नाराज़गी के रूप में इन तीनों न्यायधीशों ने इस्तीफा दे दिया।
इसके बाद कांग्रेस ने पार्लियामेंट में जवाब दिया, ...
'यह सरकार का काम है कि किसे मुख्य न्यायधीश रखें और किसको नहीं और हम उसी को बिठाएंगे जो हमारी विचारधारा के पास हो।'
और आज वही लोग न्यायाधीशों की आज़ादी की बात करते हैं?
1975 में न्यायाधीश जगमोहन सिंहा को एक फैसला सुनाना था।
फैसला था राजनारायण बनाम इंदिरा गांधी के चुनावी भ्रष्टाचार के मामले का।
उनको फ़ोन आता है जिसमें कहा जाता है, 'अगर तुमने इंदिरा गाँधी के ख़िलाफ़ फैसला सुनाया,
श्री हरमंदिर साहिब में 'शहीदों' के रूप में केंद्रीय सिख संग्रहालय में स्थापित कुछ खालिस्तानियों की तस्वीरें जिनके बारे में सभी को पता होना चाहिए।
दिलवर सिंह बब्बर
एक आत्मघाती हमलावर जो पंजाब पुलिस का सदस्य था और बाद में आतंकवादी संगठन बीकेआई में शामिल हो गया और बेअंत सिंह (पंजाब के एक्स-सीएम) की हत्या कर दी।
31 अगस्त 1995 को ßomb के विस्फोट से बेअंत सिंह के साथ 13 लोग मारे गए और 16 घायल हो गए।
बलविंदर जटाना
उन्होंने एसवाईएल निर्माण के लिए चंडीगढ़ में 2 अधिकारियों एमएल सेखरी (52) और अवतार औलख (54) को मारा। उन्हें जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश से पंजाब आने वाले पानी को भारत के अन्य हिस्सों के साथ साझा करने से नफरत थी।
प्राचीन समय भारत में कभी छुआछुत रहा ही नहीं और ना ही कभी जातियाँ भेदभाव का कारण होती थी। चलिए हजारों साल पुराना इतिहास समझते हैं। सम्राट शांतनु ने विवाह किया, एक मछवारे की पुत्री सत्यवती से। उनका बेटा ही राजा बने, इसलिए भीष्म ने विवाह न करके,
आजीवन संतानहीन रहने की भीष्म प्रतिज्ञा की। सत्यवती के बेटे बाद में क्षत्रिय बन गए, जिनके लिए भीष्म आजीवन अविवाहित रहे, सोच सकते हैं कि क्या उनका शोषण होता होगा? महाभारत लिखने वाले वेद व्यास भी मछुवारे थे, पर महर्षि बन गए, वह गुरुकुल चलाते थे। विदुर,
जिन्हें महापंडित कहा जाता है, वो एक दासी-पुत्र थे, और हस्तिनापुर के महामंत्री बने, उनकी लिखी हुई विदुर नीति, राजनीति का एक महाग्रन्थ है। भीम ने वनवासिनी हिडिम्बा से विवाह किया। श्रीकृष्ण दूध का व्यवसाय करने वालों के परिवार से थे। और उनके भाई बलराम खेती करते थे।
अमेरिका में एक पंद्रह साल का लड़का था, वह स्टोर से चोरी करता हुआ पकड़ा गया। पकड़े जाने पर गार्ड की गिरफ्त से भागने की कोशिश में स्टोर का एक शेल्फ भी टूट गया।
जज ने जुर्म सुना और लड़के से पूछा, "तुमने क्या सचमुच कुछ चुराया था? ब्रैड और पनीर
का पैकेट"?
लड़के ने नीचे नज़रें कर के जवाब दिया,"हाँ।"
जज :- "क्यों ?"
लड़का :- "मुझे ज़रूरत थी।"
जज :- "खरीद लेते।"
लड़का :- "पैसे नहीं थे।"
जज :- "घर वालों से ले लेते।"
लड़का :- "घर में सिर्फ माँ है। बीमार और बेरोज़गार है, ब्रैड और पनीर भी उसी के लिए चुराया था।"
जज :- "तुम कुछ काम नहीं करते ?"
लड़का :- "करता था एक कार वाश में। माँ की देखभाल के लिए एक दिन की छुट्टी ली थी, तो मुझे निकाल दिया गया।"
जज :- "तुम किसी से मदद मांग लेते?"
लड़का :- "सुबह से घर से निकला था, तकरीबन पचास लोगों के पास गया, बिल्कुल आख़िर में यह क़दम उठाया।"
"ऑनलाइन शॉपिंग रूपी मुगलों का बहिष्कार करना जरूरी है""
नौ दिन चली रामलीला व जागरण में चंदा
जौमेटो 000,
सुवेगी 000,
पिज़्ज़ा हट 000
डोमिनोज 000
फ्लिपकार्ट 000,
अमेजॉन 000,
मिंत्रा 000
स्नेपडील000
दुकानदार 11,21,51,101,501,1100,2100,3100
आखिर भारतीय व्यापारी और दुकानदार ही हैं जो भारतीय संस्कृति को जीवित रखने और परंपरागत त्योहारों को मनाने मे सहयोग देते हैं... ना कि ये विदेशी कंपनियां..
अभी भी वक़्त है संभल जाओ
कोई भी आइटम खरीदो स्थानीय व्यापरियों से ही खरीदो... परिवार को साथ लेकर बाज़ारों मे निकलो...
फिर देखो बाज़ारों और त्यौहारों कि रौनक कैसे बढ़ती है...
हम लोग ही कहते हैं ना कि त्यौहारों मे अब पहले जैसी रौनक और उत्साह नहीं रहा.... उसके जिम्मेदार हम सब हैं... बाज़ारों को और त्योहारों को रौनक हम सब मिलकर ही दें सकते हैं कोई बाहर से नहीं आएगा...